भारत सरकार के साथ ट्विटर की तनातनी बीते कुछ समय से जारी है। सरकार के द्वारा सोशल मीडिया के लिए बनाए गए नए IT नियमों को ट्विटर अब तक मानने को तैयार नहीं हुआ, जिसका खामियाजा माइक्रो ब्लागिंग साइट को भुगतना पड़ा। सरकार ने ट्विटर को तगड़ा झटका देते हुए उससे कानूनी सुरक्षा का अधिकार छिन लिया है।
…तो ट्विटर होगा जिम्मेदार
इसके बाद अब अगर ट्विटर पर कोई यूजर अगर गैर कानूनी बातें करता है, भड़काऊ पोस्ट डालता है, तो इसके सीधे तौर पर ट्विटर ही जिम्मेदार होगा। अब भारत में कंपनी के प्रबंध निदेशक समेत शीर्ष अधिकारियों से पुलिस पूछताछ कर सकेगी। अब तक ट्विटर को जो भारतीय IT एक्ट की धारा 79 के तहत सुरक्षा मिल रही थीं, वो अब नहीं मिलेगी। नए आईटी नियमों के तहत ट्विटर अनुपालन अधिकारी की नियुक्ति करने में देरी कर रहा है, जिसकी वजह से कंपनी पर ये बड़ा एक्शन लिया गया।
हालांकि इसको लेकर अब तक सरकार ने कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया, लेकिन खबरों के मुताबिक नियम नहीं मानने को लेकर ट्विटर के खिलाफ सरकार को ये सख्त एक्शन लेने को मजबूर होना पड़ा। ट्विटर को छोड़कर बाकि सोशल मीडिया कंपनियों गूगल, फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप की सुरक्षा पहले की ही तरह जारी रहेगी।
ट्विटर ने अब तक नहीं मानें नियम
आपको बता दें कि नए IT नियमों के मुताबिक सोशल मीडिया कंपनियों को 25 मई तक अधिकारियों की नियुक्ति करनी थीं। ट्विटर में शुरू में कुछ नियुक्तियां जरूरत की थीं, लेकिन सरकार की तरफ से उन्हें खारिज कर दिया गया। क्योंकि जिन नियुक्ति की थीं, वो सीधे तौर पर कंपनी से जुड़े हुए नहीं थे। 5 जून को सरकार की तरफ से ट्विटर को आखिरी नोटिस दिया गया था, जिसमें तुरंत IT नियमों का पालन करने के लिए कंपनी से कहा गया था।
ट्विटर पर दर्ज हुआ पहला केस
वहीं नए आईटी नियमों को लेकर ट्विटर के खिलाफ पहला केस भी दर्ज किया जा चुका है। दरअसल, बीते एक-दो दिन से ट्विटर पर एक मुस्लिम बुजुर्ग व्यक्ति की मारपीट करने और उनकी दाढ़ी काटने का मामला काफी ज्यादा सुर्खियों में था। ट्विटर पर इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश हुई। सोशल मीडिया पर ये खबर फैली की बुजुर्ग के साथ मारपीट करते हुए ‘जय श्री राम’ के नारे लगवाने की कोशिश हुई। जबकि पुलिस की जांच में ये सामने आया कि मामला ताबीज से जुड़ा था। बुजुर्ग ताबीज बनाने का काम करते थे और उनका उल्टा असर दिखने की वजह से उनके साथ मारपीट की गई।
इस मामले में ट्विटर समेत कई लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गईं। जिसमें ये आरोप लगा कि बिना सत्यता जाने घटना की वीडियो ट्विटर पर चली और ये ट्रेंड कर गया। इस मामले में पुलिस ने धार्मिक भावनाएं आहत करने की धारा लगाई। बता दें कि नए आईटी नियम के तहत किसी भी सोशल मीडिया कंपनी के खिलाफ ये दर्ज हुआ पहला मुकदमा है।