पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 (West Bengal Election 2021) पर पूरे देश की नजर टिकी हुई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस चुनाव में जीत हासिल कर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का दावा कर रही है।
BJP के तमाम बड़े नेता, केंद्रीय मंत्री, कुछ बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और खुद पीएम नरेंद्र मोदी भी जोर-शोर से चुनाव प्रचार में लगे हैं। राजनीतिक पार्टियां अगले चरण के चुनाव की तैयारियों में लग गई है।
इसी बीच बीजेपी शासित यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने एक बार फिर से भगवान राम के मुद्दे पर ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और TMC को निशाने पर लिया है।
‘बंगाल में तय है टीएमसी की दुर्गति’
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के जलपाईगुड़ी में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने ममता बनर्जी और टीएमसी को निशाने पर लिया। उन्होंने राम नाम को लेकर ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘जिद भाजपा से हो सकती है, हमसे हो सकती है। राम आराध्य हैं, जनजन की आस्था के केंद्र हैं। राम से टकराने का जो साहस किया है, उसकी दुर्गति हुई है। टीएमसी की बंगाल में दुर्गति तय है।‘
जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि ‘आप चिंता मत करें। टीएमसी आज आपके अधिकार को हड़पने की कोशिश कर रही है। दो मई के बाद एक-एक पैसा निकाला जाएगा और यह पैसा कोई साथ लेकर नहीं जाने वाला है, यह पैसा निकाला जाएगा। अपराधी कहीं भी छिप जाए, दो मई के बाद टीएमसी के गुंडों को पताल से निकाल कर जेल के शिकंजों में डाला जाएगा।‘
‘विकास की बात पर चिढ़ जाती हैं ममता बनर्जी’
चुनाव जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, ‘अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का कार्य आरंभ हो गया है। देश का विकास भी होगा और आस्था और विश्वास का भी सम्मान होगा। विकास की बात करो, तो ममता दीदी चिढ़ जाती है। रोजगार की बात करो तो दीदी को परेशानी होने लगती है। दुर्गा पूजा की बात करो, तो दीदी को परेशानी होने लगती है।‘
उन्होंने कहा, ‘बंगाल के चुनाव ने दीदी को चंडी पाठ करने के लिए मजबूर कर दिया। अगर वह अपने गुस्से को विकास पर नहीं उतारती तो बंगाल में खुशहाली होती। बीजेपी बंगाल के लोगों के हितों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है।‘
किसानों के प्रति नहीं है दीदी की सहानुभूति
योगी आदित्यनाथ ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि दीदी की सहानुभूति किसानों के प्रति नहीं है। किसानों के शोषण करने वालों के साथ दीदी की सहानुभूति है। उन्होंने आगे कहा कि बंगाल की जनता टीएमसी से पूरी तरह से मुक्ति चाहती है। बंगाल के अंदर भी विकास की प्रक्रिया तेज हो, यह जरूरी है।
1989 के बाद से ममता बनर्जी को नहीं मिली है एक भी हार
बता दें, 294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में 8 चरण में चुनाव होने वाले हैं। उनमें से तीन चरणों में 91 सीटों पर चुनाव हो चुके हैं। टीएमसी ममता बनर्जी के चेहरे पर लगातार तीसरी बार चुनावी दंगल में है। वहीं, बंगाल में टीएमसी को टक्कर देने का दावा कर रही बीजेपी ने सीएम फेस का ऐलान नहीं किया है। बीजेपी पीएम मोदी के चेहरे पर चुनावी मैदान में है।
गौरतलब है कि पिछले एक दशक से प्रदेश की सियासत में टीएमसी का स्वामित्व रहा है। अगर ममता बनर्जी के परफॉर्मेंस की बात करें तो उन्हें साल 1989 के बाद से अभी तक किसी भी चुनाव में हार नहीं मिली है। ऐसे में बंगाल की सियासत में स्थिति क्या होगी, यह 2 मई को चुनावी नतीजों के साथ ही स्पष्ट हो जाएगा।