मोदी जी के 15 लाख रुपये अकाउंट में देने वाले वादे को तो आप भूले नहीं होंगे। जब से ही मोदी सरकार सत्ता में आई, तब से विपक्ष इस चुनावी वादे को लेकर हमलावर रहता है। कई लोग भी ये सवाल पूछते हैं कि आखिर उनके 15 लाख रुपये अकाउंट में आएंगे? वहीं इससे जुड़ा एक बेहद ही मजेदार मामला बिहार से सामने आया है। यहां एक शख्स के अकाउंट में ये पैसे आना शुरू हो गए।
जी हां, बिहार के एक व्यक्ति के अकाउंट में साढ़े पांच रुपये की रकम आई है। शख्स का दावा है कि ये पीएम मोदी ने उसके अकाउंट में डलवाए। लेकिन जितना सिंपल ये मामला लग रहा है, उतना है नहीं।
दरअसल, ये पैसे शख्स के अकाउंट में पीएम ने नहीं भेजे नहीं, बल्कि ऐसा हुआ एक गलती से। एक बैंक की गलती के चलते उस व्यक्ति के अकाउंट में साढ़े पांच लाख की बड़ी राशि चली गई।
भई, गलती तो किसी से भी हो सकती है। बैंक से भी हो गई। फिर उसने उस शख्स ने ये पैसे वापस मांगे, तो वो अकड़ गया। उसने ये कहकर पैसे देने से इनकार कर दिया कि ये पैसे पीएम मोदी ने उसके अकाउंट में ट्रांसफर किए।
मामला बिहार के खगड़िया जिले का है। यहां ग्रामीण बैंक ने गलती से मानसी थाना क्षेत्र के बख्तियारपुर गांव के रहने वाले रंजीत दास के अकाउंट में पैसे भेजे। बाद में लौटाने के लिए कई नोटिस भेजे गए, लेकिन रंजीत ने रकम वापस करने से साफ तौर पर इनकार कर दिया।
उसने इसके बारे में बताया कि जब मुझे मार्च में पैसे मिले थे, तो मुझे बहुत खुशी हुई। लगा कि पीएम मोदी ने हर अकाउंट में जो 15 लाख रुपये देने का वादा किया था, ये उसकी पहली किस्त हो सकती है। मैनें सारा पैसा खर्च कर दिया। अब मेरे अकाउंट में पैसे नहीं है।
वहीं जब बैंक अधिकारियों को अपनी इस गलती का एहसास हुआ, तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने रंजीत से पैसे लौटाने के लिए कहा, तो वो मुकर गया। इसके लिए रंजीत को नोटिस भी भेजे गए, लेकिन फिर भी उसने ये रकम नहीं लौटाई। जिसके बाद बैंक अधिकारियों ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। अब पुलिस ने इस मामले में बैंक अधिकारियों की शिकायत पर केस दर्ज शख्स को गिरफ्तार कर दिया। अब पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई भी कर रही है।