एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं. जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की अपनी तीन उड़ानों में रिकॉर्ड बनाए हैं. उनकी पहली दो अंतरिक्ष उड़ानें कुल मिलाकर 321 दिनों से ज़्यादा चलीं. लेकिन क्या आप जानते एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स इस वक़्त कहा पर हैं? अगर नहीं तो चलिए आपको इस लेख में बताते है. एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं. उनके साथ एस्ट्रोनॉट बुच विल्मौर हैं.
क्या है पूरा मामला जानें..
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station) में भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स को 5 जून को नासा ने अंतरिक्ष में भेजा था. उनके साथ उनके साथी एस्ट्रोनॉट बुच विल्मौर फसें हैं. 8 दिन के लिए स्पेस में गईं सुनीता इतने दिन बीत जाने के बाद भी धरती पर वापस नहीं लौटी हैं. दरअसल, सुनीता और बुश विलमोर बोइंग और NASA के जॉइंट ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ पर गए थे. इसमें सुनीता, स्पेसक्राफ्ट की पायलट थीं. उनके साथ गए बुश विलमोर इस मिशन के कमांडर थे. दोनों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में 8 दिन रुकने के बाद वापस पृथ्वी पर आना था. लेकिन तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी टल गई थी.
जिसके बाद NASA ने पहले तो अंतरिक्ष में ही स्टारलाइनर को ठीक करने की कोशिश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली और बोइंग स्टारलाइनर 7 सितंबर को पृथ्वी पर वापस आ गया था. वही फिर यह तय किया कि विलियम्स और विल्मोर को दूसरे स्पेसक्राफ्ट से वापस लाया जाएगा. इस बीच अब खबर सामने आई है कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस लाने वाला स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष में पहुंच गया है. SpaceX के Crew Dragon कैप्सूल जिसे Freedom नाम दिया गया है, शुक्रवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से जुड़ गया. यह स्पेसक्राफ्ट ISS के हार्मनी मॉड्यूल पर डॉक्ड है.
Crew-9 मिशन के सदस्य NASA के एस्ट्रोनॉट निक हेग और Roscosmos के कॉस्मोनॉट अलेक्सांद्र गोरबुनोव का ISS पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया. हांलाकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुश विलमोर फरवरी 2025 में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से धरती पर लौटेंगे. इसकी जानकारी अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने बीते कुछ दिन पहले दी है.
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क्या है Crew-9 स्पेस मिशन?
यह NASA के कॉमर्शियल क्रू प्रोग्राम का हिस्सा है. SpaceX के साथ मिलकर स्पेस स्टेशन का 9 रोटेशनल मिशन है. ताकि स्पेस स्टेशन पर लगातार रिसर्च होती रहे. ताकि दुनिया को सही जानकारी मिलती रही. वही Crew-9 को शनिवार दोपहर लॉन्च किया गया था. इसके अलवा स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन कैप्सूल आमतौर पर चार लोगों को ISS तक ले जाता है, लेकिन NASA ने क्रू-9 मिशन में दो ही अंतरिक्ष यात्री भेजे हैं. ताकि वहां पहले से मौजूद दो लोगों सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के लिए सीटें बचाई जा सकें, जिन्हें घर जाने के लिए सवारी की जरूरत है.
सुनीता विलियम्स स्पेस कितनी बार गयी हैं?
बता दें, सुनीता विलियम्स स्पेस पर तीसरी बार गई हैं. इससे पहले वो दो बार अंतरिक्ष की यात्रा कर चुकी हैं. साल 2006 और 2012 में अंतरिक्ष जा चुकी हैं. नासा के मुताबिक उन्होंने अंतरिक्ष में कुल 322 दिन बिताए हैं. वही 2006 में सुनीता ने अंतरिक्ष में 195 दिन और 2012 में 127 दिन बिताए थे.
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एस्ट्रोनॉट कैसे रहते है ?
आम लोगों के मन में अक्सर यह जानने की उत्सुकता होती है. कि स्पेस में अंतरिक्ष यात्रियों या एस्ट्रोनॉट का जीवन कैसा होता है…दरअसल ,अंतरिक्ष में मौजूद स्पेस स्टेशन में एस्ट्रोनॉट्स के लिए काफी खास तरीके का टॉयलेट बनाया गया है. जिसे वैक्यूम टॉयलेट कहा जाता है, जो हवा के जरिए आपके शरीर से निकलने वाले मल को एक टैंक में वैक्यूम फोर्स की मदद से ले जाता है. एस्ट्रोनॉट के लिए पीने का पानी एक पाउच में बंद होता है जिसे वह नली की मदद से पीते रहते हैं. इसके अलावा शरीर को साफ रखने के लिए एस्ट्रोनॉट आम बाथरूम की तरह शावर नहीं लेते हैं बल्कि वह अपने शरीर को गीले कपड़े की मदद से या खास लिक्विड का उपयोग करके साफ करते हैं. स्पेस में शरीर का भार महसूस ना होने के चलते सोने के लिए खुद को एक स्लीपिंग बैग में बंद करना होता है.