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अगर आपको भी रहती हैं लो ब्लड प्रेशर की समस्या, तो जरूर अपनाकर देखें ये 10 घरेलू उपाय…

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आज के समय में भागदौड़ और तनाव करीब-करीब हर किसी की जिंदगी में बना ही रहता है। ब्लडप्रेशर की शिकायत तो जैसे आम सी समस्या हो गयी है आजकल। कुछ छण तक बेहोशी हो जाना, चक्कर आ जाना, आंखों के आगे अंधेरा छा जाना, हाथ पैर ठंडे पड़ जाना, लेटने, खड़े रहने या फिर बैठ जाने में रक्तचाप यानि कि ब्लड प्रेशर के स्तर में बदलाव आ जाना। इन परेशानियों से अमूमन लोगों को रूबरू होना पड़ता है। ये परेशानी लो ब्लडप्रेशर की वजह से ही होती हैं लेकिन फिक्र की कोई बात नहीं ऐसे 10 कारगर उपाय हैं जिनसे लो ब्लड प्रेशर की परेशानी से छुटकारा मिल सकती है। तो चलिए इन उपायों पर गौर कर लेते हैं।

1. नमक पानी का लाजवाब घोल

लो ब्लड प्रेशर का इलाज करने में नमक पानी काफी मददगार होता है क्योंकि नमक में सोडियम होता है जिससे ब्लडप्रेशर बढ़ता है। एक गिलास पानी लें और उसमें आधा चम्मच नमक मिलाएं। फिर इस घोल को पी जाएं। यहां इस बात को जरूर ध्यान रखें कि इस उपाय का ज़्यादा इस्तेमाल ना करें क्योंकि सेहत के लिए ज्यादा नमक का इस्तेमाल हानिकारक साबित हो सकता है।

2. किशमिश और देसी चने का कमाल

रात में किसी भी कांच के बर्तन में 100 ग्राम पानी में 50 ग्राम देसी चने और 10 ग्राम किशमिश भिगो दें। सुबह अच्छी तरह से चबा-चबाकर चने को किशमिश के साथ ही खा जाएं और पानी पी लें। आप इसी तरह से सिर्फ किशमिश का भी सेवन कर सकते हैं। इससे आपकी परेशानी जरूर कम होगी।

3. छाछ के सेवन से भगाएं बीपी की समस्या

नमक, भुना हुआ जीरा और हींग, छाछ में मिक्स करें और फिर इसे पी जाएं। इस तरह के मिक्स छाछ का सेवन करते रहने से ब्लड प्रेशर काबू में रहता है।

4. दालचीनी के पाउडर परेशानी करेगा दूर

दालचीनी के पाउडर को हर रोज गर्म पानी के साथ लेने से ब्लडप्रेशर की परेशानी में लाभ हो सकता है। इस उपाय को सुबह-शाम इस्तेमाल में ला सकते हैं।

5. आंवला और शहद जरूर आजमाएं

लो बीपी की वजह से अगर चक्कर आने की शिकायत है तो आंवले के रस में शहद मिक्स करके खाएं। इस उपाय से बहुत जल्दी राहत मिलती है। आंवले का मुरब्बा भी ब्लडप्रेशर के मरीजों को बेहतर परिणाम दे सकते हैं और एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता हैं।

6. खजूर और दूध का जादूई असर

खजूर को दूध में उबाल लें और फिर उसका सेवन करें या फिर ऐसा भी कर सकते हैं कि पहले खजूर खा लें और फिर दूध पी लें। ऐसा करने से लो ब्लडप्रेशर की परेशानी से राहत मिलेगी।

7. अदरक और नींबू है एक दमदार उपाय

अदरक के छोटे-छोटे पीस कर लें और उसमें नींबू का रस और सेंधा नमक मिक्स करें। अब इसका हर रोज भोजन से पहले ही थोड़ी सी मात्रा में सेवन करें। दिनभर में 3 से 4 दफा आप इसका थोड़ा थोड़ा सेवन कर सकते हैं। कुछ ही दिनों में लो ब्लडप्रेशर की समस्या खत्म हो जाएगी।

8. काली मिर्च और टमाटर का रस है जबरदस्त

टमाटर के रस में थोड़ी-सी काली मिर्च मिक्स करें और नमक डालकर पी जाएं। इस मिक्सचर का सेवन करने से कुछ ही समय में आपको लो ब्लडप्रेशर की परेशानी में लाभ होगा।

9. चुकंदर का रस है काफी फायदेमंद

ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने में एक खाद्य पदार्थ जो काफी कारगर साबित होता है वो है चुकंदर का रस। इस लाजवाब चुकंदर के रस का हर रोज सुबह-शाम सेवन करें। एक सप्ताह में ही ब्लड प्रेशर में सुधार होता दिख जाएगा

10) व्यायाम भी है एक कारगर उपाय

अभी बताए गए सभी उपायों के अलावा लो बीपी के मरीजों को पोषक तत्वों से भरे भोजन का ही सेवन करना चाहिए। पैदल चलना या फिर व्यायाम करना भी ऐसे लोगों के लिए बेहद लाभदायक साबित हो सकता है। ध्यान रखें अगर कोई भी उपाय काम न आए तो अपने डॉक्टर या अपने सलाहकार से जरूर मिलें।

ये तो हुए 10 घरेलु उपाए जिसे हमने आपके साथ साझा किया लेकिन कुछ टिप्स ऐसे भी हैं जिसके इस्तेमाल से तुरंत लो बीपी से राहत मिल सकती है। आपको ये टिप्स भी जान लेना चाहिए।

