हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) देश के अन्य राज्यों में भी पार्टी का विस्तार करने में लगी है। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में AIMIM ने किस्मत आजमाई और 5 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही थी।
जिसके बाद पार्टी का हौसला बढ़ा और पार्टी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में भी किस्मत आजमाई लेकिन बंगाल की जनता ने AIMIM उम्मीदवारों पर भरोसा नहीं जताया।
नतीजा यह रहा है कि AIMIM के कोई भी उम्मीदवार 1 हजार वोटों की संख्या भी पार नहीं कर सके और सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है। मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारने के बावजूद AIMIM पर पश्चिम बंगाल की सत्तारुढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस भारी पड़ी।
AIMIM नहीं जीत पाई एक भी सीट
असदुद्दीन ओवैसी ने पश्चिम बंगाल की सात सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। बिहार को देखते हुए ओवैसी ने उन्हीं सीटों को टारगेट किया था जिन क्षेत्रों में मुस्लिम आबादी ज्यादा है। हालांकि यहां उनको जीत हाथ नहीं लगी। ओवैसी ने मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिए थे लेकिन फिर भी जनता ने टीएमसी पर भी भरोसा जताया।
प्रदेश की इतहार विधानसभा सीट पर 52 फीसदी वोटर मुसलमान हैं। इसके बावजूद इस सीट से AIMIM उम्मीदवार मोफाककर इस्लाम को 1 हजार वोट भी नहीं मिले। सागरदिघी विधानसभा सीट पर 65 फीसदी वोटर मुसलमान है। लेकिन इस सीट से भी AIMIM प्रत्याशी को हार नसीब हुई। यहां से AIMIM प्रत्याशी महबूब आलम को 500 वोट भी नहीं मिले।
बंगाल की जनता ने नकारा!
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले देश की सियासत में इस बात की चर्चा तेज थी कि बंगाल में ओवैसी के चुनाव लड़ने से सीधे तौर पर बीजेपी को फायदा होगा। क्योंकि बिहार चुनाव 2020 में ऐसा देखने को मिल चुका था। बिहार में AIMIM ने 5 सीटों पर कब्जा जमाया था, जिसके चलते महागठबंधन को हार मिली थी और यह गठबंधन बहुत ही कम अंतर से बिहार में सरकार बनाने से चूक गई थी।
महागठबंधन के कई नेताओं ने इसके लिए AIMIM को जिम्मेदार भी ठहराया था और परोक्ष रुप से बीजेपी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया था। लेकिन बंगाल में AIMIM की खिचड़ी नहीं पकी। बंगाल की जनता ने ओवैसी और उनकी पार्टी को बुरी तरह से नकार दिया है।
लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी TMC
गौरतलब है कि बीते दिन रविवार, 2 मई को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के नतीजे घोषित हो गए। 294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने 210 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल कर ली है। टीएमसी ने लगातार तीसरी बार प्रदेश में पूर्ण बहुमत हासिल कर सरकार बनाने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं।
इस चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत तमाम केंद्रीय मंत्री और अपने फायरब्रांड नेताओं की फौज के साथ उतरी बीजेपी ने 200 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने का दावा किया था। लेकिन पार्टी 100 का आंकड़ा भी नहीं छू पाई है। बीजेपी को 76 विधानसभा सीटो पर जीत मिली है। पिछले चुनाव में बीजेपी को 3 सीटों पर जीत मिली थी।