क्रिप्टोकरेंसी बैन होने वाली हैं?…बीते दिन ये खबर आते ही हर तरफ आग की तरह फैल गई। खबर आई कि मोदी सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने की तैयारी में हैं। जिसके लिए केंद्र की तरफ संसद के शीतकालीन सत्र में एक बिल लाने की तैयारी हो रही है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि सरकार सभी प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी पर बैन लगाने जा रही हैं और वो खुद की एक आधिकारिक क्रिप्टोकरेंसी लेकर आएगी।
निवेशकों को लग सकता है तगड़ा झटका
ऐसे में वो लोग जिन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया हुआ है, उनकी टेंशन बढ़ गई। अगर सरकार ने क्रिप्टो करेंसी पर पूरी तरह से बैन लगा दिया तो निवेशकों की परेशानी बढ़ सकती है। एक रिपोर्ट ये बताती हैं कि ऐसा होने पर देश की लगभग 8 फीसदी आबादी को झटका लग सकता है। क्योंकि इन लोगों ने कई तरह की डिजिटल मुद्राओं में निवेश किया हुआ है।
70 हजार करोड़ दांव पर?
रिपोर्ट की मानें तो अभी के समय में निवेशकों ने करीब 70 हजार करोड़ रुपये कई प्रचलित डिजिटल करेंसी लगाए हुए हैं। ऐसे में सरकार अगर क्रिप्टो करेंसी पर बैन लगा देती हैं, तो ये भारतीय निवेशकों को परेशानी में डाल सकता है।
क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी?
ये एक तरह की डिजिटल करेंसी होती है। मतलब जैसे नोट या फिर सिक्के को हाथ में लेते हैं, इसमें ऐसा नहीं होता। इस करेंसी का कोई फिजिकल एग्जीस्टेंस नहीं होता है, ये डिजिटल होती हैं। और क्रिप्टोग्राफी से इनको सिक्योर किया जाता है। हर क्रिप्टोकरेंसी एक यूनिक प्रोग्राम कोड से बनती है, जिससे इसकी कॉपी बनाना या धोखाधड़ी कर पाना नामुमकिन सा ही है।
दुनियाभर में इस वक्त 7 हजार से भी अधिक कई तरह के क्रिप्टो कॉइन चलन में हैं। जबकि 2013 तक तो केवल एक ही क्रिप्टोकरेंसी हुआ करती थीं। ये क्रिप्टोकरेंसी थीं Bitcoin। बिटकॉइन आज भी भारत समेत दूसरे देशों में काफी ज्यादा पॉपुलर है।
आखिर कौन-सा बिल ला रही सरकार?
दरअसल, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जल्द शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा बिल पेश करेगीं। बिल का नाम है क्रिप्टोकरेंसी एंड रेग्युलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल 2021। बिल के तहत सरकार अपनी आधिकारिक क्रिप्टो करेंसी लाने की तैयारी कर रही है। जानकारी ऐसी है कि सरकार 26 नवंबर को ये बिल पेश करने वाली है, जिसमें ही ये पता चल पाएगा कि क्या केंद्र पूरी तरह से इन क्रिप्टो करेंसी पर बैन लगा रही है या फिर कुछ शर्तों के साथ ट्रेडिंग की इजाजत मिलेगी?
क्या हो सकता है इसका असर?
भारत सरकार अगर क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने का फैसला करती है तो Bitcoin समेत दूसरी सभी डिजिटल मुद्राओं निवेश करने वालों के लिए बड़ी परेशानी हो सकती है। सरकार क्रिप्टो पर बैन लगाने का फैसला करती है तो इसके बाद बैंक और आपके क्रिप्टो एक्सचेंजों के बीच लेनदेन बंद हो जाएगा। आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए अपनी स्थानीय मुद्रा को परिवर्तित नहीं कर पाएंगे और न ही उन्हें भुना पाएंगे।
मंगलवार को जैसे ही बैन की ये खबर सामने आई, तो कई क्रिप्टोकरेंसी क्रैश हो गई। अधिकतर क्रिप्टो में बड़ी गिरावट देखने को मिलीं। ये खबर सामने आने के बाद Bitcoin में करीब 15 तो वहीं Ethereum में 12 फीसदी, Tether में करीब 6 फीसदी और USD कॉइन में करीब 8 फीसदी की गिरावट देखने को मिलीं।