Skoda & Volkswagen recall cars: अपनी बेहतरीन निर्माण गुणवत्ता और विश्वसनीयता के लिए मशहूर ब्रांड स्कोडा और वोक्सवैगन ने भारत में स्थानीय रूप से विकसित कारों के लिए रिकॉल जारी किया है। यह रिकॉल स्कोडा कुशाक (Skoda Kushaq), स्कोडा स्लाविया (Skoda Slavia), वोक्सवैगन ताइगुन (Volkswagen Taigun) और वोक्सवैगन वर्टस (Volkswagen Virtus) जैसे लोकप्रिय मॉडलों की चुनिंदा इकाइयों पर लागू होगा।
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यह कदम SIAM (सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) की स्वैच्छिक रिकॉल वेबसाइट पर दर्ज किए गए डेटा के आधार पर उठाया गया है। जानकारी के मुताबिक, रिकॉल का दायरा उन कारों तक सीमित है, जिनका निर्माण 29 नवंबर 2023 और 20 जनवरी 2024 के बीच किया गया है। इससे प्रभावित होने वाली कुल 52 इकाइयाँ शामिल हैं, जिनमें 14 स्कोडा और 38 वोक्सवैगन कारें हैं। आइये जानते हैं इन कारों को वापस क्यों बुलवाया गया है।
क्यों जारी हुआ है रिकॉल? (Skoda & Volkswagen recall cars)
यह रिकॉल (Skoda & Volkswagen recall cars) दोनों कंपनियों द्वारा आधिकारिक तौर पर 28 अक्टूबर 2024 को दायर किया गया था। इस फाइलिंग में कार निर्माण के दौरान ‘ट्रैक कंट्रोल आर्म’ की वेल्डिंग में अनियमितताएं पाई गई हैं। रिकॉल का उद्देश्य संभावित तकनीकी खामियों को ठीक करना और प्रभावित मॉडलों के प्रदर्शन और सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। इस कदम के साथ, दोनों ब्रांड गुणवत्ता और ग्राहक संतुष्टि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साबित कर रहे हैं।
अपरिहार्य परिस्थितियों में और महत्वपूर्ण ड्राइविंग पैंतरेबाज़ी के दौरान इस घटक की विफलता की स्थिति में, बिना किसी पूर्व चेतावनी के वाहन की स्थिरता और नियंत्रण में अचानक कमी आ सकती है। इससे दुर्घटना हो सकती है, जिससे संभावित रूप से वाहन में सवार लोगों को चोट लग सकती है और तीसरे पक्ष को नुकसान हो सकता है।
कार निर्माता से प्रभावित वाहनों के मालिकों से संपर्क करके उन्हें रिकॉल के बारे में सूचित करने और उनके वाहनों का उनके निकटतम अधिकृत सर्विस सेंटर पर निरीक्षण करवाने की उम्मीद है। इन वाहनों पर दोषपूर्ण ट्रैक कंट्रोल आर्म को संभवतः निःशुल्क बदला जाएगा।
स्कोडा, वोक्सवैगन मॉडल: इंजन स्पेक्स
चारों वाहन एक ही MQB A0 IN आर्किटेक्चर पर आधारित हैं, और इसलिए पावरट्रेन का एक ही सेट साझा करते हैं। एक 1.0-लीटर, 3-सिलेंडर, TSI टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन है जो 114 bhp और 178 Nm का पीक टॉर्क पैदा करता है जिसे 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स या 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ जोड़ा जा सकता है। दूसरा विकल्प 1.5-लीटर 4-सिलेंडर TSI टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन है जो 148 bhp और 250 Nm का पीक टॉर्क पैदा करता है, जबकि इसे 6-स्पीड मैनुअल या 7-स्पीड DSG ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ जोड़ा गया है। यह यूनिट सिलेंडर डिएक्टिवेशन तकनीक के साथ भी आती है।
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