छत्तीसगढ़ के मुंगेली से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो इंसानियत को शर्मसार करता है। यहां एक मां अपने नवजात बच्ची को कुत्तों और पिल्लों के बीच कड़कड़ाती ठंड में छोड़ दिया। वहीं जब बच्ची को कोई सहारा नहीं मिला, तो ये बेजुबान ही उसका सहारा बने। बच्ची की हिफाजत एक कुत्ते और उसके चार छोटे बच्चों ने की। पूरी रात ये नवजात बच्ची उन कुत्तों के बीच में ही रही और इन बेजुबानों ने उसे एक खरोंच तक नहीं आने दी।
कुत्तों को बीच में पड़ी नवजात बच्ची गांव वालों को पैरावट के पास लावारिस हालत में मिली। यहां एक कुत्ता और उसके बच्चे भी थे। कड़ाके की ठंड और कुत्तों के बीच रहने के बावजूद नवजात एकदम सही हालत में मिली। किसने बच्ची को इस हालत में यहां पर छोड़ा, इसके बारे में अब तक पता नहीं चल पाया।
नवजात बच्ची के यूं लावारिस हालत में मिलने की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची का हेल्थ चेकअप कराकर उसे चाइल्ड लाइन मुंगेली लेकर आ गए। वहीं बाल कल्याण समिति के द्वारा चलाए जा रहे चाइल्ड लाइफ प्रोजेक्ट ने इस बच्ची का नाम आकांक्षा रखा। ये समिति ही अब फैसला लेगी कि बच्ची कहां रहेगी। साथ ही साथ पुलिस बच्ची के परिजनों को तलाश में भी जुटी है।
ये मामला इस वक्त काफी सुर्खियों में हैं। इस मामले को लेकर लोग ये कहते नजर है कि इंसानों से ज्यादा इंसानियत तो अब बेजुबानों में है। तो वहीं कई लोग उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, जिन्होंने महज एक दिन की मासूम को कड़कड़ाती हुई इस ठंड में लावारिस छोड़ दिया।