Who is IAS Madhu Rani Teotia: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने IAS मधु रानी तेवतिया को अपना सचिव नियुक्त किया है। 2008 बैच की आईएएस अधिकारी मधु रानी तेवतिया अपनी मेहनत, काबिलियत और संघर्ष की मिसाल हैं। उनके प्रशासनिक अनुभव और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।
दिल्ली से पढ़ाई, मेडिकल से प्रशासनिक सेवा तक का सफर- Who is IAS Madhu Rani Teotia
मधु रानी तेवतिया का जन्म 1 जुलाई 1987 को हुआ था। दिल्ली की रहने वाली मधु बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहीं। उन्होंने स्कूलिंग पूरी करने के बाद मेडिकल के क्षेत्र में करियर बनाने का फैसला किया और दिल्ली यूनिवर्सिटी के नेहरू होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज से बीएचएमएस (BHMS) की पढ़ाई की। वह इस डिग्री में फर्स्ट डिवीजन से पास हुईं।
इसके बाद उन्होंने आईआईटी मद्रास (IIT Madras) से एग्जीक्यूटिव एमबीए (Executive MBA) और स्ट्रैटजिक लीडरशिप एंड पब्लिक पॉलिसी की डिग्री हासिल की। हालांकि, मेडिकल फील्ड में अच्छी पढ़ाई करने के बावजूद उनका झुकाव सिविल सर्विस की तरफ बढ़ गया और उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की।
UPSC सफलता और प्रशासनिक करियर की शुरुआत
मधु रानी तेवतिया ने 2007 में यूपीएससी परीक्षा पास की और 2008 में उन्हें आईएएस (IAS) के रूप में नियुक्त किया गया। उन्हें मध्य प्रदेश कैडर मिला, जहां उन्होंने जबलपुर में एसडीएम (SDM) के रूप में अपनी सेवा शुरू की। इसके बाद उन्होंने जौरा और राजगढ़ जिला पंचायत की सीईओ (CEO) के रूप में भी काम किया। उनकी कार्यकुशलता को देखते हुए उन्हें ग्वालियर की कलेक्टर (Collector) बनाया गया।
पति की दर्दनाक हत्या और जिंदगी का सबसे कठिन दौर
IAS मधु रानी तेवतिया ने मध्य प्रदेश कैडर के 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह से शादी की। नरेंद्र कुमार सिंह मुरैना जिले में तैनात थे और अवैध खनन माफिया के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहे थे।
8 मार्च 2012 को जब वे अवैध खनन रोकने गए, तो खनन माफिया ने उन पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बनी। कई रिपोर्ट्स में इसे हत्या बताया गया, जबकि कुछ जांच रिपोर्टों में इसे दुर्घटना कहा गया। हालांकि, न्यायालय ने ट्रैक्टर चालक को 10 साल की सजा सुनाई।
पति की अचानक और दर्दनाक मौत ने मधु रानी तेवतिया को पूरी तरह झकझोर दिया। लेकिन उन्होंने अपनी हिम्मत और धैर्य नहीं खोया।
कैडर बदला, नई जिम्मेदारियों का सामना किया
पति की मृत्यु के बाद मधु रानी तेवतिया ने मध्य प्रदेश से बाहर जाने का फैसला किया, क्योंकि वहां रहना उनके लिए भावनात्मक रूप से कठिन था।
जनवरी 2013 में केंद्र सरकार ने उनके कैडर ट्रांसफर के अनुरोध को मंजूरी दे दी और उन्हें AGMUT कैडर (अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) में स्थानांतरित कर दिया गया।
इसके बाद उन्होंने दिल्ली में कई अहम प्रशासनिक पदों पर कार्य किया।
दिल्ली में अहम पदों पर कार्य
दिल्ली में उन्हें एजुकेशन डिपार्टमेंट में एडिशनल डायरेक्टर बनाया गया। फिर उन्होंने सोशल जस्टिस एंड एम्पावरमेंट डिपार्टमेंट में मैनेजिंग डायरेक्टर की जिम्मेदारी संभाली।
इसके अलावा, वे राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Additional CEO) के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं।
अब दिल्ली की सीएम सचिव की बड़ी जिम्मेदारी
दिल्ली में बीजेपी सरकार बनने के बाद प्रशासनिक फेरबदल हुआ, जिसमें IAS मधु रानी तेवतिया को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का सचिव नियुक्त किया गया।
उनके पास लंबा प्रशासनिक अनुभव, नीतिगत मामलों की समझ और लीडरशिप की क्षमता है, जो उन्हें इस नई भूमिका के लिए उपयुक्त बनाती है।