अगर हम पूछें कि दुनिया में सबसे ज़्यादा उम्र किस जीव की है? ज़्यादातर लोग कछुआ कहेंगे। क्योंकि कछुए 300 साल तक जीवित रह सकते हैं। लेकिन आपका ये जवाब बिल्कुल गलत है। दरअसल इस सवाल का सही जवाब शार्क है। एक खास तरह की शार्क का जीवनकाल इंसानों से चार से पाँच गुना ज़्यादा होता है। हम बात कर रहे हैं ग्रीनलैंड शार्क की। शार्क की इस प्रजाति का जीवनकाल 400 साल का होता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह धरती का सबसे पुराना ‘हड्डीवाला’ (वर्टीब्रेट vertebrates) प्राणी है। शोधकर्ताओं ने रेडियोकार्बन डेटिंग का उपयोग करके इस शार्क की उम्र निर्धारित की है।
रिसर्च ने किया चौंकाने वाला खुलासा
शोध के अनुसार, यह दावा कि शार्क सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले जीव हैं। इससे पहले व्हेल को पहले हड्डीदार जानवर के रूप में प्रलेखित किया गया था जो 211 साल तक जीवित रह सकते हैं। लेकिन जब ग्रह पर सभी जानवरों की तुलना में सबसे लंबे जीवनकाल की बात आती है तो व्हेल और शार्क भी पीछे रह जाते हैं। यह मोलस्क या सीप की एक प्रजाति है, जिसका नाम मिंग है। ऐसा माना जाता है कि यह पृथ्वी पर 511 साल पुराना है। यह सभी जीवित चीजों के लिए एक रिकॉर्ड है।
सुस्त मछली है ग्रीनलैंड शार्क
ग्रीनलैंड शार्क दिखने में बहुत बड़ी होती है और इसकी अधिकतम लंबाई पाँच मीटर होती है। इस शार्क को उत्तरी अटलांटिक महासागर के बहुत गहरे, ठंडे पानी में बेहद धीमी गति से तैरते हुए देखा जा सकता है। माना जाता है कि वे अपनी धीमी वृद्धि और धीमी गति के कारण कम ऊर्जा का उपभोग करते हैं। वे काफी हद तक इसी वजह से लंबे समय तक जीवित रहते हैं। इस शार्क की उम्र के बारे में लंबे समय से शोध किया जा रहा है। शार्क जैसी लंबी उम्र वाली मछलियों के बारे में अक्सर माना जाता है कि उनका शरीर कठोर होता है, लेकिन ग्रीनलैंड शार्क ऐसी प्रजातियों में से नहीं है।
शरीर पर धारियों को देखकर लगाते हैं उम्र का पता
ग्रीनलैंड शार्क का शरीर काफी मुलायम होता है, इसके शरीर में कोई भी अंग कठोर नहीं होते। अक्सर मछलियों के शरीर या उनके शेल के आधार पर ही उम्र का पता लगाया जाता है। शरीर पर धारियों को देखकर उम्र के बारे में पता चलता है। मछली जितनी पुरानी होती जाती है, उसकी धारियां भी उसी हिसाब से बनती जाती हैं। चूंकि ग्रीनलैंड शार्क का शरीर मुलायम और कोई भी कठोर हिस्सा देखने में नहीं आता, इसलिए ग्रीनलैंड की उम्र पता लगाने के लिए अन्य टेक्निक का इस्तेमाल किया गया। इसके लिए आंख में पाए जाने वाले प्रोटीन का सहारा लिया गया। ग्रीनलैंड शार्क के आई लेंस एक खास तरह के मैटेरियल से बने होते हैं। इस मैटेरियल में पाए जाने वाले प्रोटीन को निकालकर कार्बन डेटिंग पद्धति से उम्र का पता लगाया गया है।
इस शार्क की 28 प्रजातियां
ग्रीनलैंड शार्क परिवार की कथित 28 मछलियों में से ज़्यादातर की मौत हो चुकी है। मछली पकड़ने के जाल में फंसना इसका मुख्य कारण है। ये मछलियाँ जाल में फँसकर पकड़ से बच जाती हैं, जिसके कारण अंततः उनकी मौत हो जाती है। शोध के आधार पर, सबसे पुरानी शार्क 5 मीटर लंबी पाई गई, जिसकी अनुमानित आयु 400 वर्ष थी। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि ग्रीनलैंड शार्क कम से कम 400 वर्ष पुरानी होगी, हालाँकि रेडियोकार्बन डेटिंग को सबसे विश्वसनीय तकनीक नहीं माना जाता है। इसका मतलब है कि यह मछली 1501 से 1744 के बीच कभी भी बच्चे को जन्म दे सकती है। वैज्ञानिकों के अनुसार, 17वीं शताब्दी में इसके उभरने की संभावना अधिक है।
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