पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी को बेहतरीन जीत मिली। राज्य की 294 विधानसभा सीटों में से टीएमसी को 213 सीटों पर जीत हासिल हुई। बीजेपी अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद 77 सीटों पर सिमट गई। बीजेपी ने उस चुनाव में अपने लोकसभा सांसदों को भी विधानसभा की टिकट दी थी।
तत्कालीन केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को भी बीजेपी ने विधानसभा चुनाव 2021 में टॉलीगंज से अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह जीत हासिल करने में नाकाम रहे थे। टीएमसी प्रत्याशी ने बीजेपी सांसद को 50 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया था। बंगाल में मिली हार के बाद पार्टी ने पश्चिम बंगाल बीजेपी के कई नेताओं पर सख्त एक्शन लिया।
बाबुल सुप्रियो की केंद्रीय मंत्री की कुर्सी भी चली गई। चुनाव में मिली हार के बाद काफी दिनों तक शांत रहने वाले बाबुल सुप्रियो पिछले कुछ दिनों से काफी एक्टिव हो गए थे। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान किया था और बीजेपी के कुछ नेताओं को निशाने पर लिया था।
अब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद उनके सुर बदल गए हैं। जिसके बाद सोशल मीडिया पर सुप्रियो की जमकर फजीहत हो रही है। पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी ने भी इस पर जबरजदस्त चुटकी ली है।
नाटक कर रहे थे बाबुल सुप्रियो
तृणमूल कांग्रेस की ओर से कहा गया कि पार्टी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए ही सोची समझी रणनीति के तहत उन्होंने सांसद पद छोड़ने का नाटक किया। टीएमसी महासचिव कुणाल घोष ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट करते हुए कहा, आशा करते हैं कि अब से प्रत्येक कार्यक्रम में ‘मेरा नाम जोकर’ फिल्म का गाना गाएंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद से ही बाबुल सुप्रियो नाटक कर रहे थे। टीएमसी प्रदेश महासचिव ने कहा, ‘अगर वह इस्तीफा देने के इतने ही इच्छुक थे तो उन्हें अपना त्यागपत्र लोकसभा अध्यक्ष को भेजना चाहिए। इसके बजाय वे नाटक कर रहे हैं, हमें पता था कि देर-सवेर वह फैसले से पलट जाएंगे।‘
नड्डा से मिलने के बाद अपने फैसले से पलट गए सुप्रियो
बताते चले कि पिछले दिनों बाबुल सुप्रियो ने ऐलान किया था कि वह राजनीति से संन्यास ले रहे हैं। उन्होंने कहा था कि वह अब अपने गाने और शो पर फोकस करेंगे। उनके पास काफी ज्यादा समय होगा और बहुत सारी पॉजिटिव एनर्जी भी बचेगी। बीजेपी सांसद ने कहा था कि वह इस एनर्जी का इस्तेमाल मैं अच्छे काम में करेंगे। हालांकि बीजेपी की पश्चिम बंगाल ईकाइ की ओर से इस मसले पर कुछ खास टिप्पणी नहीं की गई।
जिसके बाद बीते दिन सोमवार को बाबुल सुप्रियो ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात किया। नड्डा से मुलाकात के बाद उन्होंने राजनीति छोड़ने और सांसद का पद त्यागने का फैसला ही त्याग दिया है। उन्होंने कहा है कि वह बिना राजनीतिक रुप से सक्रिय रहे अपनी संसदीय जिम्मेदारी का निर्वहन करते रहेंगे।