ब्लड प्रेशर के अचानक गिरने की स्थिति में क्या करें-

• तुरंत नमक पानी का घोल पी जाएं।
• तुरंत बैठें या फिर लेट जाएं।
• अपनी मुट्ठी को बांधें और खोलें। ये प्रक्रिया बार-बार करें।
• अपने पैरों को हिलाते रहें यानि कि एक्टिव रखें।
• एक कप कॉफी या चाय पी लें जिससे बीपी नार्मल होने में मदद मिलेगी।

Disclaimer- हमने ऊपर आपको जो भी उपाय बताए हैं वो अलग-अलग के सूत्रों से लिए गए हैं, इन्हें अपनाने के लिए नेड्रिक न्यूज सलाह नहीं देता है. इसलिए डॉक्टर्स के कहने पर ही उपयों को अपनाएं.

कंगना से पहले भी कई सितारों को निशाना बना चुकीं हैं BMC, कपिल की इस ट्वीट के बाद उनके...

कंगना रनौत पर की गई कार्रवाई को लेकर इन दिनों बृहन्मुंबई महानगपालिका (BMC) आलोचनाओं में घिरीं हुई हैं. सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में एक्ट्रेस कंगना रनौत शुरू से ही काफी एक्टिव हैं और उनको इंसाफ दिलाने की मुहिम से जुड़ी हुई है. वो इसके जरिए बॉलीवुड पर भी लगातार निशाना साध रही हैं. हाल ही में जब सुशांत केस से ड्रग एंगल भी जुड़कर सामने आया, तो कंगना ने बॉलीवुड के ड्रग कनेक्शन पर कुछ चौंका देने वाली बात बोलीं.

कंगना के ऑफिस पर BMC की कार्रवाई

वहीं इस दौरान कंगना ने ‘मुंबई पुलिस से डर लगना’ और ‘मुंबई को PoK’ बताने जैसे कुछ विवादित बयान दे दिए, जिससे महाराष्ट्र की उद्धव सरकार भड़क गई. इस दौरान शिवसेना नेता संजय राउत और कंगना में सीधी जुबानी जंग देखने को मिली. बात इतनी बढ़ गई कि BMC ने कंगना के ऑफिस पर बुल्डोजर तक चलवा दिया. जिस जल्दबाजी में BMC ने ये कार्रवाई की, उसकी काफी आलोचना कर रहे है. लोग इसे ‘बदले की कार्रवाई’ बता रहे हैं. वैसे ऐसा पहली बार नहीं जब BMC ने किसी सितारे पर इस तरह की कार्रवाई की हो. पहले कॉमेडी किंग कपिल शर्मा और मलिश्का जैसे कुछ सितारे भी इसी तरह BMC के निशाने पर आए हैं.

कपिल के खिलाफ भी की थी ऐसी ही कार्रवाई

बात साल 2016 की है. जब कपिल शर्मा ने एक ट्वीट कर बीएमसी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, तो उस दौरान उनके खिलाफ भी कार्रवाई की गई. दरअसल, सितंबर 2016 में कपिल ने ट्वीट कर कहा था- ‘मैं पिछले पांच सालों से 15 करोड़ रुपए टैक्स दे रहा हूं. तब भी मुझे अपना ऑफिस बनाने के लिए बीएमसी के अधिकारियों को पांच लाख देने पड़ रहे हैं.’

उस दौरान कपिल शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी टैग किया था और कहा था कि ‘क्या ये हैं आपके अच्छे दिन?’ इसके बाद BMC ने कपिल पर एक्शन लेते हुए उन्हें गोरेगांव स्थित फ्लैट में अवैध निर्माण के लिए नोटिस थमा दिया था. हालांकि पूरे विवाद से समझौता करने के बाद उनको इससे राहत मिलीं.

आरजे मलिश्का को भी निशाना बना चुकीं हैं BMC

वहीं इसके अलावा ‘मुंबई की रानी’ के नाम से फेमस रेड FM की आरजे मलिश्का भी एक बार BMC के निशाने पर आ चुकी है. मलिश्का जिस चैनल में काम करती थीं, उसने जुलाई 2017 में मुंबई में भारी बारिश के दौरान BMC की खराब तैयारियों को लेकर एक गाना बनाया था, जो इस प्रकार था- ‘मुंबई तुम्हें बीएमसी पर भरोसा नहीं किया’. ये काफी वायरल भी हुआ था. इसके बाद BMC के अधिकारियों ने मलिश्का के घर का निरीक्षण किया और जब उनको कोई भी अवैध निर्माण नहीं मिला तो घर में डेंगू के लार्वा मिलने का ही मामला बना दिया. अब BMC ने कंगना के खिलाफ कार्रवाई की है, जिसको लेकर हंगामा हो रहा है और ये मामला बॉम्बे हाईकोर्ट तक पहुंच गया है.

TrueCaller की टक्कर में गूगल लाया ये फीचर, मिलेंगे ऐसी विशेषताएं जिसके बारे में आप सो...

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अब TrueCaller की टक्कर में सर्च इंजन कंपनी गूगल ने Verified Calls फीचर अनाउंस किया है. ये Google Phone एप का ही एक हिस्सा है. TrueCaller की ही तरह ये लोगों को बताएगा कि उनके नंबर पर किसकी कॉल आ रही है. इसके साथ ही यूजर्स को कॉल करने की वजह के साथ कॉलर का लोगो भी दिखेगा. दरअसल गूगल के इस फीचर को जोड़ने की वजह कंपनी फ्रॉड कॉल्स को रोकना बता रही है. माना जा रहा है कि इससे TrueCaller एप पर काफी प्रभाव पड़ सकता है.

