दुनिया के तमाम देश आतंक के विरोध में एकजुट होकर काम कर रहे हैं। भारत इस मुद्दे पर कई देशों का प्रतिनिधित्व कर रहा है। दुनिया के तमाम देश आतंकी गतिविधियों वाले संगठन और देशों के खिलाफ एक्शन ले रहे हैं। लेकिन इसी बीच आतंकी संगठन तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर अन्य देशों के लिए एक नई चुनौति खड़ी कर दी है। यह संगठन कई देशों में ब्लैकलिस्टेड है। भारतीय रुपये में कितनी है इसकी कीमत?
इस संगठन ने अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया है और अब वहां सरकार बनाने की कोशिशों में लग गया है। तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानी मुद्रा के गिरने या अस्थिर हो जाने की चर्चाएं जोर शोर से होने लगी है। हालांकि, अभी तक यह स्थिर बताई जा रही है। अफगानिस्तान अपनी करेंसी बाहर से छपवाता है। आईए जानते हैं कि कैसी है अफगानिस्तान की करेंसी और यह कहां और कैसे छपती है…
इंग्लैंड में छपती है अफगानी करेंसी
अफगानिस्तान में साल 1925 से नई करेंसी की शुरुआत हुई, जिसे अफगानी नाम दिया गया। उससे पहले वहां अफगान रुपया चलता था। द अफगानिस्तान बैंक जो कि वहां का केंद्रीय बैंक हैं, इसके ऊपर अफगानिस्तान की करेंसी छापने और वितरण करने का जिम्मा है।
इस बैंक का हेड ब्रांच काबुल में है, जहां अब तालिबान का नियंत्रण हो चुका है। तालिबान के नियंत्रण के बाद से ही इस बैंक के प्रमुख की कुर्सी खाली है। द अफगानिस्तान बैंक की स्थापना 1939 में हुई थी। देश में इस बैंक की कुल 46 शाखाएं है।
अफगानिस्तान की करेंसी इंग्लैंड में छपती है। दरअसल, दुनिया के 140 से ज्यादा देशों की करेंसी दुनिया की सबसे बड़ी प्राइवेट कंपनी करेंसी प्रिंटिंग प्रेस ले रा रुए में छपते है। इसी कंपनी में अफगानिस्तान की करेंसी भी छपती है। साल 2002 से अफगानिस्तान सरकार ने इंग्लैंड की इस कंपनी को नोट छापने की जिम्मेदारी दी है।
1 डॉलर की कीमत 86 रुपये से ज्यादा
अफगानिस्तान में एक अफगानी से लेकर 1000 अफगानी तक की करेंसी चलती है। देश का केंद्रीय बैंक द अफगानिस्तान बैंक इसको छपवाता है और वितरण करता है। यह सिक्के और नोट दोनों ही रुप में उपलब्ध हैं। खबरों की मानें तो इंग्लैंड की यह कंपनी ही अफगानी नोटों की डिजाइन भी करती है।
मौजूदा समय में अफगानिस्तान में स्थिति कुछ ठीक नहीं है। हालात स्थिर नहीं है और दिन प्रतिदिन बदतर होते जा रहे हैं। अभी अफगानी मुद्रा स्थिर है लेकिन आने वाले कुछ ही समय में इस पर असर दिखना शुरु हो सकता है। भारत के 1 रुपये की कीमत अफगानिस्तान में 1.16 रुपये के बराबर है। जबकि 1 डॉलर की कीमत 86 अफगानी रुपये से ज्यादा है।