दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के संस्थापक संत आशुतोष महाराज की समाधि का रहस्य अभी सुलझा भी नहीं था कि अब उनकी शिष्या साध्वी आशुतोषांबरी ने भी समाधि लेकर और उलझन पैदा कर दी है। दरअसल 28 जनवरी 2014 को आशुतोष महाराज समाधि में लीन हो गए थे। उनका कहना था कि वह इस शरीर में फिर से लौट कर वापस आएंगे। हालांकि, जब वह वापस नहीं लौटे तो उनके भक्त काफी निराश हुए। जिसके बाद गुरु जी को समाधि से वापस लाने के लिए साध्वी गुरु मां आशुतोषांबरी ने 28 जनवरी को यूपी की राजधानी लखनऊ के आनंद आश्रम में समाधि ले ली।
अब उनके भक्त इन दोनों के समाधि से उठने का इंतजार कर रहे हैं। साथ ही, अब उनके शिष्य गुरु मां साध्वी आशुतोषांबरी के शरीर को भी सुरक्षित रखने के लिए कोर्ट पहुंचे हैं। भक्तों ने अपनी अर्जी में आशुतोष महाराज की तरह ही साध्वी आशुतोषांबरी के पार्थिव शरीर को भी लंबे समय तक आश्रम में रखने की इजाजत मांगी गई है। हालांकि, कोर्ट ने इस अर्जी पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है, लेकिन आश्रम फिलहाल इसे कोर्ट की अनुमति मानकर चल रहा है।
कहां रखा है शरीर को सुरक्षित
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के अनुयायी अपने गुरु आशुतोष महाराज के कारण पहले समाधि लेने और फिर से जीवित होने पर विश्वास रखते हैं। हालांकि, आशुतोष महाराज को दस साल पहले चिकित्सकीय रूप से मृत घोषित कर दिया गया था लेकिन उनके शिष्य और सेवादार आज भी इस बात को मानने को तैयार नहीं हैं कि उनके गुरु की मौत हो चुकी है। उनका कहना है कि आशुतोष महाराज गहरी समाधि में लीन हैं। इसलिए भक्तों ने उनके पार्थिव शरीर को आज भी पंजाब के जालंधर के नूर महल में सुरक्षित रखा है। शव को डीप फ्रीजर में रखा गया है।
जिस कमरे में शव रखा गया है उसका तापमान माइनस में रखा गया है। साथ ही उस कमरे की सुरक्षा के लिए आश्रम के कई सेवादार तैनात हैं। इस कमरे में आम लोगों की आवाजाही पर भी सख्त रोक है। सुरक्षा कारणों से नूर महल-नक्कोदर के बीच एक पुलिस चेक पोस्ट भी बनाई गई है। दावा है कि इन व्यवस्थाओं पर करोड़ों रुपये खर्च किये गये हैं।
साध्वी आशुतोषंबरी की मेडिकल रिपोर्ट क्या कहती है?
वहीं, साध्वी आशुतोषांबरी की जांच करने वाले सरकारी डॉक्टर के मुताबिक वो ना तो वह सांस ले रही हैं, ना ही उनकी पल्स चल रही है और उनके शरीर का भी कोई भी ऑर्गन काम नहीं कर रहा है। डॉक्टरों ने अपनी जांच में साध्वी को मृत करार कर दिया है। हालांकि, आशुतोष महाराज के विपरीत, साध्वी आशुतोषंबरी के शरीर को डीप फ्रीजर में नहीं रखा गया है, बल्कि उनके शरीर को हर्बल पेस्ट से संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। बहरहाल, अब सभी को इस बात का इंतजार है कि क्या साध्वी अब कभी समाधि से उठेंगी या नहीं?
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