गाजियाबाद के डासना मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर ही सुर्खियों में रहते हैं। यति नरसिंहानंद पर आरोप लगते हैं कि वो भड़काऊ बयान देकर एक विशेष समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं। नरसिंहानंद ने एक बार फिर ऐसा ही कुछ किया हैं। इस बार यति ने कुछ ऐसी बातें बोलीं, जिसको लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। वो एक बार विवादों में हैं और यति नरसिंहानंद के खिलाफ केस भी दर्ज किया जा चुका है।
यति नरसिंहानंद के “जहरीले” बोल
मामला दिल्ली की एक हिंदू महापंचायत का हैं। दरअसल, हाल ही में दिल्ली के बुराड़ी में एक हिंदू महापंचायत के नाम से कार्यक्रम का आयोजन हुआ। यति भी इसमें शामिल हुए और यहां उन्होंने एक भाषण भी दिया। अपने भाषण में यति नरसिंहानंद ने बताया कि देश में कोई मुस्लिम प्रधानमंत्री बन गए, तो हिंदुओं के साथ क्या होगा। इस दौरान यति नरसिंहानंद हिंदुओं को हथियार उठाने की बात भी कह दी।
भाषण में यति ने कहा कि देश में मुस्लिम प्रधानमंत्री बनने पर हिंदुओं का धर्म परिवर्तन होगा। उन्होंने कहा- ‘साल 2029, 2034 या 2039 में देश में मुस्लिम प्रधानमंत्री बन जाएगा। अगर ऐसा हुआ और कोई मुस्लिम प्रधानमंत्री बना तो अगले 20 सालों में 50 प्रतिशत हिंदुओं का धर्मांतरण हो जाएगा। 40 प्रतिशत की हत्या कर दी जाएगी और बाकी बचे 10 प्रतिशत या तो शरणार्थी शिविरों में होंगे या दूसरे देश में होंगे।’
इस दौरान यति नरसिंहानंद ने ये भी कहा कि हिंदुओं को अपना अस्तित्व बचाने के लिए हथियार उठाना चाहिए। वो बोले कि ये हिंदुओं का भविष्य हैं। अगर आप इसे बदलना चाहते हैं तो मर्द बनो, मर्द बनना है, जो हथियार उठाए।
दिल्ली पुलिस ने दर्ज की 3 FIR
यति नरसिंहानंद के इन भड़काऊ बोल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पूरे मामले को लेकर दिल्ली पुलिस भी हरकत में आई और मामले को लेकर तीन FIR दर्ज की। पुलिस का कहना है कि कार्यक्रम के लिए इजाजत नहीं मिली थीं, तब भी इस प्रोगाम का आयोजन हुआ और 800 लोगों इसमें शामिल भी हुए। जिसके चलते ही पुलिस ने इसको लेकर पहला मामला दर्ज किया।
इसके लिए पुलिस ने कार्यक्रम के आयोजक और सेव इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक प्रीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया। प्रीत सिंह वही शख्स हैं, जो पिछले साल जंतर मंतर के हुए कार्यक्रम के भी आयोजक थे। इस कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरती नारेबाजी हुई थी। तब दिल्ली पुलिस ने प्रीत सिंह को अरेस्ट भी किया था।
दिल्ली पुलिस ने दूसरी FIR पत्रकारों के साथ हाथापाई को लेकर भी दर्ज की। दरअसल, कार्यक्रम में एक और बवाल मच गया था। कई पत्रकारों ने आरोप लगाया गया कि इस कार्यक्रम में उनके साथ मारपीट हुई। पत्रकारों की शिकायत के मुताबिक उनके साथ मारपीट की गई। इसके अलावा मोबाइल फोन और आई-कार्ड भी छीनने की कोशिश की। हालांकि पत्रकारों की ओर से उन्हें पुलिस हिरासत में लिए जाने की भी बात कही गई थी, जिसे पुलिस ने नकार दिया।
वहीं तीसरी FIR दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पर गलत जानकारी (हेट स्पीच) फैलाने को लेकर की दर्ज की है। यति नरसिंहानंद और सुरेश चव्हाणके के खिलाफ मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में केस दर्ज हुआ है।
विवादों से यति नरसिंहानंद का गहरा नाता
वैसे अपने ‘जहरीले’ बोल को लेकर यति नरसिंहानंद पहली बार विवादों में नहीं घिरे हैं। इससे पहले भी उनके बयानों को कई बार बड़े बवाल खड़े हो चुके हैं। कुछ महीनों पहले हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में भी यति ने इस तरह की भड़काऊ बयानबाजी की थी, जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। नरसिंहानंद फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। बावजूद इसके उनके भड़काऊ बयानबाजी का सिलसिला अब तक थमा नहीं है।
गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के ये मुख्य पुजारी हमेशा ही किसी ना किसी विवाद में रहे ही हैं। मेरठ में जन्मे नरसिंहानंद का असल नाम दीपक त्यागी है और वो 1998 में संन्यासी होने के बाद दीपेंद्र नारायण सिंह बन गए और फिर बाद में वो यति नरसिंहानंद सरस्वती।
नरसिंहानंद पर उनके नफरत भरे भाषणों की वजह से कई FIR दर्ज हैं। उनके खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत गाजियाबाद पुलिस ने एक्शन लिया और हाथापाई, हत्या की कोशिश और असामाजिक गतिविधियां इसके अलावा दूसरी और एक्टिविटीज की वजह से उनके खिलाफ एक्शन लिए गए।
31 अगस्त 2021 को महिला बीजेपी नेताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के आरोप में उन पर गाजियाबाद पुलिस ने तीन FIR दर्ज किए थे। वहीं अक्टूबर 2021 में तो महंत यति ने आरोप लगाया था कि एक 10 साल का मुस्लिम लड़का उनकी जासूसी करता है। ये तक कहा कि मुसलमानों में इस उम्र के कई ट्रेंड हत्यारे हैं। फिर हरिद्वार धर्म संसद में दिए बयानों के चलते यति नरसिंहानंद विवादों में घिरे। अब बुराड़ी हिंदू महापंचायत में उन्होंने अपने बयान के जरिए नया बवाल खड़ा कर दिया।