एक ऐसी एसएसपी जिसने शहर में आते ही आर्डर दे दिया था कि अगर किसी भी पुलिस वाले का पेट यानि तोंद दिखाई दी तो उसके ऊपर कायर्वाही होगी, एक ऐसा एसएसपी जिसके आने से उस इलाके के सारे पुलिस वालों के पेट कम होने की वजह से फिट दिखने थे, एक ऐसा एसएसपी जिससे शहर के सारे पुलिस अधिकारी मिलने से बचते थे, ऐसा खौफ बना कर रखने वाले एसएसपी के साथ ऐसा क्या हुआ, जो उन्होंने रातों-रात जरूरी काम का बहाना बना, गायब होना पड़ा? ऐसा क्या हुआ जो एसएसपी सबको डरता था आज वो खुद डर गया?
दोस्तों, आईए आज हम आपको उस एसएसपी और उसके ऐसे गायब होने की वजह से रूबरू कराते है.
चाय वाला बोला साहब ये मायावती के पिताजी हैं…
यह बात उस समय की है जब जून 2002 में एसएसपी चंद्रपाल सिंह उत्तर प्रदेश आए थे, जहाँ उस समय मायावती की सरकार होती थी. एसएसपी चंद्रपाल सिंह का उस समय अपना ही रौब था, शहर के सारे पुलिसवाले उनके सामने आने से डरते थे. लेकिन साथ ही उस समय खुद को मायावती का रिश्तेदार बता कर काम निकलवाने की भी लहर चली हुई थी जिससे पुलिसवाले काफी परेशान थे.
एक दिन किसी जमीन के सिलसिले में मायावती के पिता प्रभुदयाल गाड़ी से कोतवाली जा रहे थे, उनके साथ उनका ड्राईवर भी था, वह कोतवाली पहुंचने ही वाले थे कि बीच में ट्रेफ़िक की वजह से रुकना पड़ा, इतनी ही देर में एक बाइक वाला आता है और उनकी गाड़ी से टक्करा जाता है, वह बाइक सवार ओर कोई नहीं बल्कि एसएसपी चंद्रपाल सिंह होता है. एसएसपी चंद्रपाल सिंह को ड्राईवर पर गुस्सा आता है और उसे पीटने लग जाता है, इतनी देर में वहां पास की स्टोल पर एक चाय वाला बोला ‘साहब रुक जाईये आपको पता है ये कौन है?’ एसएसपी ने पुछा बताओ कौन है चाय वाले ने जवाब दिया की मायावती के पिता है ये… इतना सुनते ही एसएसपी को ओर गुस्सा आया की सबको मायावती का रिश्तेदार बनाना है. और गुस्से में ड्राईवर को पुलिस स्टेशन ले गए, पीछे-पीछे मायावती के पिता भी स्टेशन पहुंच गए.
धीरे-धीरे ये बात आग की तरह फ़ैल गई, किसी ने कहा की एसएसपी ने मायावती के पिता को छोड़ दिया, किसी ने कहा की उनके ड्राईवर को एसएसपी ने पिता… जितने मुह उतनी बातें होने लगी… ये बात जैसे तैसे आजतक पहुंच गई और अगले दिन की फ्रंट न्यूज़ बन गई… जब तक एसएसपी को इस बात का अहसास हुआ की ये सच में मायावती के पिता के ड्राईवर है जब तक देर हो चुकी थी, इसीलिए एसएसपी रातों-रात छुटी लेकर गायब हो गए थे. और उत्तर प्रदेश में सरकार बदलने तक नहीं नज़र आए थे.
दूसरी तरफ मायावती को जब पता चला की एक जाट एसएसपी ने उनके पिता के साथ ये सब किया है तो मायावती ने उसकी सजा वहां के सारे जाट, गुजर को दी, उस इलाके के सारे जाट, गुजर का तबादला कर दिया था.
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