जैसे जैसे न्यूज हासिल करने के साधन बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे फेक न्यूज का सिलसिला भी लगातार बढ़ता ही चला जा रहा है। सोशल मीडिया पर अक्सर कई फेक न्यूज वायरल होती रहती है। इसके चलते लोगों के लिए सही न्यूज और फेक न्यूज में फर्क करना मुश्किल हो जाता है। मैसेजिंग ऐप Whatsapp के जरिए भी आजकल कई फेक मैसेज वायरल होती रहती हैं।
Whatsapp पर वायरल हो रहा ये मैसेज
इन दिनों ऐसा ही एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि सरकार के द्वारा नए IT रूल्स लागू होने के बाद सरकार आपके मैसेज और कॉल्स पर कड़ी नजर रखेगीं। वायरल हो रहे इस मैसेज में कहा जा रहा है कि नए IT नियम लागू होने के बाद आपकी सभी व्हाट्सऐप कॉल रिकॉर्ड किए जाएंगे। साथ में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स फेसबुक, ट्विटर, Whatsapp पर आपकी हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगीं। मैसेज में ये भी कहा गया है कि अगर कोई यूजर्स सरकार के खिलाफ या किसी धार्मिक मुद्दे पर नकारात्मक संदेश शेयर करेगा, तो उसको गिरफ्तार किया जाएगा।
वायरल मैसेज में किए जा रहे ये दावे
यही नहीं मैसेज में ये भी दावा किया जा रहा है कि Whatsapp टिक का एक नया सिस्टम आ रहा है, जिसमें तीन लाल टिक आने का मतलब होगा कि सरकार ने आपके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। वायरल मैसेज में कहा जा रहा है कि नए टिक सिस्टम के मुताबिक अगर Whatsapp पर मैसेज भेजने के बाद तीन नीले टिक आते है, तो इसका मतलब है कि मैसेज पर सरकार ने संज्ञान लिया।
वहीं अगर दो नीले और एक लाल टिक आता है, तो सरकार आपके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। इसके अलावा अगर एक नीला और दो लाल टिक आने का ये मतलब होगा कि सरकार आपकी जानकारी की जांच कर रही है। यही नहीं तीन लाल टिक आने का मतलब ये होगा कि सरकार ने आपके खिलाफ जांच शुरू कर दी और आपको जल्द ही अदालत का समन भी मिलेगा।
PIB ने बताई वायरल मैसेज की सच्चाई
आपको जानकारी के लिए बता दें कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो रहा ये मैसेज एकदम फेक है। ऐसा कुछ भी नहीं होने जा रहा है। PIB के फैक्ट चेक कर इस वायरल हो रहे मैसेज की सच्चाई बताई है।
PIB ने अपने फैक्ट चेक में बताया- ‘एक वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार द्वारा अब नए संचार नियम के तहत सोशल मीडिया और फोन कॉल की निगरानी रखी जाएगी। ये दावा फर्जी है। भारत सरकार द्वारा ऐसा कोई नियम लागू नहीं किया गया है। ऐसे किसी भी फर्जी/अस्पष्ट सूचना को फॉरवर्ड ना करें।’
एक वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार द्वारा अब ‘नए संचार नियम’ के तहत सोशल मीडिया और फोन कॉल की निगरानी रखी जाएगी।#PIBFactCheck: यह दावा फ़र्ज़ी है।
भारत सरकार द्वारा ऐसा कोई नियम लागू नहीं किया गया है।
ऐसे किसी भी फ़र्ज़ी/अस्पष्ट सूचना को फॉरवर्ड ना करें। pic.twitter.com/mW9LT2W1k4— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 27, 2021
जानिए नई IT गाइडलाइन के बारे में…
बता दें कि सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए 25 फरवरी को कुछ नए नियम जारी किए थे। इनको लागू करने के लिए सरकार ने तीन महीनों का वक्त दिया था। जिसकी समयसीमा खत्म हो चुकी है। इन नियमों को 26 मई से प्रभावी होना था।
जो नए नियम जारी किए गए हैं, उसके मुताबिक सभी सोशल मीडिया कंपनियों को अपने प्लेटफॉर्म पर किसी पोस्ट पर शिकायत मिलती है, तो उस पर कार्रवाई करनी पड़ेगी। नियमों के मुताबिक कंपनियों को तीन अधिकारियों की नियुक्ति करनी होगी, जिसमें चीफ कॉम्प्लियांस ऑफिसर, नोड कॉन्टेक्ट पर्सन और ग्रेवांस ऑफिसर शामिल होंगे। अधिकारी भारत के रहने वाले होने चाहिए। अधिकारियों को शिकायत पर 15 दिनों में अपडेट देना होगा।
इसके अलावा अगर कोई फेक पोस्ट वायरल होती है, तो सरकार कंपनियों से उसके ऑरिजनेटर के बारे में भी पूछ सकती है। जिसका मतलब ये है कि उस पोस्ट को सबसे पहले किसने शेयर किया, ये बताना होगा। इस नियमों को लेकर अभी कंपनियों की सरकार से बातचीत चल रही है।