नवीन जिंदल ने जी न्यूज के दो संपादकों पर संगीन इल्जाम लगाए थे। जिसमें नवीन जिंदल से 100 करोड़ रुपये ऐंठने का आरोप था। दोनों वरिष्ठ संपादकों का भंडाफोड़ करने के लिए जिंदल ग्रुप ने साल 2012 में 13 सितंबर से 19 सितंबर के बीच स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम दिया।
सुधीर चौधरी और जी न्यूज की टीम पर 100 करोड़ रुपये ऐंठने का आरोप लगाया गया था। ये आरोप जिंदल स्टील एवं पावर लिमिटेड ने एक वीडियो दिखाते हुए लगाया था। जिंदल के मुताबिक चैनल ने कंपनी को ब्लैकमेल करने की कोशिश की और कोयला ब्लॉक आवंटन के खिलाफ खबर नहीं दिखाने के लिए बड़ी रकम ऐंठने का बड़ा आरोप लगाया।
ये दो पत्रकार हुए थे गिरफ्तार
दरअसल, जी न्यूज के दोनों वरिष्ठ पत्रकारों सुधीर चौधरी (पूर्व) और समीर अहलूवालिया को पैसे ऐठने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दोनों ही पत्रकारों पर नवीन जिंदल से कोयला घोटाले पर खबर ना चलाने को लेकर 100 करोड़ रुपये की मांग की गई थी।
100 करोड़ की मांग का आरोप
मालूम हो कि जब सुधीर चौधरी और समीर अहलूवालिया जिंदल ग्रुप से बात करने पहुंचे, उस दौरान जिंदल ने बातचीत की एक सीडी बना ली थी। सीडी में देखा गया कि दोनों ही पत्रकार कोयला घोटाले की खबर ना चलाने के लिए शर्त रखी। शर्त ये थी कि जिंदल ग्रुप को 100 करोड़ की कीमत चुकानी होगी। सीडी में ये भी कहते हुए देखा गया कि अगर ये रकम मिल जाती है तो वे नाकारात्मक खबरें भी चलाना बंद कर देंगे। हालांकि सुधीर चौधरी ने इन खबरों को सिरे से नकार दिया। साथ ही इसे बकवास करारते हुए चैनल पर दबाव बनाने का आरोप लगाया।
नवीन जिंदल का जी न्यूज पर आरोप
नवीन जिंदल ने इससे पहले ये भी आरोप लगाया था कि जी न्यूज उन पर चार सालों से 20 करोड़ रुपये की भी मांग करता रहा है। इसके बाद ही जिंदल ने उनका पर्दाफाश करने के लिए सीडी बनाई थी। ऐसे में मामले के खुलासे के बाद जी टीवी ने जिंदल ग्रुप के खिलाफ 100 करोड़ की मानहानि का दावा किया। हालांकि जिंदल ग्रुप ने 200 करोड़ की मानहानि का दावा पहले ही कर रखा था।
कोयला घोटाला में JSPL का नाम शामिल
बता दें कि जिंदल ग्रुप का नाम कैग की रिपोर्ट में दाखिल था। कोयला ब्लॉक आवंटन में फायदा पहुंचने वाली कंपनियों में से एक नाम जिंदल ग्रुप का भी शामिल था।
सुधीर चौधरी को 100 करोड़ का तिहाड़ी क्यों कहा जाता है
मनमोहन सरकार के दौरान कोयला घोटाले में नवीन जिंदल की कंपनी जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड का नाम सामने आया था। जिसके बाद जी न्यूज ने नवीन जिंदल और उनकी कंपनी के खिलाफ खबरें चलाई थी। जी न्यूज़ के पूर्व संपादक सुधीर चौधरी और समीर अहलूवालिय ने ये समाचार रोकने के लिए जिंदल स्टील से 25 करोड़ रुपए हर साल के हिसाब से अगले 4 सालों के लिए 100 करोड़ रुपए की मांग की थी। ये रुपये ऐंठने वाली घटना का वीडियो स्टिंग ऑपरेशन के जरिये बना लिया गया। इसी सबूत के आधार पर सुधीर चौधरी को नवंबर 2012 में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेजा गया था, हालांकि बाद में वे जमानत पर छूट गए थे।