आज के समय में मैसेज करना काफी आम बात हो गई। अक्सर ही लोग कभी Whatsapp तो कभी फेसबुक या दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर मैसेज के जरिए बातचीत करते हैं। लेकिन क्या आपको उस मैसेज के बारे में मालूम है, जिसे दुनिया में सबसे पहले भेजा गया? नहीं, तो आज हम आपको उस मैसेज के बारे में भी बताने जा रहे है।
दरअसल, आज से करीब 30 साल पहले साल 1992 में दुनिया का पहला टेक्स्ट मैसेज भेजा गया था। ये मैसेज आज भी काफी स्पेशल है। इसे आज भी संभालकर रखा गया है। अब इतने लंबे वक्त के बाद दुनिया का पहला टेक्स्ट मैसेज इसलिए चर्चाओं में आया है क्योंकि जल्द ही इसकी नीलामी हो रही है। 21 दिंसबर को नीलामी के लिए इसे रखा गया है।
वोडाफोन पहली कंपनी थी, जिससे दुनिया का पहला टेक्स्ट मैसेज भेजा गया। मैसेज को भेजने वाला एक वोडाफोन का कर्मचारी था। इंजीनियर नील पापवर्थ नाम के शख्स ने न्यूबरी वर्कशायर में रिचर्ड जार्विस को ये पहला टेक्स्ट मैसेज भेजा था। पहला टेक्स्ट मैसेज तीन दिसंबर 1992 को किया गया। तब 22 साल के पापवर्थ, वोडाफोन के लिए SMS पर काम कर रहे थे। पापवर्थ ने इस मैसेज में क्रिसमस की बधाई दी थी। ये मैसेज 14 कैरेक्टर का था।
अब 21 दिसंबर को दुनिया के इस पहले टेक्स्ट मैसेज की नीलामी हो रही है। मैसेज को फ्रांस में एगट्स ऑक्सन हाउस की ओर से नीलाम किया जा रहा है। टेक्स्ट मैसेज को क्रिप्टोकरेंसी में खरीदा जा सकता है। मैसेज को एक करोड़ 71 लाख रुपये में नीलाम करने के लिए लिस्ट किया गया है। जो कोई भी सबसे ज्यादा बोली लगाएगा, उसे टेक्स्ट मैसेज सेंडर और रिसीवर की जानकारी वाली एक डिजिटल फाइल दी जाएगी।