जनसंख्या भारत की सबसे बड़ी समस्या बन चुका है और इस पर नियंत्रण करना सबसे बड़ी जरूरत। यूपी, असम जैसे राज्यों इस दिशा में काम भी शुरू कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून का ड्राफ्ट तैयार किया जा चुका है, जिसके बाद से ही इस मुद्दे ने लगातार तूल पकड़ा हुआ है। बड़ी संख्या में लोग इस कानून के पक्ष में है, जबकि कुछ विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं।
ड्राफ्ट के मुताबिक दो से ज्यादा बच्चों वाले लोगों को सरकारी सुविधाओं से दूर किया जा सकता है और साथ ही स्थानीय चुनाव भी नहीं लड़ने दिया जाएगा।
ट्रोल होने लगे रवि किशन
इस बीच बातें इसको लेकर भी हो रही हैं, जो योगी सरकार जनसंख्या नियंत्रण पर कानून लाने की तैयारी में हैं, उनके ही आधे से ज्यादा विधायकों की 2 से अधिक संतानें हैं।
गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन जनसंख्या नियंत्रण पर संसद में प्राइवेट बिल पेश करेंगे। लेकिन यहां गौर करने वाली बात ये है कि जो रवि किशन बिल पेश करने जा रहे हैं, उनकी खुद 4 संतानें हैं। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर लोग उन्हें काफी ट्रोल कर रहे हैं।
लोग कर रहे ऐसे ऐसे कमेंट
लोग कहते नजर आ रहे हैं कि चार बच्चों के पिता रवि किशन अब लोगों को 2 बच्चे होने का फायदा बताएंगे।
एक यूजर ने इस पर कमेंट करते हुए लिखा- “रवि किशन जिनके 4 बच्चें हैं, वो संसद में पॉपुलेशन कंट्रोल बिल पेश करेंगे। सरकार को चिन्यामंद से महिला सुरक्षा बिल पेश कराना चाहिए।” तो वहीं दूसरे यूजर ने ये भी पूछा कि क्या ये कानून सिर्फ आम लोगों के लिए होगा या नेताओं के लिए भी।
आधे से ज्यादा विधायकों की 2 से ज्यादा संतानें
गौरतलब है कि सिर्फ रवि किशन ही नहीं यूपी सरकार में ऐसे कई विधायक हैं, जिनकी दो से ज्यादा संतानें हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी विधानसभा की वेबसाइट पर 397 कुछ विधायकों की प्रोफाइल हैं, जिसमें से 304 बीजेपी विधायक शामिल हैं। प्रोफाइल के अनुसार इसमें से 152 विधायकों के दो से ज्यादा बच्चें हैं।
विधानसभा की वेबसाइट के मुताबिक बीजेपी के एक विधायक तो ऐसे हैं, जिनके 8 बच्चे हैं। जबकि एक और विधायक की 7 संताने हैं। इसके अलावा बीजेपी के आठ विधायकों के 6-6 और 15 विधायकों के पांच, 44 के चार और 83 के तीन बच्चे हैं।
साथ ही 103 बीजेपी विधायक ही ऐसे हैं जिनके दो-दो बच्चे हैं और 34 विधायकों की अब तक सिर्फ एक ही संतान है। इसके अलावा 15 विधायकों की कोई संतान अब तक नहीं है, या उन्होंने इसको लेकर फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी। यही वजह है कि योगी सरकार के विधायक भी सवालों के घेरे में आ गए हैं।