बीते कुछ दिनों से ट्विटर लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। पहला तो टूलकिट को लेकर मामला और दूसरा सोशल मीडिया गाइडलाइंस को लेकर। ट्विटर ने टूलकिट मामले पर एक्शन लेते हुए बीजेपी प्रवक्ता समेत दूसरे बीजेपी नेताओं की ट्वीटको “Manipulated” ट्वीट का टैग दे दिया था, जिसको लेकर काफी बवाल मचने लगा। इसके बाद दिल्ली पुलिस की दो टीमें ट्विटर के ऑफिस पहुंच गई थीं।
दूसरा मामला है, सोशल मीडिया गाइडलाइंस का। फरवरी में सरकार ने सोशल मीडिया और OTT प्लेटफॉर्म के लिए कुछ गाइडलाइंस जारी की थीं। सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को गाइडलाइंस लागू करने के लिए सरकार ने तीन महीने का वक्त दिया, जिसकी अवधि 26 मई को खत्म हो चुकी है। तो ट्विटर इन गाइडलाइन को लागू करेगा या नहीं, ये सवाल बना हुआ है?
‘अपने स्टाफ की सुरक्षा के लिए हम परेशान’
इस दोनों ही मामलों को लेकर ट्विटर ने चुप्पी साधी हुई थीं। हालांकि अब ट्विटर की तरफ से सरकार को जवाब दिया गया है। सबसे पहले टूलकिट विवाद को लेकर ट्विटर ने कहा कि वो परेशान है, भारत में अपने स्टाफ की सुरक्षा को लेकर।
इसको लेकर ट्विटर ने बयान जारी कर कहा कि भारत में हम अपने स्टाफ की सुरक्षा के लिए चिंतित है। भारत में हमारे इम्प्लॉइज के साथ जो घटना हुई, इसके अलावा जिनको हम अपनी सर्विस दे रहे हैं, उनकी अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर हम परेशान हैं। हालांकि अपने इस बयान में ट्विटर ने सीधे तौर पर दिल्ली पुलिस का नाम नहीं लिया। लेकिन ये जरूर कहा कि हम भारत और दुनियाभर के नागरिकों के लिए नए नियम लागू कर रहे हैं। साथ में शर्तों को लागू करना के लिए “पुलिस की धमकाने” की रणनीति से चिंतित हैं।
गाइडलाइंस लागू करने पर ये बोला ट्विटर
वहीं ट्विटर ने सरकार द्वारा बनाई गई सोशल मीडिया गाइडलाइंस लागू करने सरकार से तीन और महीनों की मोहलत मांगी। ट्विटर ने कहा कि वो नियमों को लागू करने के लिए तैयार हैं। हालांकि ये पारदर्शिता के उसूलों के साथ होगा। इसको लेकर भारत सरकार के साथ हमारी बातचीत जारी रहेगी। हमारा ये मानना है कि मामले में दोनों तरफ से सहयोगात्मक रवैया अपनाया जाना चाहिए। हमारी भारत सरकार से अपीलहै कि हमें तीन महीने का वक्त दें, जिससे हम नियमों को लागू कर सकें।
गाइडलाइंस को लेकर ट्विटर ने कहा कि इसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भारत में ही एक ग्रेवांस अफसर की नियुक्ति करने को कहा गया है। इस नियम को लेकर हम फ्रिकमंद हैं। प्लेटफॉर्म पर कंटेंट को लेकर अधिकारी को आपराधिक रूप से उत्तरदायी बना दिया है। इस नियम से ये पहुंच खतरनाक स्तर तक बढ़ जाएगी।
‘नियम लागू करेंगे, लेकिन…’
इसके अलावा ट्विटर ने अपने बयान में ये भी कहा- ‘हम भारत के लोगों के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत में हमारी सेवा कम्युनिकेशन के लिए प्रभावी साबित हुई। महामारी के दौर में ये संबल का जरिया बनी। हम सेवाएं जारी रखने के लिए नए नियम लागू करने की कोशिश करेंगे। लेकिन जिस तरह से दुनियाभर में करते हैं, नियमों को लागू करते समय पारदर्शिता, अभिव्यक्ति की आजादी, अभिव्यक्ति की मजबूती और प्राइवेसी का पूरा ख्याल रखेंगे।’