प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका जा रहे हैं। वो अपने तीन दिन के अमेरिकी दौरे के लिए रवाना भी हो गए। इस यात्रा के दौरान पीएम कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वो 24 सितंबर को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक में शामिल होंगे। पीएम मोदी ने अमेरिका के अपने तय कार्यक्रम के बारे में खुद बताया। जिसके बाद ही सोशल मीडिया पर एक अलग ही बहस छिड़ गई।
पीएम के अमेरिकी दौरे पर सवाल
दरअसल, सोशल मीडिया पर कई लोग पीएम मोदी के वैक्सीनेशन पर सवाल उठा रहे हैं। वैसे तो पीएम मोदी ने वैक्सीन की दोनों डोज ही ले ली। आपको याद होगा ही, जब एक मार्च से 60+ एज ग्रुप को वैक्सीन लगने की शुरूआत हुई थी, तो उसी दिन सुबह सुबह पीएम मोदी भी अपना टीका लगवाने पहुंच गए थे। उन्होंने भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई स्वदेशी कोवैक्सीन लगवाकर वैक्सीन को लेकर लोगों का भ्रम दूर करने की कोशिश की थीं।
सोशल मीडिया पर लोग भड़के
लेकिन भारत की इसी कोवैक्सीन को अमेरिका में मान्यता नहीं दी गई। बावजूद इसके पीएम मोदी इस वैक्सीन को लगवाकर अमेरिका चले गए। इस वजह से ही कई लोग सोशल मीडिया पर पीएम मोदी को घेरते हुए नजर आने लगे। तो कुछ ने अमेरिका की नीतियों पर भी सवाल खड़े कर दिए।
एक यूजर ने इस पर ट्वीट करते हुए लिखा- ‘मोदी जी कोवैक्सीन लेने का दावा करते हैं, जिसे USA ने मान्यता प्राप्त नहीं दी, जहां वे यात्रा कर रहे हैं। वहीं जिन भारतीयों ने कोवैक्सीन ली, वो USA की यात्रा नहीं कर सकते। अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग रूल क्यों?’
वहीं एक कांग्रेस वर्कर ने इसको लेकर सवाल उठाते हुए पूछा- ‘क्या मोदी ने सच में कोवैक्सीन ली थी? अमेरिका केवल उन्हीं लोगों को अनुमति देता है जिन्होंने WHO के द्वारा अप्रूव टीके लगाए हो। मोदी केवल तब ही अमेरिका की यात्रा कर सकते हैं जब उन्होंने कोविशील्ड या फाइजर नहीं लिया हो। मोदी ने भारत को फिर बेवकूफ बनाया?’