खतरनाक कोरोना वायरस संक्रमण के मामले दुनिया के तमाम देशों में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कई देशों में वैक्सीनेशन का काम जोर-शोर से चल रहा है। कुछ देशों ने अपनी 60 फीसदी से ज्यादा आबादी को वैक्सीन लगा दी है, जिसके कारण उन देशों में हालात अब सामान्य होते जा रहे हैं।
लेकिन दुनिया के कई गरीब देश, जहां वैक्सीनेशन की रफ्तार बहुत कम है…उन देशों में कोरोना की रफ्तार तेज होती दिख रही है। भारत में पहली बार पाया गया कोरोना का डेल्टा वैरिएंट मौजूदा समय में दुनिया के 85 देशों में कहर बरपा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन हालात पर नजर बनाए हुए है। 85 देशों में तबाही मचा रहा कोरोना का डेल्टा वैरिएंट, WHO ने कहा- गरीब देशों को वैक्सीन देना जरुरी
गरीब देशों को टीका देना जरुरी
बीते दिन शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर टेडरोस अधानोम ने कहा कि गरीब देशों में टीके का ना होना, डेल्टा वैरिएंट के प्रसार में मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि अमीर देश विकासशील देशों को तत्काल टीका नहीं देना चाहते। उन्होंने कहा, ‘वे निराश हैं क्योंकि उनके पास टीके नहीं है। अगर टीका नहीं तो आप क्या साझा करेंगे?’
UK में लगातार बढ़ रहे डेल्टा वैरिएंट के मामले
बता दें, भारत समेत दुनिया के तमाम देश मौजूदा समय में सबसे पहले अपने देश के नागरिकों को वैक्सीन लगाने पर फोकस कर रहे हैं। भारत ने पिछले दिनों दुनिया के तमाम देशों को वैक्सीन मुहैया कराई लेकिन देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमा पड़ने और विपक्षी पार्टियों की ओर से लगातार सवाल उठाए जाने के कारण दूसरे देशों को वैक्सीन भेजना बंद कर दिया गया।
इजरायल और अमेरिका ने अपनी लगभग आबादी को वैक्सीनेट कर दिया है। वहीं, अफ्रीका और दक्षिणी अमेरिका के कई गरीब देशों में वैक्सीनेशन की रफ्तार सुस्त पड़ी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन लगातार अमीर देशों से उन देशों की मदद करने की अपील कर रहा है।
गौरतलब है कि यूनाइडेट किंगडम में कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। पिछले एक हफ्ते में देश में 35 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जिनमें डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही यहां वायरस के डेल्टा वैरिएंट से संक्रमितों की कुल संख्या 1,11,157 हो गई है।