यूपीएससी, स्टेट पीसीएस और वन-डे परीक्षाओं में चयन के लिए कड़ी मेहनत करने वाले हजारों छात्र हर साल दिल्ली आते हैं। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं को पास करने के लिए मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। इसलिए, वे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रतिष्ठित और लोकप्रिय कोचिंग संस्थानों में दाखिला भी लेते हैं। इन कोचिंग संस्थानों में दाखिले के लिए छात्रों से लाखों रुपये वसूले जाते हैं। इसके बावजूद ये संस्थान नियमों की अनदेखी करते हैं। राजेंद्र नगर कोचिंग हादसा इसका सबूत है। लेकिन यह हादसा पहला मामला नहीं है, इससे पहले मुखर्जी नगर में एक कोचिंग सेंटर में आग लगने से 50 से ज्यादा छात्र घायल हो गए थे। कुछ छात्रों को खिड़की तोड़कर तीसरी मंजिल से नीचे कूदना पड़ा था। इस बार मुखर्जी नगर की जगह पुराना राजेंद्र नगर है और आग की जगह बारिश का पानी मौत की वजह बन गया।
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इस ताजा घटना के बाद छात्र लगातार सरकार से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। छात्रों का कहना है कि बिना सुरक्षा उपायों के कोचिंग सेंटर कैसे चल रहे हैं। सरकार इन लोगों के खिलाफ कुछ क्यों नहीं कर रही है। छात्र नारे लगा रहे हैं ‘छात्रों की हत्या बंद करो’… दिल्ली पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल घटनास्थल पर बचाव अभियान जारी है।
#WATCH दिल्ली: ओल्ड राजेंद्र नगर में कल आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हो गई। वीडियो कोचिंग सेंटर के बाहर से है। pic.twitter.com/IvcobI0h8z
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 28, 2024
#WATCH | People escape using wires as fire breaks out in a building located in Delhi’s Mukherjee Nagar; 11 fire tenders rushed to the site, rescue operation underway
(Source: Delhi Fire Department) pic.twitter.com/1AYVRojvxI
— ANI (@ANI) June 15, 2023
दिल्ली में ऐसे हादसों की लिस्ट लंबी
• 25 जनवरी 2020 को दिल्ली के भजनपुरा इलाके में एक कोचिंग सेंटर की दो छतें गिर गईं। इस हादसे में चार छात्रों समेत 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 13 लोग घायल हो गए।
• इससे पहले 15 जून 2023 को दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक कोचिंग सेंटर में आग लगने से 61 लोग घायल हो गए थे। जांच में पता चला कि आग बिजली के मीटर में लगी थी, जो कुछ ही देर में पूरी बिल्डिंग में फैल गई।
• इस साल दिल्ली में जलभराव के कारण यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले 22 जुलाई को यूपीएससी की तैयारी कर रहे एक छात्र की करंट लगने से मौत हो गई थी।
• 29 जून को समयपुर बादली के सिरसापुर अंडरपास में बारिश का पानी भर गया था। इस पानी में डूबने से दो लड़कों की मौत हो गई थी।
• 28 जून को दिल्ली के ओखला इंडस्ट्रियल एरिया के पास अंडरपास में भरे पानी में डूबने से 60 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी।
आखिर कब रुकेंगे ऐसे हादसे?
यह बहुत चिंता की बात है कि दिल्ली में इस तरह के हादसे हो रहे हैं। यहां प्रशासन संभालने के लिए केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार, एलजी और एमसीडी हैं। इसके बावजूद कोचिंग सेंटरों की लापरवाही जारी है। इन हादसों को रोकना बहुत जरूरी है। इसके लिए केंद्र सरकार को आगे आकर कदम उठाने की जरूरत है।
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