SIAM Reports 2024: साल 2024 भारतीय ऑटो सेक्टर के लिए काफी शानदार रहा। सकारात्मक उपभोक्ता मांग और व्यापक आर्थिक स्थिरता ने वाहन उद्योग को एक मजबूत बढ़ावा दिया। SIAM की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, बीते साल वाहन निर्माताओं से डीलरों को थोक बिक्री में 12% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई। इस वृद्धि का सबसे बड़ा श्रेय टू-व्हीलर सेगमेंट को जाता है।
और पढ़ें: MG M9 EV: भारत की पहली इलेक्ट्रिक लिमोसिन का अनावरण, जानें इससे जुड़ी जरूरी डीटेल
2024 की प्रमुख उपलब्धियां: थोक बिक्री में जबरदस्त उछाल- SIAM Reports 2024
SIAM की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में कुल थोक बिक्री 2,54,98,763 इकाई रही, जो 2023 के 2,28,39,130 इकाई की तुलना में 11.6% अधिक है। SIAM के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने कहा कि यह वृद्धि सकारात्मक उपभोक्ता धारणा और देश की आर्थिक स्थिरता की बदौलत संभव हो सकी।
टू-व्हीलर सेगमेंट का योगदान
साल 2024 में टू-व्हीलर सेगमेंट ने बिक्री में सबसे बड़ी भूमिका निभाई। दोपहिया वाहनों की थोक बिक्री 2024 में 14.5% बढ़कर 1,95,43,093 इकाई हो गई, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 1,70,75,432 इकाई था। स्कूटर की बिक्री 20% बढ़कर 66,75,231 इकाई रही। मोटरसाइकिल की बिक्री 12% बढ़कर 1,23,52,712 इकाई हो गई।
शैलेश चंद्रा के अनुसार, यात्री वाहनों और तिपहिया वाहनों ने भी रिकॉर्ड तोड़ बिक्री दर्ज की।
यात्री और तिपहिया वाहनों का प्रदर्शन
वहीं, यात्री वाहनों की बिक्री 2024 में 43 लाख इकाई रही, जो 2023 की तुलना में 4% अधिक है। तिपहिया वाहनों की बिक्री 7% बढ़कर 7.3 लाख इकाई हो गई।
हालांकि, कमर्शियल वाहनों की बिक्री में 3% की मामूली गिरावट देखी गई। 2024 में यह आंकड़ा 9.5 लाख इकाई रहा।
दिसंबर 2024: बिक्री के आंकड़े
दिसंबर 2024 में यात्री वाहनों की थोक बिक्री 10% बढ़कर 3,14,934 इकाई रही। साथ ही, तिपहिया वाहनों की बिक्री में भी वृद्धि हुई और यह 52,733 इकाई तक पहुंच गई। हालांकि, दोपहिया वाहनों की बिक्री दिसंबर 2023 के 12,12,238 इकाई से घटकर 11,05,565 इकाई रह गई।
‘भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो’ और भविष्य की योजनाएं
2024 में भारत सरकार की स्थिर नीतियों और पर्यावरण अनुकूल परिवेश ने वाहन उद्योग को आगे बढ़ाने में मदद की। 2025 की शुरुआत ‘भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो’ के साथ सकारात्मक दृष्टिकोण के संकेत दे रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक्सपो अगले साल उद्योग को और रफ्तार देने में मदद करेगा।
ऑटो सेक्टर का भविष्य: सकारात्मक रुझान जारी
2024 में वाहन उद्योग ने जो रफ्तार पकड़ी है, वह 2025 में भी जारी रहने की उम्मीद है। टू-व्हीलर, यात्री और तिपहिया वाहनों की बढ़ती मांग के साथ, भारत का ऑटो सेक्टर न केवल घरेलू बाजार में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ रहा है।
शैलेश चंद्रा के मुताबिक, “सकारात्मक कंज्यूमर डिमांड और स्थिर नीतियों की बदौलत ऑटो सेक्टर का भविष्य उज्जवल है।”
साल 2024 ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया है। सकारात्मक कंज्यूमर डिमांड और मजबूत आर्थिक नीतियों ने उद्योग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
और पढ़ें: Lamborghini sales record: 2024 में लैंबॉर्गिनी ने की रिकॉर्ड डिलीवरी और इलेक्ट्रिक सुपरकार की तैयारी