कई बार आपने देखा होगा कि स्मार्टफोन में काफी देर तक गेम खेलते खेलते, या कोई वीडियो या मूवी देखते देखते अचानक से डिवाइसेज़ गर्म होने लगती है। जो स्मार्टफोन के लिए बिल्कुल भी अच्छा संकेत नहीं माना जाता। कभी कभी हीटिंग के चलते स्मार्टफोन के ब्लास्ट होने की खबरें भी सामने आई हैं, तो कई बार फोन का पारा गर्म होने से वो खुद ब खुद स्विच ऑफ हो जाते हैं। इससे फोन की कार्यक्षमता पर भी असर पड़ता है। लेकिन भविष्य में ऐसा नहीं होगा। वैज्ञानिकों ने इस परेशानी का एक ख़ास तरीका खोज निकाला है। इस नई तकनीक के तहत अब गर्म होने पर डिवाईसेज को पसीना आने लगेगा।
ऐसे काम करेगी ये तकनीक
बता दें इंसानों और जानवरों में पसीना आने से शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है। अब इसी थ्योरी पर स्मार्टफोन का टेम्प्रेचर मेंटेन करने पर भी काम चल रहा है। इसके लिए करीब तीन बालों जितनी मोटाई की कोटिंग लगाई जाएगी। हीट होने पर ये कोटिंग काफी मात्रा में कुछ पानी की बूंदें रिलीज़ करेगी। इससे इलेक्ट्रॉनिक्स का तापमान एक जैसा रहेगा। ये पानी गैस के तौर पर भाप बनकर उड़ जाएगा। इस तकनीक को काफी महंगा बताया जा रहा है लेकिन वो दिन दूर नहीं जब इसको सच कर दिखाया जाएगा।
ओवरहीटिंग की दूर होगी दिक्कत
इस नई टेक्नोलॉजी का यूज़ सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ में किया जाएगा। इन डिवाइसेज़ में स्मार्टफोन से लेकर टैबलेट शामिल होंगे। वैज्ञानिक इस तकनीक से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि इससे ओवरहीटिंग की समस्या से निजात मिल सकेगी। शंघाई यूनिवर्सिटी में रेफ्रिजरेशन इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर रहे सीनियर ऑथर रूजू वांग के मुताबिक इन माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स को डिवेलप करके थर्मल मैनेजमेंट की नई तकनीक को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज में लागू किया जा सकता है, जो डिवाइसेज टाइट पैक होने की वजह से जल्दी गर्म हो जाते हैं।
तो इसलिए गर्म होता है फोन का पारा!
अगर आप एक स्मार्टफोन यूज़र हैं तो काफी बार आपको अपनी डिवाइस के ओवरहीटिंग होने का सामना करना पड़ा होगा। दरअसल इन सबके पीछे की वजह डिवाइस का लगातार कुछ घंटों तक यूज़ करते रहना है। गेम खेलते वक़्त, चार्जिंग के के दौरान या फिर वीडियो स्ट्रीम करने के दौरान फोन ज्यादातर ओवरहीट होता हुआ देखा गया है। इसलिए भलाई इसमें हैं कि डिवाइसेज़ को बीच बीच में ब्रेक देते रहें।