पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में रिकार्ड जीत हासिल करने वाली ममता बनर्जी अब राष्ट्रीय राजनीति में उतरने का मन बना चुकी है। सार्वजनिक मंच से उन्होंने इस बात का ऐलान भी कर दिया है। पिछले दिनों वह अपने 5 दिवसीय दिल्ली दौरे पर थी, जहां उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीपति रामनाथ कोविंद समेत विपक्षी दलों के भी कई बड़े नेताओं से मुलाकात की।
उनके दिल्ली दौरे के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि आगामी लोकसभा चुनाव में अगर थर्ड फ्रंट बनता है तो ममता बनर्जी थर्ड फ्रंट के केंद्र में होंगी। बीते दिन शुक्रवार को वह पश्चिम बंगाल वापस लौट गई।
एक ओर ममता बनर्जी अपनी पार्टी को राष्ट्रीय राजनीति में लाने की कोशिशों में लगी है तो वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में ही पार्टी के विधायक एक दूसरे से उलझते दिख रहे हैं। जिसे लेकर कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में ही टीएमसी के अंदर एकजुटता नहीं है।
जानें क्या है मामला?
बीते दिन शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में टीएमसी के अंदर कलह देखने को मिला। मुर्शिदाबाद जिले में शुक्रवार को टीएमसी के एक विधायक ने अपनी ही पार्टी के दूसरे विधायक को हड्डियां तोड़ने की धमकी दे दी। सोशल मीडिया पर इस घटना की वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रही है।
जिसमें भरतपुर विधानसभा क्षेत्र से टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर एक कार्यक्रम में है। जिसमें वह रेजीनगर विधानसभा क्षेत्र से टीएमसी विधायक रबीउल आलम चौधरी को धमकी देते दिख रहे हैं।
हुमायूं कबीर ने कार्यक्रम में कहा, ‘रेजीनगर विधायक रबीउल चौधरी बहुत घमंडी हो गए हैं। अगर आप मेरे रास्ते में आने की कोशिश करेंगे तो मैं आपको सबक सिखाऊंगा, मैं आपकी हड्डियां तोड़ दूंगा।‘
पार्टी ने जारी किया नोटिस
बताते चले कि हुमायूं कबीर टीएमसी के वरिष्ठ नेता है। वह पहले कांग्रेस पार्टी में रह चुके हैं। सोशल मीडिया पर उनकी धमकी भरी वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी ने संज्ञान लिया है। टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी ने भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अब आने वाले समय में इस विधायक पर पार्टी क्या एक्शन लेती है, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई है। वहीं, रबीउल चौधरी (जिन्हें धमकी मिली है) का कहना है कि मैंने शीर्ष नेतृत्व को इसकी जानकारी दे दी है, अब वे ही निर्णय करेंगे।