भारत-मालदीव के बीच कुछ सही नहीं चला रहा है और ऐसा तब से हुआ जब मालदीव ने भारत के पीएम पर आपत्तिजनक टिप्पणी की. वहीं इसके बाद जहाँ लोग मालदीव को छोड़कर लक्ष्यदीप का रुख कर रहे हैं. टूतो वहीं मालदीव को नुकसान होना शुरू हो गया है और ये सब चीन के कारण हुआ. दरअसल, मालदीप चीन देश के चक्कर में पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल की जैसे बर्बाद होने जा रहा हैं लेकिन ये पहला मौका नहीं है जब मालदीप ने ऐसा किया हो इससे पहले मालदीप ने किसी देश के वजह से भारत को दिया हुआ उपहार लौटा दिया था और ये सब मालदीप ने एक मुस्लिम देश के कहने पर किया.
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मालदीप ने लौटा दिया था ये उपहार
जानकारी के अनुसार, भारत ने समुद्री इलाके की निगरानी के लिए दो ध्रुव हेलीकॉप्टर मालदीव को उपहार के तौर पर दिए थे लेकिन मालदीप ने भारत द्वारा दिए गये उपहार वापस देने की बात कही. मालदीप ने ऐसा तब किया जब वो चीन, पाकिस्तान और सऊदी अरब के संपर्क में था.
वहीं भारत से रिश्ते बिगड़ने के बाद अब मालदीप चीन की तरफ बढ़ रहा है जब से मोहम्मद मोइज्जू मालदीव के राष्ट्रपति बने हैं, तभी से वे भारत विरोधी निर्णय ले रहे हैं. वहीं अब राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद उन्होंने सबसे पहले मालदीव में दशकों से तैनात भारतीय सैनिकों को वापस अपने देश भेजने की बात कही है. वहीं अब भारत से एक और अहम समझौता भी खत्म करने की घोषणा कर दी है.
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारतीय नौसेना और मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल के बीच जल विज्ञान के क्षेत्र में सहयोग के लिए 2019 के समझौते को खत्म करने का फैसला किया है. मालदीव के साथ जून 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे. इस समझौते से भारतीय नौसेना को नेविगेशन सुरक्षा, आर्थिक विकास, सुरक्षा और रक्षा सहयोग, पर्यावरण संरक्षण, तटीय क्षेत्र प्रबंधन और वैज्ञानिक अनुसंधान में सुधार में मदद के लिए मालदीव में व्यापक हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण करने की अनुमति मिली थी.
मालदीप ने पीएम को लेकर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
आपको बता दें, भारत और मालदीप के बीच रिश्ते तब खराब हुए जब मालदीप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की. इसके बाद चारों तरफ मालदीव को बहिष्कार किए जाने की महिम शुरू हुई. इस पूरे मामले की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद हुई थी. पीएम मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा करने के बाद इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की थीं. इसके साथ ही उन्होंने भारतीयों से अपील की थी कि वह इस आइलैंड पर घूमने का प्लान करें. इसके बाद मालदीव की युवा सशक्तिकरण मामलों की उप मंत्री मरियम शिउना ने पीएम मोदी के पोस्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. हालांकि ट्वीट की आलोचना होने के बाद उन्होंने इसे डिलीट भी कर दिया था लेकिन इसके बाद मालदीव का बहिष्कार किए जाने की मुहीम शुरू हो गयी.
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