कहते हैं कि पैसे से तो कोई भी अमीर हो सकता है। अच्छा इंसान वहीं माना जाता है जो दिल से अमीर हो। पैसा होने से सबकुछ नहीं होता। उसके साथ बड़ा दिल भी होना चाहिए। नोएडा के एक कारोबारी हैं, जो सिर्फ पैसे से ही करोड़पति नहीं हैं, बल्कि दिल से भी काफी ‘अमीर’ निकले। उन्होंने ऐसी दरियादिली दिखाई हैं, जिसके काफी ज्यादा चर्चें हो रहे हैं। दरअसल, एक गरीब लड़की की शादी में नोएडा के कारोबारी ऐसा कुछ किया, जिसको लेकर उनकी काफी तारीफें की जा रही हैं। क्या है ये पूरा मामला, इसके बारे में विस्तार से बताते हैं…
भात में दिए लाखों के सामान
दरअसल, मध्य प्रदेश के शिवपुरी में एक गांव हैं एजवारा नाम का। यहां रहने वाली एक गरीब परिवार की लड़की की शादी थीं। शादी में भात की रस्में होनी थीं, लेकिन उसे निभाने के लिए दुल्हन के कोई मामा नहीं थे। नोएडा के एक कारोबारी इस गरीब लड़की की शादी में मामा बनकर पहुंच गए और यहां उन्होंने अपना फर्ज निभाते हुए लाखों रुपये की भात तक दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक कारोबारी ने शादी में दूल्हा और दुल्हन को 5 लाख रुपये के जेवर दिए, जिसमें 9 तोला सोना और 1 किलो चांदी था। इसके अलावा बिजनेसमैन ने दूल्हे को 1 लाख कैश और स्मार्टफोन दिया।
सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने गांव की 350 महिलाओं को साड़ियां और पुरुषों को 100 जोड़ी पैंट-शर्ट तक दिए। साथ ही साथ कारोबारियों ने सभी बारातियों को गिफ्ट्स दिए।
मामा का निभाया फर्ज
जानकारी के मुताबिक शिवपुरी के एजवारा गांव के थान सिंह यादव की बेटी की शादी 20-21 नवंबर को हुई थीं। शादी की रस्में चल रही थीं, लेकिन भात देने के लिए लड़की के कोई मामा नहीं थे। तब वहां पर नोएडा से गोविंद सिंघल नाम के एक बिजनेसमैन परिवार के साथ वहां पहुंच गए। बिजनेसमैन ने तब कहा कि वो दुल्हन के मामा का फर्ज निभाने और भात देने के लिए यहां रस्म करने के लिए आए हैं। उनकी ये बातें सुनकर दुल्हन का परिवार खुश हो उठा और सब कारोबारी को किसी फरिश्ते से कम नहीं मान रहे थे।
ऐसे पता चला था कारोबारी को सबकुछ
बता दें कि लड़की की मां का कोई भी भाई नहीं था। दुल्हन के नाना ने सालों पहले ही संन्यास ले लिया था। लड़की की मां अपनी बेटी की शादी से पहले पिता को ढूंढने के लिए गई थीं। तब उनको पता चला कि उनके पिता गौतमबुद्ध नगर के जेवर में साधु के रूप में रह रहे हैं। जब वो वहां पहुंचे तो साधु के भेष में बैठे पिता के पास गए और अपनी बेटी की शादी के बारे में बताया, तो संन्यासी पिता ने बेटी और दामाद को इनकार कर दिया।
इसी दौरान अजब संयोग हुआ और नोएडा के कारोबारी गोविंद सिंघल ने ये पूरी बातचीत सुन ली। फिर उन्होंने परेशानी पूछी, जिसके बाद बिजनेसमैन ने सिंघल से उनका पता और बेटी की शादी की तारीख उसने ली। कारोबारी उस दौरान सिर्फ ये कहकर वहां से चले गए थे कि आप घर जाइए भगवान सब अच्छा करेगा। लेकिन उस वक्त कहां पता था कि वहीं बिजनेसमैन लड़की के मामा बनकर शादी में पहुंच जाएंगे और भात की रस्म पूरी करेंगे।