आज का दिन नोएडा के लिए बेहद ही खास है। नोएडा इंटरनेशनल हवाई अड्डा जेवर एयरपोर्ट की नींव आज रखी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एयरपोर्ट का शिलान्यास करने जा रहे हैं। जेवर एयरपोर्ट कई मायनों में काफी होने वाला है। ये एशिया का तो सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा ही इसके साथ दुनिया का चौथा सबसे बड़ा हवाई अड्डा भी बनेगा। एयरपोर्ट को बनाने में 29 हजार 650 करोड़ का खर्च आने वाला है।
एयरपोर्ट को लेकर काफी चर्चाओं शुरू हो गई हैं। साथ ही इससे जुड़ी कुछ बातें हैं, जो आपके मन में भी आ रही होगी। जैसे कि ये एयरपोर्ट कब तक बनकर तैयार होगा? एयरपोर्ट से पहली उड़ान कब भरी जाएगी? और क्या क्या सुविधाएं यात्रियों को मिलेगी? आइए आज इसके बारे में हम आपको बता देते हैं…
5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला पहला राज्य बनेगा यूपी
जेवर एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश का पांचवां हवाई अड्डा होने वाला है। साथ ही साथ उत्तर प्रदेश ऐसा पहला राज्य होगा, जहां सबसे ज्यादा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन जाएंगे। फिलहाल तमिलनाडु और केरल में 4-4 इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। यूपी में 2012 तक केवल 2 ही एयरपोर्ट हुआ करते थे। इसके बाद अक्टूबर में कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्धाघटन हुआ, तो वहीं अयोध्या में भी एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, जो अगले साल तक तैयार होगा। ऐसे में कुल मिलाकर यूपी में 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट अगले कुछ सालों में बनकर तैयार होने वाले हैं।
एयरपोर्ट के बारे में कुछ खास बातें…
नोएडा का ये जेवर एयरपोर्ट 5,845 हेक्टेयर जमीन पर बनकर तैयार होगा। एयरपोर्ट के लिए 2 हजार करोड़ रुपए के बजट का ऐलान किया था। इस एयरपोर्ट को पूरा बनकर तैयार होने में 29 हजार 650 करोड़ रुपये तक की लागत आएगी। इस हवाई अड्डे की खासियत ये होगी कि यहां पर कम से कम 178 विमान उड़ान भर सकेंगे। चार चरणों में एयरपोर्ट का निर्माण किया जाएगा, जिसके लिए फर्स्ट फेज का निर्माण 1334 हेक्टेयर जमीन पर होगा। इस एयरपोर्ट में 5 रनवे होंगे।
2024 तक शुरू होने की संभावनाएं
अब बात करें कि आखिर जेवर एयरपोर्ट बनकर तैयार कब तक होगा? तो आपको बता दें कि सितंबर 2024 तक एयरपोर्ट शुरू होने की उम्मीदें जताई जा रही हैं। हालांकि पूरी तरह बनकर तैयार होने में इसे काफी समय लग जाएगा। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से ये जेवर एयरपोर्ट 70 किमी. की दूरी पर होगा। इसके बनने से तो लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी ही मिलेगी। इसके साथ ही दिल्ली एयरपोर्ट का लोड भी कम हो जाएगा।
शुरुआत में इस एयरपोर्ट से 9 फ्लाइट, 8 घरेलू और एक इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू की जाएंगी। वहीं बात फ्लाइट की टिकट की करें, तो वैसे अभी तक इसको लेकर ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई। लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट्स ऐसा बता रही हैं कि एयरपोर्ट पर हवाई यात्रा सबसे सस्ती होने वाली है।
अंदर आने और बाहर जाने का होगा एक रास्ता
एयरपोर्ट कई मायनों में बेहद खास होने वाला है। ये पेपरलेस और कॉन्टैक्ट लेस तो होगा ही, इसके साथ ही एयरपोर्ट में पूरी तरह से डिजिटल सिस्टम काम करेगा। इसके अलावा ये ऐसा पहला एयरपोर्ट भी होगा, जिसके एक टर्मिनल से ही एंट्री और एग्जिट होगी।
कहां कहां से जुड़ेगा एयरपोर्ट?
यात्रियों को जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचने में परेशानी ना हो, इसको ध्यान में रखकर यहां पर रेलवे स्टेशन, मेट्रो और बस अड्डा भी बनाया जाएगा। इसके अलावा जेवर और इंदिरा गांधी एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन यानी DMRC 74 किलोमीटर का मेट्रो ट्रेन कॉरिडोर भी बनाएगा और इस पर 120 किलोमीटर की स्पीड से मेट्रो दौड़ेगी। इसके बाद ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क टू से जेवर एयरपोर्ट तक मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है।