दुनियाभर में कई बातें जानकर हैरानी होती है और तो और उन हैरानी भरी बातों पर विश्वास तक नहीं होता। कुछ बातें तो अजब-गजब सी होती है। आज हम आपको जो बताने जा रहे हैं उसे जानकर तो आप यही कहेंगे कि ऐसा भी भला हो सकता है क्या। क्या आपने कभी तीन टांगों वाले इंसान के बारे में पढ़ा सुना या देखा है? अगर नहीं, तो आज हम उस इंसान एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी तीन टांगे थी।
साल 1889 में एक शख्स का जन्म इटली के सिसिली द्वीप में हुआ, जिसके तीन पैर थे। हर इंसान को 2 ही पैर मिले हैं, लेकिन इटली के रहने वाले एक शख्स ने तीन टांगे पाई और ऐसे ही असाधारण रूप में वो 77 सालों तक जिंदा रहा और लोगों को हैरान करता रहा।
उस शख्स का नाम था फ्रांसेस्को फ्रैंक लेंटिनी, जो 18 मई 1889 को पैदा हुआ और 12 भाई-बहनों में पांचवें नंबर पर आता था। फ्रैंक लेंटिनी की तीन टांगें ही नहीं थी बल्कि दो प्राइवेट पार्ट थी और तो। सिर्फ इतना ही नहीं उसका जो चौथा पैर था। वो उसकी तीसरी टांग के घुटने से ही निकल रहा था लेकिन पूरी तरह नहीं डेवलप था।
फ्रैंक लेंटिनी को एक तरह का डिसऑर्डर था। दरअसल उनकी बॉडी से आधा जुड़वा बच्चा जुड़ा था, जो उनकी रीढ़ की हड्डी से अटैच था। अपने अतिरिक्त अंगों को हटवाने की फ्रैंक लेंटिनी ने कोशिश तो की लेकिन ऐसा करवाने पर उसे हमेशा के लिए पैरालिसिस का खतरा हो सकता है, ऐसा उसे डॉक्टरों ने बताया। दरअसल उनकी रीढ़ की हड्डी से उनका तीसरा पैर बिल्कुल पास था तो खतरा ज्यादा था। ऐस में फ्रैंक ने पूरी जिंदगी तीन टांगों के साथ ही रहा था।
12 साल की उम्र में विंसेनजो मैगनैनो नामक शख्स से फ्रैंक लेंटिनी मिला। मैगनैनो एक सर्कस का ओनर था जिसने फ्रैंक को सर्कस में भर्ती होने की सलाह दी और देखते ही देखते सर्कस में दर्शकों की पहली पसंद फ्रैंक बन गया। उनमें गजब की फुर्ती थी। तीसरी टांग से वो फुटबॉल को जबरदस्त किक मारता था। इटली से लेकर अमेरिका तक वो सर्कस के कई शो में काम करता। उनके शो का नाम ‘थ्री लेग्ड फुटबॉल प्लेयर’ था। अमेरिका के टेनेसी में 21 सितंबर 1966 को 77 साल की उम्र में फ्रैंक लेंटिनी ने दुनिया को अलविदा कहा।