बिजनेस सेक्टर में फायदेमंद

इसका सबसे ज्यादा फायदा बिजनेस सेक्टर से जुड़े लोगों को मिल सकता है. न ही सिर्फ यूजर्स फ्रॉड कॉल से बच सकेंगे. बल्कि बिजनेस कॉल के संदर्भ में यूजर को ये भी पता चलेगा कि उनके नंबर पर कॉल कौन कर रहा है और किस वजह से कर रहा है. इसके अलावा बिजनेस का वेरीफाइड बैच भी यूजर को दिखेगा. जिससे कंपनी की ओरिजिनलिटी के बारे में यूजर्स को पता चल पायेगा. साथ ही इन सभी को गूगल से अपना नंबर वेरीफाई कराना होगा. गूगल की इस फीचर को फीचर भारत, स्पेन, ब्राजील, मेक्सिको और यूएस समेत दुनियाभर में रोलआउट करने की प्लानिंग है.

TrueCaller को झेलना पड़ सकता है नफा नुकसान

माना जा रहा है गूगल का ये फीचर TrueCaller एप के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है. अभी ये एप काफी लोगों के डिवाइस में मौजूद है. लेकिन गूगल फोन में ये फीचर आ जाने से लोगों को TrueCaller जैसी कोई भी एप अलग से डाउनलोड करने की झंझट से छुटकारा मिल जाएगा. गूगल ने अपने पोस्ट में इस फीचर के शुरुआती रिजल्ट अच्छे होने की भी जानकारी दे दी है. जिसके बाद TrueCaller एप को अपने वर्चस्व पर खतरा नजर आने लगा है.

गूगल फोन में है ये एप

बता दें गूगल ने अपनी पिक्सल सीरीज के स्मार्टफ़ोनों में गूगल फोन एप को बाय डिफ़ॉल्ट पर लगा रखा है. इन सभी फोन में ये फीचर खुद ब खुद अपडेट हो जाएगा. गूगल के इन स्मार्टफोन में ये एप ही डायलर का काम करती है. अगर आपके फोन में ये एप इंस्टाल नहीं है और गूगल का स्मार्टफोन भी नहीं है तो इसे आप प्ले स्टोर से भी डाउनलोड कर सकते हैं.

ऐसा दिखता था कंगना का आलीशान ऑफिस, जिस पर BMC ने चलाया बुल्डोजर, देखें तस्वीरें…

बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत इन दिनों विवादों में घिरीं हुई है. महाराष्ट्र सरकार से ‘पंगा’ मोल लेने के बाद उनके खिलाफ BMC ने बड़ी कार्रवाई की है. BMC ने कंगना के बांद्रा वेस्ट के पाली हिल रोड पर स्थित आलीशान ‘मणिकर्णिका फिल्म्ज’ के ऑफिस पर हथौड़ा चला दिया है. BMC ने दफ्तर पर बुलडोजर चला दिया. इस मामले पर बॉम्बे हाईकोर्ट में भी सुनवाई और कोर्ट ने फैसला कंगना के पक्ष में सुनाया.

हाईकोर्ट ने BMC की कार्रवाई पर गुरुवार दोपहर 3 बजे तक लगाई है. हालांकि BMC इससे पहले ही अपनी कार्रवाई पूरी कर चुकी थीं. इस मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट कल फिर सुनवाई करेगा. हाईकोर्ट ने BMC से जवाब मांगा है कि आखिर उन्होनें कंगना के ऑफिस में अवैध निर्माण को गिराने में इतनी जल्दबाजी क्यों की? कल BMC को इसका जवाब देना है. यहां आपके लिए ये जानना जरूरी है कि हाईकोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा हुआ है कि 30 सितंबर तक कोई भी बिल्डिंग ध्वस्त नहीं की जाएगी.

कंगना बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस की लिस्ट में शुमार है. उन्होनें बहुत कम समय में लोगों को दिल को जीता और अपनी पहचान बना ली है. कंगना का सपना केवल एक्टिंग ही नहीं बल्कि उन्हें फिल्ममेकिंग का भी काफी शौक है. वो ये बोल चुकीं है कि उन्होंने सपना देखा था कि जब वो प्रोड्यूसर बनें, तो उनका एक खुद का एक ऑफिस हो. 15 साल की कड़ी मेहनत के बाद अपना एक आलीशान ऑफिस भी बनाया, लेकिन अब बीएमसी ने उसी मे तोड़फोड़ मचाई.

कंगना ने अपने प्रोडेक्शन हाउस का नाम ‘मणिकर्णिका फिल्म्स’ 2019 में आई फिल्म पर रखा है. कंगना के इस ऑफिस को बनाने के लिए मुंबई के पाली हिल स्थित बंगलो नंबर 5 का पूरी तरह से री-कंस्ट्रक्शन किया गया और वर्क स्टूडियो में बदला. कंगना के इस ऑफिस की कीमत 48 करोड़ रुपये है.

कंगना लगातार इसको ‘बदले की कार्रवाई’ बता रही हैं. कंगना ने ट्वीट करते हुए कहा है कि उनके ऑफिस में अवैध निर्माण नहीं किया गया है. उन्होनें सोशल मीडिया पर अपने टूटे हुए ऑफिस की कुछ तस्वीरें भी ट्वीट की है. इसके साथ ही उन्होनें सोशल मीडिया पर ‘पाकिस्तान’ और ‘लोकतंत्र की हत्या’ बताया.

