भारत में बनी कारों की घरेलू बाजार में ही नहीं बल्कि विदेशी बाजारों में भी अच्छी मांग है और यही वजह है कि समय के साथ मेड इन इंडिया कारों का निर्यात बढ़ता जा रहा है। भारत में बनी कारों के निर्यात में जून में 76 हजार से ज्यादा कारों का निर्यात हुआ, जिसमें सबसे ज्यादा निर्यात होने वाली कार Volkswagen Virtus है। इसके बाद Nissan, Hyundai, मारुति सुजुकी, Honda, Hyundai, Toyota जैसी कंपनियों की कारें हैं। आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि भारत में बन रही किन कारों की विदेशों में मांग है।
और पढ़ें: भारत में क्यों है हैचबैक कारों का दबदबा? जानिए इस कार को खरीदने के 5 बड़े फायदे
76297 वाहनों का निर्यात किया गया
रिपोर्ट के अनुसार, जून 2024 के दौरान विभिन्न देशों को कारों और एसयूवी की कुल 76297 इकाइयों का निर्यात किया गया है। पिछले साल इसी अवधि के दौरान 57616 इकाइयों का निर्यात किया गया था। आंकड़ों के अनुसार, साल-दर-साल आधार पर निर्यात में 32 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है।
टॉप 5 में हैं ये कारें
भारत से सबसे ज़्यादा निर्यात की जाने वाली गाड़ियों में वोक्सवैगन वर्टस सबसे आगे है जिसकी 6349 यूनिट्स निर्यात की गई हैं, जो सालाना आधार पर 191.10 फीसदी की बढ़ोतरी है। जबकि जून 2023 में कंपनी की इस कार की सिर्फ 2181 यूनिट्स निर्यात की गई थीं।
वहीं, निसान सनी 5970 यूनिट्स निर्यात के साथ दूसरे स्थान पर है। हुंडई वर्ना 5416 यूनिट्स निर्यात के साथ तीसरे स्थान पर है। मारुति सुजुकी वर्ना 5154 यूनिट्स निर्यात के साथ चौथे स्थान पर है। इसके बाद मारुति बलेनो 4645 यूनिट्स निर्यात के साथ पांचवें स्थान पर है।
टॉप 10 में ये कार भी शामिल
इस लिस्ट में छठे स्थान पर मारुति डिजायर है, जिसकी 4576 यूनिट्स निर्यात की गईं। इसके बाद मारुति सुजुकी जिम्नी की 4121 यूनिट्स, होंडा एलिवेट की 4108 यूनिट्स, हुंडई ग्रैंड आई10 निओस की 3704 यूनिट्स और फॉक्सवैगन टिगुआन की 3122 यूनिट्स निर्यात की गईं।
इन कारों की भी अच्छी डिमांड
भारत से निर्यात की जाने वाली शीर्ष 20 कारों में मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा 11वें स्थान पर है, जिसकी 3091 इकाइयां विदेश भेजी गईं। इसके बाद 2945 मारुति सुजुकी एस-प्रेसो, 2700 हुंडई ऑरा, 2463 मारुति सुजुकी अर्टिगा, 2207 निसान मैग्नाइट, 1722 टोयोटा अर्बन क्रूजर हाइराइडर, 1396 किआ सोनेट, 1092 किआ कैरेंस, 1044 हुंडई अल्काजार और 1015 हुंडई वेन्यू का निर्यात हुआ। आपको बता दें कि शीर्ष 20 कारों में से अधिकांश का निर्यात साल दर साल बढ़ा है।
XUV 400, EC3, इनविक्टो की मांग सबसे कम
जून 2024 में विदेशों में सबसे कम मांग वाली कारों में मारुति इनविक्टो, सिट्रोएन EC3 और महिंद्रा XUV 400 शामिल हैं। पिछले महीने मारुति इनविक्टो, सिट्रोएन EC3 और महिंद्रा XUV 400 की केवल एक-एक यूनिट ही निर्यात की गई।
और पढ़ें: अगले महीने भारतीय बाजार में 3 शानदार गाड़ियां हो रही लॉन्च, देखें पूरी लिस्ट