अटल सरकार में केंद्रीय मंत्री रहें यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) जो एक समय में बीजेपी (BJP) के कद्दावर नेता हुआ करते थे। लेकिन आज वो देश में आगामी होने वाले चुनाव में विपक्ष के राष्टपति उम्मीदवार (Opposition President Candidate) हो सकते हैं। Yashwant Sinha ने 2021 में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी (TMC) ज्वाइन कर ली थी। ममता बनर्जी ने उन्हें 2021 में अपने पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया। यशवंत सिन्हा की उम्र 84 साल हैं। जो राष्ट्रपति बनने के लिहाज़ से काफी ज्यादा लग रहीं है। देश में राष्ट्रपति का चुनाव (President Election) 18 जुलाई को वोटिंग होगी और 21 जुलाई को मतगणना होगी।
यशवंत के ट्वीट से कयास लग रहे हैं
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने अपने ट्वीट में इशारों-इशारों में विपक्ष के राष्टपति उम्मीदवार (Opposition President Candidate) बनने की बात कह दी हैं। दरअसल, आज दोपहर में विपक्षी दल राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के नाम पर चर्चा करने के लिए बैठक कर रहे हैं। इससे पहले TMC की मुखिया ममता बनर्जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए आए पूर्व BJP नेता के ट्वीट ने स्पष्ट इशारा दे दिया है। यशवंत सिन्हा ने लिखा, ‘TMC में मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा मिला, उसके लिए मैं ममता जी का आभारी हूं। अब समय आ गया है जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से अलग विपक्षी एकता के लिए काम करना चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा कि मुझे यकीन है कि वह इस कदम को स्वीकार करेंगी। इस तरह से यशवंत सिन्हा ने टीएमसी छोड़ने का संकेत देते हुए राष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार बनने की तरफ इशारा कर दिया है। बता दें, राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने TMC से इस्तीफा दे दिया है।
यशवंत सिन्हा के समर्थन में विपक्षी दल
यशवंत सिन्हा के राष्ट्रपति उम्मीदवार पर देश की कुछ विपक्षी राजनीतिक पार्टियां जैसे RJD , BJD, YRS Congress, AAP, TRS समर्थन में हैं। नीतीश कुमार की JDU भी यशवंत सिन्हा को समर्थन कर सकते हैं। TMC जल्द ही जुलाई में होने वाले चुनाव के लिए राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा की घोषणा कर सकती है। यशवंत सिन्हा के ट्वीट से पहले ही तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में कहा था कि कुछ विपक्षी दलों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार बनाने का सुझाव दिया है। TMC के एक नेता ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC प्रमुख ममता बनर्जी को इस तरह के फोन आए और वह भी सिन्हा को विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर पेश कर रही हैं।
यशवंत सिन्हा का राजनीतिक सफर
यशवंत सिन्हा का जन्म 6 नवंबर,1937 में बिहार के पटना के कायस्थ परिवार में हुआ था। उन्होंने राजनीति शास्त्र में मास्टर्स किया है। यशवंत सिन्हा ने 1984 में प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देकर जनता पार्टी जॉइन कर ली। यहीं से उनके राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत हुई।1986 में यशवंत को पार्टी का महासचिव बनाया गया। वह पहली बार 1988 में राज्यसभा के सांसद बने। 1989 में जब जनता दल का गठन हुआ तो यशवंत उसमें शामिल हो गए। पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया। इसी दौरान चंद्रशेखर की सरकार में वह 1990 से 1991 तक वित्त मंत्री भी रहे। यशवंत 1996 में BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने। 1998 में उन्हें केंद्र सरकार में वित्त मंत्री बनाया गया। इसके बाद उन्हें विदेश मंत्री भी बनाया गया। 2004 में चुनाव हार गए। 2005 में उन्हें फिर से राज्यसभा सांसद बनाया गया। 2009 में सिन्हा ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद Yashwant Sinha ने 2021 में TMC में चले गए।