कंगना ने BMC की इस कार्रवाई पर कई ट्वीट किए है. उन्होनें अपने इस ऑफिस को राम मंदिर बताते हुए कह- ‘मणिकर्णिका फ़िल्म्ज़ में पहली फ़िल्म अयोध्या की घोषणा हुई, ये मेरे लिए एक इमारत नहीं राम मंदिर ही है. आज वहां बाबर आया है, आज इतिहास फिर खुद को दोहराएगा राम मंदिर फिर टूटेगा मगर याद रख बाबर ये मंदिर फिर बनेगा यह मंदिर फिर बनेगा, जय श्री राम , जय श्री राम , जय श्री राम.’ इसके अलावा कंगना ने एक और ट्वीट में लिखा- ‘बाबर और उसकी सेना.’

गौरतलब है कि ‘मुंबई पुलिस से डर लगना’ और ‘मुंबई को PoK बताने’ जैसे कुछ बयान दिए थे, जिसके बाद से ही वो महाराष्ट्र सरकार के निशाने पर आ गई. शिवसेना नेता संजय राउत और कंगना के बीच सीधी जंग देखने को मिलीं. अब बात कंगना के ऑफिस तोड़ने और उनके ड्रग्स कनेक्शन की जांच तक पहुंच चुकी हैं.

जानिए क्या होती है Y Category की सुरक्षा, जो केंद्र सरकार ने कंगना को दीं?

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में कंगना रनौत लगातार सुर्खियों में बनीं हुईं है. अपने बेबाक अंदाज के लिए पहचानी जाने वाली कंगना सुशांत केस के जरिए बॉलीवुड पर लगातार निशाना साध रही हैं. वहीं इसके अलावा इस दौरान कंगना की शिवसेना नेता के साथ भी जुबानी जंग देखने को मिल रही है. कंगना के बयानों के बाद उनके खिलाफ कई शिवसेना कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन भी किया. संजय राउत के साथ हो रही आर-पार की के बीच कंगना ने 9 सितंबर को मुंबई आने का ऐलान किया है.

कंगना को मिली Y कैटेगरी की सुरक्षा

वहीं कुछ दिनों पहले कंगना ने सिक्योरिटी की भी मांग की थी. दरअसल, सुशांत मामले में सामने आए ड्रग कनेक्शन को लेकर कंगना ने कई बड़े बयान दिए थे और उन्होनें कुछ बड़े खुलासे करने की भी बात कही थी. जिसके बाद उन्हें सुरक्षा देने की मांग उठने लगी थी. इस पर कंगना ने कहा था कि उन्हें मुंबई पुलिस से सुरक्षा नहीं चाहिए. कंगना ने इस दौरान ये भी कहा था कि उनको मुंबई पुलिस से डर लगता है. यही से उनके और संजय राउत के बीच वार-पलटवार की शुरुआत हुई है.

हालांकि इसी बीच कंगना की मांग को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. केंद्र सरकार ने कंगना को Y कैटेगरी की सुरक्षा दे दी हैं. इसको लेकर एक्ट्रेस ने ट्वीट करते हुए गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद कहा है.

एक्ट्रेस ने गृह मंत्री का जताया आभार

कंगना ने कहा- ‘ये प्रमाण है कि अब किसी देशभक्त आवाज को कोई फ़ासीवादी नहीं कुचल सकेगा. मैं अमित शाह जी की आभारी हूं, वो चाहते तो हालातों के चलते मुझे कुछ दिन बाद मुंबई जाने की सलाह देते मगर उन्होंने भारत की एक बेटी के वचनों का मान रखा, हमारे स्वाभिमान और आत्मसम्मान की लाज रखी, जय हिंद.’

क्या होती है Y श्रेणी की सुरक्षा?

बता दें कि देश में अलग-अलग स्तर की सुरक्षाएं गृह मंत्रालय द्वारा मुहैया कराई जाती हैं, जिसमें X, Y, Z, Z+ लेवल की सुरक्षाएं होती हैं. इसमें नेताओं से लेकर दूसरे VIP, जिनकी जान को कोई खतरा होता है उन्हें थ्रेट के हिसाब से सुरक्षा प्रदान की जाती है.

बात अगर Y कैटेगरी की सुरक्षा की करें तो, इसके तहत 11 सुरक्षाकर्मी मिलते हैं. जिसमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ भी शामिल होते हैं. केंद्र सरकार की ओर से पिछले साल करीब 11 से ज्यादा लोगों को ये सुरक्षा प्रदान की गई थी, जिसमें यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा भी शामिल थे. इसका मतलब है कि अब कंगना को कुल 11 जवान सुरक्षा प्रदान करेंगे.

वो ड्रग जिसकी सुशांत को डोज देने का रिया पर जताया जा रहा शक, जानें कितने घातक हो सकते...

सुशांत सिंह राजपूत केस अब कुछ अलग ही मोड़ ले चुका है. अब इस पूरे केस की ड्रग्स के एंगल से जांच हो रही है. हाल ही में उनकी वायरल चैट में रिया चक्रवर्ती के ड्रग कनेक्शन का खुलासा हुआ है. उन पर संदेह जताया जा रहा है कि वो सुशांत को ड्रग्स दिया करती थी. इसमें सबसे ज्यादा जिस ड्रग की चर्चा हो रही है, उसका नाम CDB आयल है. रिपोर्ट्स के मुताबिक रिया ये ड्रग सुशांत को डिप्रेशन से आराम देने के लिए दिया करती थी. बता दें कि ये ड्रग इतनी खतरनाक है कि इसे भारत में बैन किया जा चुका है. आइये जानें इंसान के शरीर पर ये ड्रग किस कदर असर डालती है.

