Maha Kumbh Mela 2025 updates: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi government) महाकुंभ 2025 को डिजिटल और स्वच्छ बनाने के लिए व्यापक तैयारियां कर रही है। प्रयागराज में होने वाले इस महाकुंभ में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। इसी क्रम में मंगलवार को राज्य सरकार के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने शीर्ष समिति की 15वीं बैठक में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।
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डिजिटल और स्वच्छ महाकुंभ- Digital and Clean Maha Kumbh 2025
उन्होंने कहा कि इस महाकुंभ (Maha Kumbh Mela 2025 updates) को डिजिटल और स्वच्छ महाकुंभ के रूप में प्रदर्शित करने के लिए जो भी आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप उठाए जाएं। पूरे शहर और कुंभ मेला क्षेत्र में डिजिटल साइनेज होने चाहिए। साफ-सफाई के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। जगह-जगह डस्टबिन होने चाहिए। साथ ही सफाई कर्मचारियों और कूड़ा उठाने वाली गाड़ी के बीच समन्वय होना चाहिए।
तेजी से हो रहा काम
प्रयागराज मेला प्राधिकरण सभागार में बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि महाकुंभ की तैयारियां बहुत अच्छी चल रही हैं। बारिश और प्रतिकूल मौसम के बावजूद काम पूरी गति से चल रहा है। यहां की तैयारियों से जुड़े हर विभाग को 30 दिसंबर तक हर हाल में अपना काम पूरा करना होगा। एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग से जुड़ी किसी भी समस्या पर भारत सरकार से चर्चा की जाएगी। उम्मीद है कि मेला शुरू होने तक इस समस्या का समाधान हो जाएगा। हम ज्यादा से ज्यादा फ्लाइट चलाने के लिए काम कर रहे हैं।
तकनीक के इस्तेमाल से सुनिश्चित हो साफ सफाई- Maha Kumbh Mela 2025 updates
उन्होंने दावा किया कि हमने पिछले वर्षों में कुंभ के आयोजन में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। स्वच्छ कुंभ के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। पहले कुंभ शुरू से अंत तक भयावह होता था, लेकिन वर्तमान में नवाचारों का भरपूर उपयोग कर इसमें बड़े सुधार किए गए हैं। स्वच्छता के लिहाज से इस महाकुंभ को भी भव्य बनाना है। हम स्वच्छता पर पूरा ध्यान देंगे। स्वच्छता और उसकी निगरानी के लिए तकनीक का उपयोग किया जाएगा। मूत्रालयों में भी स्वच्छता कार्ययोजना के अनुसार काम होना चाहिए। वहां पानी जमा नहीं होना चाहिए। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था होनी चाहिए। जहां भी संभव हो, डस्टबिन रखे जाने चाहिए।
प्लास्टिक फ्री महाकुंभ को करें प्रोत्साहित
उन्होंने कहा कि कोई भी नाला खुला न छोड़ा जाए। नदी में नाले का पानी नहीं जाना चाहिए। इसके लिए जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ टीमें भेजी जानी चाहिए। उन्होंने आदेश दिया कि शहर में सार्वजनिक शौचालयों के पास लोग टेबल लगाकर न बैठें। किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए प्रवेश द्वार भी खाली होना चाहिए। वे जहां भी हों, सफाई कर्मचारियों को भोजन और पानी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री की आकांक्षाओं के अनुरूप महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए प्रोत्साहित करें। अधिक से अधिक लोग दोना, पत्तल और जूट के थैलों का उपयोग करें, इसके लिए उन्हें सब्सिडी दी जानी चाहिए।
सभी से मिलकर आगे बढ़े अलॉटमेंट की प्रक्रिया
मुख्य सचिव के अनुसार भूमि के बंटवारे को लेकर किसी भी तरह की असहमति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने मेला अधिकारी को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक व्यक्ति से बात करें और कार्यवाही सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में बनने वाले टेंट सिटी के लिए टेंट में इस्तेमाल होने वाली सामग्री एकदम नई होनी चाहिए। कोई भी पुरानी सामग्री उपलब्ध नहीं कराई जाएगी। डिजिटल कुंभ के बारे में उन्होंने कहा कि सभी विभागों को इसका समर्थन करना होगा।
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