तीन बार फेल होने के बाद भी नहीं छोड़ी यूपीएससी की तैयारी, किसी फिल्म से कम नहीं है आईपीएस मोहिबुल्लाह की कहानी

Story of IPS Mohibullah who failed in interview thrice
Source: Google

UPSC परीक्षा दुनिया की तीसरी सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है। इसके बावजूद हर साल लाखों छात्र दिन-रात मेहनत करके इस परीक्षा की तैयारी करते हैं, लेकिन उन लाखों छात्रों में से केवल 4-5 छात्र ही इस परीक्षा को पास कर पाते हैं। वहीं, जो छात्र UPSC की परीक्षा को पास नहीं कर पाते हैं वे या तो डिप्रेशन में चले जाते हैं या अपने आखिरी अटेम्प्ट तक इस परीक्षा को पास करने की कोशिश करते रहते हैं। आज हम आपके लिए एक ऐसे ही शख्स की कहानी लेकर आए हैं जो UPSC के इंटरव्यू में तीन बार रिजेक्ट हुए थे, फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और आखिरकार आईपीएस की परीक्षा पास कर ली।

और पढ़ें: दुनिया के इतिहास में आज तक इतना अमीर कोई हुआ ही नहीं, इनके आगे मस्क, बेजोस और बिल गेट्स भी फेल हैं!

IPS मोहिबुल्लाह अंसारी की कहानी

हम बात कर रहे हैं IPS मोहिबुल्लाह अंसारी की, जो 2021 में UPSC क्लियर कर IPS अफसर बने। मोहिबुल्लाह अंसारी ने हाल ही में जोश टॉक के साथ अपनी IPS जर्नी शेयर की जिसमें उन्होंने अपनी असफलता के बारे में भी बताया।

बिहार के सीवान जिले के रहने वाले मोहिबुल्लाह को कभी भी पढ़ाई में ज्यादा दिलचस्पी नहीं थी, वह स्कूल में भी अपना ज्यादातर समय दूसरी चीजों में बिताते थे। वह इतने शरारती थे कि उनके क्लासमेट मजाक से उन्हें ‘मुसीबतुल्लाह’ बुलाते थे। शरारतों के कारण पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित न कर पाने के कारण वह कक्षा 10 और 12 की प्री-बोर्ड परीक्षाओं में फेल हो गये।

मोहिबुल्लाह अंसारी ने जोश टॉक को आगे बताया, ‘मेरा मन था कि मैं आईआईटी में जाऊं, लेकिन जब 12वीं के प्री बोर्ड में ही मैं फेल हो गया तो मेरे पिता ने ताना मारते हुए कहा- पहले कम से कम पास होने लायक नंबर तो ले आओ।’ बस इन्हीं तानों की वजह से उन्होंने 12वीं में खूब मेहनत की और आईआईटी संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) की तैयारी भी शुरू कर दी।

बीटेक के बाद मिली नौकरी

जेईई मेन और जेईई एडवांस्ड क्लियर करने के बाद मोहिबुल्लाह अंसारी ने केमिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक की पढ़ाई करने का फैसला किया और आगे की पढ़ाई के लिए आईआईटी दिल्ली चले गए। पढ़ाई पूरी करने के बाद साल 2015 में उन्हें नौकरी मिल गई। सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन उनका दिमाग अब भी कुछ और ही तलाश रहा था। इसके बाद नौकरी में मन न लगने की वजह से उन्होंने नौकरी छोड़ दी।

UPSC की तरफ बढ़ाए कदम

मोहिबुल्लाह देश के लिए कुछ करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने नौकरी छोड़ते ही UPSC की तैयारी शुरू कर दी। फिर 2015 में वह UPSC की तैयारी के लिए दिल्ली आ गए। वह हर दिन 10 से 12 घंटे तक लगातार पढ़ाई करते थे। कड़ी मेहनत करने के बाद उन्होंने अपने पहले ही अटेम्प्ट में UPSC प्री और मेन्स दोनों परीक्षाएं पास कर लीं। लेकिन, जब वह इंटरव्यू के लिए पहुंचे तो काफी घबरा गए और इंटरव्यू में पास नहीं हो पाये। इस तरह UPSC के लिए उनकी तीन कोशिशें नाकाम हो गईं।

परिवार ने किया सपोर्ट

नाकामी के कारण वह डिप्रेशन में आ गये और दिल्ली छोड़कर अपने घर लौट आ गये। उनकी ऐसी हालत देखकर उनके परिवार को बहुत बुरा लगा और उनके पिता ने उन्हें गले लगाया और कहा कि सब ठीक हो जाएगा। इसके बाद परिवार के सपोर्ट के चलते उन्होंने फिर से UPSC की तैयारी शुरू कर दी। इसके बाद साल 2021 में मोहिबुल्लाह ने यूपीएससी परीक्षा दी और प्री-मेन्स क्लियर करने के बाद वह इंटरव्यू तक पहुंच गए। इंटरव्यू क्लियर किया और परीक्षा में 381वीं रैंक हासिल की।

और पढ़ें: क्या है मनी लॉन्ड्रिंग कानून की धारा 50? इसके तहत ED के अधिकारियों के पास क्या क्या अधिकार हैं?

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here