भांग के पौधे का है मूल तत्व

इस मामले में जिस ड्रग का नाम बार बार सामने आ रहा है उसे कैनबिडीओल कहते है. ये 1940 में खोजा गया था और एक फाइटो कैनाबिनोइड है. भारत में भांग और गांजे की फैमिली माने जाने वाले ये उन 113 कैनाबिनोइड में से एक है. इसे किसी भांग के पौधे का मूल तत्व माना जाता है. इस पौधे में बीज नहीं पड़ते बल्कि ये फूल, पत्तियों और डंठल से बनता है. काफी समय तक इसे दर्द को कम करने वाले तेल के रूप में प्रयोग किया जाता रहा है.

कैंसर के मामले में उपयोगी

हालांकि इस ड्रग का कैंसर और दर्द को कम करने में भी उपयोग होता रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक लोगों को इसको लेने पर उतना भारी नशा नहीं होता जिसको लेने के बाद वो उसके एडिक्ट हो जाए. हालांकि इन सब के बावजूद भी इसको लेकर कई प्रतिबंध है. और डॉक्टर के बिना प्रेस्क्रिप्शन के इसको लेना काफी खतरनाक बताया गया है. अमेरिका में ये लीगल पर इसके बावजूद भी ये प्रतिबंध के साथ ही मिलता है. ऐसा इसलिए क्योंकि अभी भी इसकी पूरी तरीके से स्टडी की जानी बाकी है. साथ ही इसके कई सारे साइड इफेक्ट्स जैसे थकान, उलटी, चिड़चिड़ाहट, खून को पतला कर देना आदि देखे गए हैं. साथ ही अगर आपको कोई दूसरी बीमारी हो तो इसको लेने पर उल्टे असर दिखाई दे सकते हैं.

जिंदगी से धोना पड़ सकता है हाथ

इसके अलावा एक और ड्रग जिसका नाम MDMA यानि मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथाम्फेटामाइन है, उसे भी काफी घातक माना गया है. ये भारत में बैन है लेकिन विदेशों से ये तस्करी के जरिये मंगाई जाती है. इसकी डिमांड का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि इसकी एक गोली हजार रुपये से भी ऊपर की आती है. एक गोली या एक डोज लेने के 40 से 50 मिनट के भीतर इसका असर दिखने लगता है. उसे लेने वाला काफी खुश महसूस करता है. लेकिन ओवरडोज लेने पर किसी की जान जाने का भी खतरा रहता है. अगर कोई व्यक्ति दो सालों तक लगातार ये ड्रग लेता रहे तो उसकी फैसले लेने की क्षमता पूरी तरह ख़त्म हो जाती है.

अपनी जान पर खेलकर नीरजा ने बचाई थी 360 लोगों की जान, पाकिस्तान ने भी किया था सम्मानित

नीरजा भनोत को तो हम सभी जानते हैं. उनके कहानी भी सभी ने सुनी ही होगी. नीरजा भनोत ने अपनी बहादुरी से 360 लोगों की जान बचाई थी और पूरी दुनिया के लिए मिसाल बन गई थी. लेकिन इस दौरान वो खुद को बचा नहीं पाई और आतंकियों ने उन्हें मार दिया था. इस घटना को हुए 34 साल पूरे हो गए है लेकिन आज भी वो नीरजा हम सबके दिलों में जिंदा है. आज भी उनके कामों के लिए नीरजा की हर कोई सराहना करता है. सिर्फ भारत ही नहीं पाकिस्तान ने भी उन्हें एक बहादुर लड़की मानते हुए सम्मानित किया था.

5 सितम्बर 1986 का था वो दिन

नीरजा की मौत हुए आज 34 साल पूरे हो गए है. 5 सितम्बर 1986 का वो दिन था जब पैन एएम 73 फ्लाइट में बैठे सभी यात्री पायलट के आने का इंतेजार कर रहे थे. तभी चार आतंकियों ने पाकिस्तान के कराची से पैन एएम 73 फ्लाइट को हाईजैक किया था. इस फ्लाइट में कुल 379 यात्री सवार थे. आतंकियों का मकसद इस फ्लाइट को क्रैश कराने का था लेकिन नीरजा के साहस ने आतंकियों के इस मंसूबों को नाकाम कर दिया. उन्होनें अपनी जान दांव पर लगाकर 360 यात्री को बचाया था.

आतंकियों ने प्लेन को किया था हाईजैक

जिन आतंकियों ने फ्लाइट को हाईजैक किया था वो सभी लिबिया की अबू निदल ऑर्गेनाइजेशन से जुड़े हुए थे. उनका मकसद अपने फिलिस्‍तीनी साथियों की जेल से छुड़ाने का था. उन्होनें पाकिस्तान सरकार से पायलट भेजने की मांग की ताकि वो विमान को अपनी मन मुताबिक जगह ले जा सकें. लेकिन जब सरकार फ्लाइट में मौजूद सभी अमेरिकियों को मारने का फैसला किया. लेकिन फ्लाइट में एयर होस्टेस का काम कर रही नीरजा ने ऐसा नहीं होने दिया. आतंकियों ने नीरजा से सभी यात्रियों के पासपोर्ट लेने को कहा जिससे वो पता लगा सकें कि फ्लाइट में मौजूद कौन-कौन अमेरिकी है.

