कोरोना टीकाकरण के रजिस्ट्रेशन (Corona Vaccine Registration) एक एप पर किया जाता है जिसका नाम है Co-WIN ऐप। इसी एप को लेकर अब सेंधमारी का शक जाहिर किया जा रहा है। जिससे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) को आगे आकर अपनी बात रखनी पड़ी। मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि कोई भी डेटा Co-WIN पोर्टल से लीक (Cowin Data Leak) नहीं हुआ है। लोगों की पूरी जानकारी सेफ है क्योंकि यह डिजिटल प्लेटफार्म किसी शख्स का पता नहीं इकट्ठा करता है। जैसा कि कई मीडिया रिपोर्ट्स ऐसे दावे कर रहे हैं कि Co-WIN पोर्टल में इकट्ठा किए गए संग्रहित डेटा आनलाइन लीक हो गया है। इस संबंध में मंत्रालय ने कहा कि यह स्पष्ट किया जाता है कि कोई भी डेटा को-विन पोर्टल से लीक नहीं हुआ और निवासियों का पूरा डेटा इस पर पूरी तरह से सेफ है।
वहीं, दूसरी ओर कोई भी शख्स खुद ही इस प्लेटफार्म पर हुई टीकाकरण की किसी भा तरह की गलती को सही कर पाएगा। इसके लिए प्लेटफार्म पर विकल्प दे दिया गया है और कोविन प्लेटफार्म पर एक मोबाइल नंबर पर अह पंजीकरण छह लोगों के टीकाकरण के लिए कराया जा सकता है, पहले 4 लोग ही कर सकते थे।
कोविड प्लेटफार्म पर शिकायतें थी कि कइयों को आंशिक या पूर्ण टीकाकृत दिखाए जा रहे हैं पर उनका कोई टीका हुआ ही नहीं। इन शिकायतों को नेशनल हेल्थ अथारिटी टीकाकर्मियों की गलती कहकर पल्ला झाड़ लेता था पर अब अथारिटी ने इन गलतियों को सही किया है। खुद ही अब टिकाकरण की स्थिति को को सही कर सकता है। कितनी डोज ली, कोई डोज ली या नहीं कुद ही शख्स सही कर सकता है। जानकारी सही करने पर तीन से सात दिनों में कोविड प्लेटफार्म पर नई स्थिति दिखने लगेगी। फिर वह व्यक्ति नई स्थिति के अनुरूप टीके की पहली या दूसरी डोज ले सकता है।