GST Notice to Panipuri Seller: भारत के सबसे पसंदीदा स्ट्रीट फ़ूड में से एक पानीपुरी हर गली-मोहल्ले में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। दिल्ली हो, पटना हो या चेन्नई, हर जगह पानीपुरी के ठेलों पर भीड़ देखी जा सकती है। आम तौर पर माना जाता है कि पानीपुरी बेचने वाले मामूली आय कमाते हैं। लेकिन तमिलनाडु के एक पानीपुरी विक्रेता ने अपनी चौंकाने वाली आय के कारण सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है। उसके डिजिटल भुगतान की रिकॉर्डिंग ने उसकी कमाई का राज खोल दिया, जिसके परिणामस्वरूप उसे जीएसटी नोटिस मिला।
पानीपुरी वाले की 40 लाख की डिजिटल आय- GST Notice to Panipuri Seller
तमिलनाडु के इस वेंडर ने एक साल में डिजिटल पेमेंट के जरिए 40 लाख रुपये कमाए। यह कमाई रेजरपे और फोनपे जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए हुई। चौंकाने वाली बात यह है कि यह कमाई सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट से हुई है। ऑफलाइन मोड में हुई कमाई का अभी तक कोई आकलन नहीं किया गया है।
UPI transactions are reported to the tax authorities.
Pani Puri vendor gets notice from GST authorities for not registering for GST. pic.twitter.com/6Ad3vHdGv8— Mahesh 🇮🇳 (@invest_mutual) January 3, 2025
इस घटना ने पारंपरिक स्ट्रीट फूड वेंडर्स को लेकर आम धारणा को तोड़ दिया है। आमतौर पर ये वेंडर छोटे पैमाने पर काम करते हैं और टैक्स के दायरे में नहीं आते। लेकिन डिजिटल पेमेंट ने इनके लेन-देन को पारदर्शी बना दिया है, जिसकी वजह से अब ये टैक्स अधिकारियों की नजर में आ गए हैं।
जीएसटी नोटिस का कारण
17 दिसंबर, 2024 को जारी इस नोटिस में पानीपुरी विक्रेता से 2023-24 के वित्तीय वर्ष में हुए लेन-देन का ब्यौरा मांगा गया है। यह नोटिस तमिलनाडु वस्तु एवं सेवा कर अधिनियम और केंद्रीय जीएसटी अधिनियम की धारा 70 के तहत जारी किया गया। पिछले तीन सालों के लेन-देन पर भी स्पष्टीकरण मांगा गया है, जिसमें विशेष रूप से 2023-24 के दौरान हुई भारी कमाई पर सवाल उठाए गए हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर यह नोटिस तेजी से वायरल हो रहा है। लोगों ने इस मामले पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोग हैरान हैं कि एक स्ट्रीट फूड विक्रेता इतनी बड़ी रकम कमा सकता है, जबकि कुछ लोग इसे प्रेरणादायक मानते हुए मजाक में कह रहे हैं कि वे अपनी कॉर्पोरेट नौकरियां छोड़कर पानीपुरी का ठेला लगाना शुरू कर देंगे।
Pani puri wala makes 40L per year and gets an income tax notice 🤑🤑 pic.twitter.com/yotdWohZG6
— Jagdish Chaturvedi (@DrJagdishChatur) January 2, 2025
वहीं, कुछ लोगों ने इसे डिजिटल पेमेंट्स की ताकत के रूप में देखा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने पारंपरिक और अनौपचारिक व्यवसायों को भी पारदर्शी बना दिया है।
सोशल मीडिया पर नोटिस की यह तस्वीर वायरल हो रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर @sanjeev_goyal नाम के हैंडल से भी इस नोटिस को शेयर किया गया है। उन्होंने कैप्शन लिखा है, तमिलनाडु जीएसटी विभाग ने एक गोलगप्पे वाले को नोटिस भेजा है। कारण:भैया आपके फोने-पे और गूगल-पे में एक साल में 40 लाख की बिक्री दिख रही, कैश की होगी सो अलग।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना उन छोटे विक्रेताओं के लिए एक चेतावनी है, जो डिजिटल माध्यमों से बड़ी रकम कमा रहे हैं। जीएसटी अधिनियम के तहत, सालाना 20 लाख रुपये से अधिक की कमाई करने वाले किसी भी व्यक्ति को जीएसटी के दायरे में आना होता है। पानीपुरी विक्रेता की 40 लाख रुपये की डिजिटल आय ने कर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया है।
बड़ी तस्वीर
यह मामला इस ओर भी इशारा करता है कि भारत में स्ट्रीट फूड इंडस्ट्री कितनी बड़ी और लाभदायक है। पानीपुरी जैसे साधारण स्नैक के पीछे करोड़ों रुपये का कारोबार हो सकता है।
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