नीरजा की बहादुरी से बची थी कई जानें

लेकिन नीरजा की बहादुरी की वजह से एक भी अमेरिकी नागरिक इस आतंकियों के हाथ नहीं आ पाया. दरअसल, नीरजा ने सभी के पासपोर्ट छुपा दिए. इससे आतंकियों को गुस्सा आ गया और उन्होनें गेट पर ले जाकर एक अमेरिकी को गोली मार दी. इस विमान में कुल 44 अमेरिकी सवार थे, जिनमें से आतंकी केवल 2 को ही मार पाए.

विमान में कई बच्चें भी सवार थे, जो इस घटना से काफी डरे सहमे थे, लेकिन नीरजा ने उन्हें हिम्मत देते हुए फ्लाइट में मौजूद सभी लोगों का काफी अच्छे से ख्याल रखा. तभी नीरजा को याद आया कि विमान का ईंधन खत्म होने वाला है, जिससे अंधेरा हो जाएगा, ऐसे में परेशानी और बढ़ सकती है. नीरजा ने आतंकियों के ध्यान को भटकाते हुए विमान में मौजूद सभी यात्रियों को आपातकाल दरवाजों के बारे में बताया. तभी विमान का ईंधन खत्म हो गया और चारों ओर अंधेरा छा गया.

इसके बाद नीरजा ने कुशलता दिखाते हुए सभी यात्रियों को आपातकाल द्वार से बाहर निकालना शुरू किया. ऐसा होता देख आतंकी बौखला गए और उन्होनें गोलियां बरसानी शुरू कर दी. इसी बीच दूसरों की जान को बचाते-बचाते नीरजा आतंकियों की गोली से नीरजा की मौत हो गई.

केवल 22 साल की थी नीरजा

जिस समय ये घटना हुई उस समय नीरजा भनोत केवल 22 साल की थी. वो करीब 17 घंटे तक अकेले आतंकियों से लड़ी और लोगों की जान बचाई. इस घटना में नीरजा समेत कुल 20 लोगों की जान गई थी, जबकि 360 लोगों की जान नीरजा की वजह से बच गई. इस घटना के दो दिन बाद ही नीरजा का 23 वां जन्मदिन था. लेकिन इससे पहले भी वो शहीद हो गई.

पाकिस्तान भी कर चुका है नीरजा को सम्मानित

देश की इस बहादुर लड़की को ना सिर्फ भारत बल्कि पाकिस्तान ने भी सम्मानित किया है. नीरजा को भारत ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘अशोक चक्र’ से नवाजा है तो वहीं पाकिस्तान में उन्हें तमगा-ए-इन्सानियत से सम्मानित किया है.

अगर नीरजा की निजी जिंदगी की बात करें तो वो एयर होस्टेस होने के साथ-साथ एक मॉडल भी थी. उन्होनें कई ब्रॉन्ड्स के लिए मॉडलिंग की थी. वो अपने पति से अलग होकर अपने माता-पिता के साथ रहती थी.

नीरजा की कहानी पर बन चुकी है फिल्म

नीरजा की इस बहादुरी की कहानी को बताने के लिए साल 2016 में उनके ऊपर एक फिल्म भी बनाई गई है. सोनम कपूर ने इस फिल्म में नीरजा का किरदार निभाया है. फिल्म में नीरजा की निजी जिंदगी से लेकर फ्लाइट में हुई इस घटना को काफी बारीकी से दिखाया गया है. इस फिल्म को काफी पंसद भी किया गया है.

Teacher’s Day: क्यों 5 सितंबर को मनाया जाता है ‘टीचर्स डे’? पहली बार कब मनाया गया था?...

हर शख्स के जीवन में टीचर्स का काफी महत्व होता है. जब कोई बच्चा माता-पिता के संरक्षण से अलग होकर जीवन को समझने के लिए घर से बाहर की दुनिया में कदम रखता है, तो उनको रास्ता दिखाने वाले शिक्षक ही होते हैं. वैसे तो हर छात्र अपने टीचर्स का काफी सम्मान करते है, लेकिन हर साल 5 सितंबर को देशभर में टीजर्स-डे मनाया जाता है. इस दिन छात्र अपने-अपने तरीके से शिक्षकों के प्रति प्यार और सम्मान जाहिर करते हैं.

हालांकि इस बार कोरोना वायरस का संकट छाया हुआ है, जिसके चलते महीनों से स्कूल-कॉलेज बंद हैं. तो इस बार जैसे कोरोना काल में ऑनलाइन क्लासेस चल रही है, वैसे ही टीजर्स डे भी ऑनलाइन ही मनाया जाएगा. जिसका मतलब है कि इस बार टीचर्स डे बदले हुए स्वरूप में नजर आएगा. वैसे क्या आप जानते हैं कि कब से टीचर्स डे मनाया जा रहा है और  क्यों हर साल 5 सितंबर के ही दिन टीचर्स डे मनाया जाता है? आइए हम आपको इसके बारे में बताते हैं…

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का होता हैं जन्मदिन

5 सितंबर को देश के पहले उप राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन होता है. वो एक महान शिक्षक के साथ-साथ राजनीतिज्ञ और दार्शनिक भी थे. 5 सितंबर 1988 को उनका जन्म तमिलनाडु के तिरुमनी गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनको बचपन से ही किताबें पढ़ने का काफी शौक था और वो स्वामी विवेकानंद से प्रभावित थे. चेन्नई में 17 अप्रैल 1975 को राधाकृष्णन का निधन हो गया.

