यूपी के बस्ती जिले के गौर थाने में लाइन हाजिर हुए शमशेर बहादुर सिंह को गाने-बाजे बजाकर विदाई दी गई। उनके विदाई कार्यक्रम में पुलिसकर्मियों ने जमकर डांस किया। इसकी वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। जैसे ही ये मामला सुर्खियों में आया, तो एसपी ने इस पर एक्शन लिया।
पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने इसको आचरण के खिलाफ अर्मादित व्यवहार और कोरोना से जुड़े प्रोटोकाल का उल्लंघन माना। इसको लेकर निरीक्षक शमशेर बहादुर सिंह, उपनिरीक्षक भीम सिंह, अजय सिंह, सिपाही प्रमोद कुमार, मनोज यादव को निलंबित कर दिया।
दरअसल, ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में नामांकन के दौरान यूपी में कई जगहों पर हिंसा हुई। बीजेपी और सपा के कार्यकर्ता भिड़ गए थे। कहीं जगहों पर हालात आउट ऑफ कंट्रोल हो गए। पत्थर से लेकर गोलियां तक चलाई गई।
गौर ब्लॉक परिसर में भी नामांकन के दौरान हिंसा हुआ। बीजेपी के दो गुट आपस में भिड़ गए थे। कई बार मारपीट हुई। इस दौरान पुलिस भी वहां मौजूद थी। ब्लॉक के गेट को धक्का देकर कुछ लोग अंदर घुस गए थे। इस दौरान पुलिस ने वहां लाठीचार्ज भी किया। फिर देर शाम एसपी ने शांति व्यवस्था नहीं बनाए रखने के लिए प्रभारी निरीक्षक शमशेर बहादुर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया।
इसके बाद शुक्रवार को पुलिसकर्मियों को विदाई देने के लिए स्थानीय लोगों ने कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान बीच सड़क पर विदाई जुलूस निकाला गया। स्थानीय लोग समेत पुलिसकर्मी बैंड बाजे की धुन पर थिरकते हुए नजर आए।
पूर्व IPS अधिकारी ने इसकी वीडियो शेयर सोशल मीडिया पर शेयर की। उन्होंने लिखा- “नामांकन के दौरान उपद्रव करने वाले BJP कार्यकर्ताओं पर बल प्रयोग करने पर सत्ता के दवाब में लाइन हुए SO गौर, बस्ती शमशेर बहादुर सिंह का गौर बाज़ार में फूल-मालाओं से स्वागत। जय हिन्द! इस बहादुर शेर को जबरिया रिटायर के पेंशन से भी रु० 500/- का ईनाम।”