पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Election) को लेकर राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में लगी है। ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस पूरे दम-खम के साथ चुनावी दंगल में है। तो वहीं, दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी इस चुनाव में ममता बनर्जी को टक्कर देने का दावा कर रही है।
जैसे-जैसे चुनावी तारीखें नजदीक आ रही है, वैसे ही दल-बदल और आरोप-प्रत्यारोप भी बढ़ते जा रहे हैं। बीते दिन गुरुवार को बीजेपी ने आगामी चुनाव के लिए 148 उम्मीदवारों की सूची जारी की। जिसमें दो ऐसे लोगों को भी टिकट दे दिया जो बीजेपी में शामिल भी नहीं हुए हैं। जिसे लेकर बवाल मचा हुआ है। इसी बीच टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) ने इस मामले पर बीजेपी को निशाने पर लिया है।
महुआ मोइत्रा का तंज
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने दो और नेताओं को अपनी तरफ करने की कोशिश की थी। बीजेपी ने उन्हें पार्टी में शामिल होने और चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था लेकिन दोनों नेताओं ने उनके ऑफर ठुकरा दिए।
महुआ मोइत्रा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, दो नेताओं ने बीजेपी में शामिल होने का उनका ऑफर ठुकरा दिया है। उन्होंने पूछा कि क्या यही बीजेपी का ‘आसोल परिवर्तन’ है। इससे साफ पता चलता है कि केंद्र के ‘आसोल परिवर्तन’ का असली मतलब क्या है।
बीजेपी में शामिल भी नहीं और मिल गया टिकट
दरअसल, बीते दिन गुरुवार को बीजेपी ने 148 उम्मीदवारों की एक अन्य सूची जारी की। इस लिस्ट दो ऐसे नाम निकल कर सामने आ गए जिन्होंने बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ने से साफ मना कर दिया। जिन दो लोगों को बीजेपी ने पार्टी की सूची में बतौर प्रत्याशी शामिल किया था, उनमें से एक टीएमसी विधायक माला के पति तरुण साहा (Tarun Saha) और दूसरी कांग्रसे के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष दिवंगत सोमेन मित्रा (Somen Mitra) की पत्नी शिखा (Shikha) है।
मामला सामने आने के बाद टीएमसी विधायक के पति साहा ने कहा कि वह तृणमूल के कार्यकर्ता हैं और टीएमसी में ही रहेंगे। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा, पता नहीं बीजेपी ने कैसे उनका नाम इस लिस्ट में जारी कर दिया। वहीं, दूसरी ओर शिखा ने बताया कि वह न तो बीजेपी में शामिल हुई हैं और न ही उनकी चुनाव लड़ने की कोई इच्छा है। ऐसे में भगवा दल को थोड़ी सी असहजता का सामना करना पड़ रहा है।