ये हैं इसके पीछे की वजह…

उनके जन्मदिन पर टीचर्स डे मनाने की वजह भी अब आपको बताते हैं. दरअसल, एक बार डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के छात्र उनका जन्मदिन मनाना चाहते थे, जिसके लिए उन्होनें उनसे पूछा. उस दौरान राधाकृष्णन ने कहा कि आप मेरा जन्मदिन मनाना चाहते हो, ये बहुत अच्छी बात है. लेकिन अगर आप इस दिन को शिक्षकों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में दिए योगदान और समर्पण को सम्मानित करते हुए मनाएंगे, तो मुझे बहुत खुशी होगी. उनकी इसी इच्छा का सम्मान करते हुए 1962 से हर साल देशभर में 5 सितंबर के दिन शिक्षक दिवस मनाया जाता है.

सभी देशों में अलग-अलग तारीख पर मनाया जाता है टीजर्स डे

कई देशों में शिक्षक दिवस मनाया जाता है, जिसको मनाने की तारीख अलग-अलग होती है. चीन में 10 सितंबर को टीजर्स डे मनाया जाता है, तो वहीं अमेरिका में 6 मई को. ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर के आखिरी शुक्रवार को शिक्षक दिवस मनाया जाता है. वहीं ब्राजील में 15 अक्टूबर और पाकिस्तान में 5 अक्टूबर को टीचर्स डे मनाते हैं. वहीं इसके अलावा ओमान, यूएई, सीरिया, यमन, मिस्र, सऊदी अरब, लीबिया समेत कई इस्लामी देशों में 28 फरवरी को टीचर्स डे मनाया जाता है. हालांकि ‘अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस’ 5 अक्टूबर को मनाया जाता है. साल 1994 में यूनेस्को ने इसकी घोषणा की थी.

30 हजार रुपये में बिकने वाली भारत की इस सब्जी की है विदेशों में काफी डिमांड, पीएम मोद...

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वैसे तो आपने कई ऐसी सब्जियां खाई होगीं, जो स्वादिष्ट होने के साथ काफी महंगी भी होती होगी. लेकिन क्या आप देश और दुनिया की सबसे महंगी सब्जी के बारे में जानते है. ये सब्जी भारत के हिमाचल से आती है. विदेशों में भी इस सब्जी की खूब मांग होती है. इस सब्जी का नाम गुच्छी (Gucchi) है, जिसकी कीमत एक किलोग्राम की 30 हजार तक हो सकती है. ये औषधीय गुणों से भरपूर होती है. इसका औषधीय नाम मार्कुला एस्क्यूपलेटा है.

मार्केट में ये होती है कीमत

स्पंज मशरू के नाम से ये देश में मशहूर है. सब्जी को पकाने काफी मेहनत लगती है. गुच्छी हिमालय में मिलने वाली जंगली मशरूम की प्रजाति है, जिसकी मार्केट में कीमत 25 से 30 हजार रुपये किलो है. सब्जी को बनाने में ड्राय फ्रूट, सब्जियां और देसी घी का इस्तेमाल किया जाता है. भारत में ये सब्जी काफी दुर्लभ है, जिसकी मांग विदेशों में भी होती है. कई लोग मजाक में ऐसा भी कहते हैं कि अगर गुच्छी की सब्जी खानी है तो इसके लिए बैंक से लोन लेना पड़ेगा.

गुच्छी के नियमित उपयोग से दिल की बीमारियां नहीं होती. अगर दिल की बीमारियों से पीड़ित लोग इसका रोज थोड़ी मात्रा में सेवन करते हैं, तो उन्हें फायदा होता है. हिमालय के पहाड़ों से लाकर सुखाया जाता है. जिसके बाद मार्केट में उतारा जाता है. ज्यादातर गुच्छी हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर के पहाड़ों पर उगाए जाते हैं. बारिश के मौसम में ये कई बार खुद भी उग जाते हैं, लेकिन बड़ी मात्रा में इकट्ठा करने के लिए कई महीनों का समय लग जाता हैं.

प्रधानमंत्री मोदी को सेहत का है राज

यूरोप, अमेरिका, फ्रांस, स्विट्जरलैंड और इटली के लोग इस सब्जी को काफी पंसद करते हैं. गुच्छी में विटामिन-बी, डी, सी और के होता है. ये फरवरी और अप्रैल के बीच मिलती है. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ये सब्जी काफी पंसद है. जब वो गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होनें बताया था कि उनकी सेहत का राज हिमाचल के मशरूम है. वैसे तो पीएम रोज इसका सेवन नहीं करते लेकिन उन्होनें बताया है कि गुच्छी उनको बहुत पसंद है.

कई बड़ी कंपनियां और होटल इसको हाथों-हाथ खरीद लेते है. बड़ी कंपनियां 10 से 15 हजार रुपये प्रति किलो में खरीदते हैं. मार्केट में गुच्छी 25 से 30 हजार रुपये प्रति किलो के रेट पर बिकती है.

विदेशों में भी की जाती है काफी पसंद

वैज्ञानिकों के मुताबिक पहाड़ के लोग जल्दी गुच्छी चुनने नहीं जाते क्योंकि ऐसा जरूरी नहीं जहां ये एक बार उगती है, उसी जगह अगली बार भी उगे. कई बार ये सीधी चढ़ाई पर उगती है या फिर गहरी घाटियों में. साथ ही कभी-कभी तो पहाड़ों पर ऐसी जगह उगती है, जहां पहुंच पाना नामुमिकन होता है. विदेशों में गुच्छी को दुनिया का सबसे बेहतरीन मशरूम कहा जाता है.

