देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत के अचानक निधन की खबर बुधवार को सामने आई। हेलीकॉप्टर क्रैश होने की वजह से एक बहुत बड़ा हादसा हो गया, जिसमें जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत कई लोगों की मौत हो गई। बिपिन रावत देश के पहले CDS यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ बनाए गए थे। वो इससे पहले थल सेना के प्रमुख भी रह चुके हैं। CDS के पद पर जनरल बिपिन रावत को साल 2023 तक बने रहना था। लेकिन उनके अचानक हुए दुखद निधन के बाद ये पद खाली हो गया। इसके बाद से ही चर्चाएं शुरू हो चुकी है कि आखिर कौन उनका उत्तराधिकारी होगा? कौन उनकी जगह देश का अगला CDS बनाया जाएगा?
वैसे तो चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद के गठन की मांग कई सालों से की जा रही थी। कारगिल युद्ध के बाद से ही इसको लेकर मांगे उठाई जाने लगी थी। लेकिन 2019 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर CDS पद का गठन करने की आधिकारिक घोषणा की। जनरल बिपिन रावत 31 अक्टूबर 2019 को थल सेनाध्यक्ष के पद से रिटायर हुए और इसके बाद वो बनाए गए देश के पहले CDS।
सरकार तीनों सेनाओं के नियमों में संशोधन कर चुकी है, जिससे CDS को 65 साल की उम्र तक सेवा करने की इजाजत मिले। जनरल बिपिन रावत 63 साल के थे। ऐसे में उनके पास अभी 2 सालों का वक्त और मौजूद था। अब जनरल रावत के निधन के बाद उनका उत्तराधिकारी चुनने का जिम्मा सरकार के कंधों पर हैं।
वैसे तो बाकी सेना के उत्तराधिकारी तय करसेनने के लिए कुछ नियम है, लेकिन CDS को लेकर ऐसा कोई रूल नहीं। देश के अगले CDS के लिए कई नाम सामने आ रहे है, लेकिन इसमें सबसे ऊपर जनरल एम एम नरवणे का नाम हैं। दरअसल, नरवणे तीनों सेनाओं के प्रमुख में सबसे वरिष्ठ हैं। इस वजह से उनका नाम देश के अगले CDS के तौर पर सबसे ऊपर माना जा रहा है। अगले साल अप्रैल में थल सेना प्रमुख के पद से जनरल नरवणे रिटायर होने वाले हैं। या तो सरकार जनरल नरवणे के सेना प्रमुख के रूप में रिटायर होने का इंतेजार कर सकती है या फिर उनको CDS के तौर पर तुरंत भी नियुक्त कर सकती है। देखना होगा कि सरकार इस दिशा में आगे आने वाले समय में क्या कदम उठाती है?