कहते हैं कि दूध का जला, छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है. ये कहावत अब बीजेपी सरकार पर एकदम सटीक बैठ रही है. जी हाँ, मथुरा कॉरिडोर वाले मामले में यही कहा जा सकता है. कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ मथुरा पहुंचे थे. मथुरा में ही उन्होंने बांके बिहारीजी मंदिर कॉरिडोर बनाने को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है. इस बीच इसका जमकर विरोध भी हो रहा है. लोगों को इस बात का डर है कि कॉरिडोर बनने से उनके जीवन और आजीविका पर संकट आ जाएगा.
“मथुरा में किसी को नहीं उजाड़ा जाएगा”
दरअसल, उत्तरप्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि मथुरा में बांके बिहारीजी मंदिर कॉरिडोर बनाने के दौरान किसी को उजाड़ा नहीं जाएगा, किसी के सामान को क्षति नही पहुंचाई जाएगी..
ध्यान देने वाली बात है कि चुनाव से कुछ ही महीने पहले अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ, जिसमें देश के कई बड़ी हस्तियों को बुलाया गया था. मंदिर क्षेत्र से लेकर अयोध्या के कई इलाकों को नए सिरे से तैयार किया गया, जमकर पैसे बहाए गए, भाजपा ने इसे लेकर अपनी पीठ थपथपाई लेकिन चुनाव में भाजपा यहां से हार गई.
ऐसे में यह माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 में फैजाबाद सीट हारने के बाद योगी सरकार भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है. लोकसभा चुनाव में जब बीजेपी के लल्लू सिंह फैजाबाद सीट से हारे तो यह कहा जाने लगा कि विकास के नाम पर जैसी तोड़फोड़ अयोध्या और उसके आसपास की गई उसकी नाराजगी के परिणामस्वरूप जनता ने चुनाव में अपना फैसला दिया. ऐसे में अब इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि अयोध्या से सबक लेते हुए योगी सरकार की ओर से ऐसा कदम उठाया जा रहा है.
कब शुरू होगा मथुरा में कॉरिडोर बनाने काम
आपको बता दें कि सीएम योगी ने कॉरिडोर के निर्माण के संदर्भ में स्पष्ट कहा है कि सभी पक्षों से संवाद स्थापित किया जाए और किसी को उजाड़ा नहीं जाएगा. सीएम ने यह भी कहा कि लोगों से वार्ता के उपरांत उनके पुनर्वास की भी सुदृढ़ योजना बनाई जाएगी. उनके निर्देश के बाद माना जा रहा है कि सरकार बिहारीजी कॉरिडोर का काम जल्द ही शुरू करने वाली है. वही कॉरिडोर बनाने में करीब ढाई सौ करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
आगे पढ़े: यूपी में फील्ड पोस्टिंग से हटाए गए मुस्लिम-यादव अफसर, अखिलेश यादव बोले- ‘उनकी जगह लेने वाले अफसर…’.