बेहद फ़िल्मी है इशांत शर्मा की लव स्टोरी, 2 साल बाद पत्नी ने दिया था भाव

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टीम इंडिया के ‘लंबू’ कहे जाने वाले इशांत शर्मा आज यानि सोमवार को अपना 31वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 2 सितंबर 1988 को हुआ था। लंबे बाल, 6 फीट 5 इंच की ऊंचाई, बेहतरीन आत्मविश्वास; कुल मिलाकर एक ऐसी पर्सनालिटी जिसकी कोई भी लड़की कायल हो जाए। तो भला उनकी पत्नी प्रतिमा सिंह कैसे इस क्रिकेटर से प्यार करने से खुद को रोक पाती। दोनों का प्यार परवान चढ़ा, और 10 दिसंबर 2016 को इशांत और प्रतिमा शादी के पवित्र बंधन में बंध गए। लेकिन इशांत जितने अनुशासित मैदान पर दिखते हैं, असल ज़िंदगी में वे उतने ही रोमांटिक हैं। इनकी लव स्टोरी भी किसी फ़िल्मी कहानी से कम नहीं है। तो आइये जानें कैसे हुई इशांत और प्रतिमा की मुलाकात जिसने दोनों को एक दूसरे का दीवाना बना दिया।

कौन हैं प्रतिमा सिंह?

प्रतिमा सिंह एक भारतीय महिला बास्केटबॉल खिलाड़ी हैं। ये क्रिकेटर इशांत शर्मा की पत्नी हैं। इनका पूरा परिवार एथलीट है। इनकी 5 बहनें है जिसमें ये सबसे छोटी हैं। इनकी 5 में से 3 बहनें भारतीय महिला राष्ट्रीय बास्केटबॉल का हिस्सा हैं। एक ही परिवार में रहकर बास्केटबॉल से ताल्लुक रखने के चलते इन्हें ‘सिंह सिस्टर्स’ के नाम से भी जाना जाता है। इनकी बहन प्रशांति पद्म श्री और अर्जुन पुरूस्कार से भी नवाज़ी जा चुकी हैं।

2011 में हुई थी पहली मुलाकात

एक टॉक शो में इशांत ने खुलासा किया था कि वो प्रतिमा से पहली बार 2011 में मिले थे। इस दौरान इशांत को दिल्ली के IGMA बास्केटबॉल एसोसिऐशन लीग में चीफ गेस्ट के लिए बुलाया गया था। दिलचस्प बात तो ये थी कि इस लीग में प्रतिमा स्कोरर की भूमिका निभा रहीं थीं। उनके पैर में चोट लगने की वजह से वो खेल नहीं सकती थी। मज़ाकिया अंदाज़ में इशांत ने कह दिया कि स्कोरर सुन्दर है। तब तक इशांत को ये नहीं पता था कि वही सुन्दर स्कोरर एक बास्केटबॉल चैंपियन है।

2 साल बाद स्वीकार की थी फ्रेंड रिक्वेस्ट

इशांत ने इस बात का भी खुलासा किया था कि 2 साल बाद प्रतिमा ने उनकी फेसबुक रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की थी। जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे से नमबर शेयर किये। और फिर शुरू हुई एक हसीन प्रेम कहानी। दोनों ने एक दूसरे को जाना पहचाना और वक़्त के साथ पता ही न चला कि कब दोनों की दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई। मन में फीलिंग्स का सैलाब उमड़ने पर इशांत ने कुछ समय बाद अपनी दिल के जज्बात प्रतिमा के सामने रखे। और प्रतिमा न ख़ुशी ख़ुशी इसे स्वीकार लिया। 19 जून 2016 में दोनों ने सगाई कर ली और फिर उसी साल दिसंबर में सात फेरे लेकर ये खूबसूरत जोड़ी एक दूजे की हो गई।

शादी के यादगार पल..

शादी के दिन ये जोड़ी रामायण के भगवान राम-सीता से कम नहीं लग रही थी। नारंगी लहंगे में सजी प्रतिमा बेहद खूबसूरत दिख रही थी। वहीं इशांत भी मैरून शेरवानी में किसी हीरो से कम नहीं लग रहे थे। सगाई में भी प्रतिमा ने नारंगी रंग का ही घेरदार ड्रेस पहनी हुई थी। गुरुग्राम के नॉटिंग हिल फार्महाउस में इनकी शादी हुई थी। दोनों की शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो गईं थी। खेल जगत के कई खिलाड़ी इस शादी में शरीक हुए थे।

इशांत का करियर ग्राफ

इशांत ने ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज़ किया था। इंटरनेशनल टूर के लिए जब उन्हें ऑस्ट्रेलिया भेजा गया था तो इशांत ने अपने बेहतरीन गेंदबाज़ी के प्रदर्शन से कंगारुओं को फिरकी की तरह नचा दिया था। धीरे धीरे 2013 तक अचानक से उनका करियर ग्राफ डाउन होने लगा। अपने करियर में इशांत के नाम कुछ बेहतरीन रिकॉर्ड दर्ज हैं। उनके खाते में 2011 में सबसे कम उम्र में 100 टेस्ट विकेट लेने पांचवें सबसे युवा गेंदबाज का रिकॉर्ड दर्ज है। जबकि 2013 में सबसे तेज 100 वनडे विकेट चटकाने वाले टीम इंडिया के पांचवें सबसे तेज गेंदबाज इशांत हैं।