देश में कोरोना की दूसरी लहर से स्थिति बदतर हो गई है। पहले ही अपेक्षा हालात में कुछ सुधार हुआ लेकिन अभी भी हर रोज संक्रमण के नए मामले 2 लाख के पार आ रहे हैं। देश में वैक्सीनेशन का काम जोरों पर है। राज्य भी वैक्सीनेशन पर पूरा जोर दे रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अभी तक 20 करोड़ 26 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। कुछ राज्यों में वैक्सीन की किल्लत की बातें भी सामने आई है। देश के लोगों से वैक्सीन लेने की अपील की जा रही है। खबरों के मुकाबिक कई राज्यों के ग्रामीण इलाकों में अभी भी वैक्सीन को लेकर लोगों में संशय बना हुआ है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत लगभग सभी केंद्रीय मंत्री वैक्सीन के डोज लगवा चुके हैं। कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी सामने से आकर वैक्सीन लगवाई है और लोगों से वैक्सीन लेने की अपील की है। लेकिन क्या आपको पता है कि देश के कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है।
इन मुख्यमंत्रियों ने नहीं ली वैक्सीन
खबरों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस शासित पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अभी तक कोरोना वैक्सीन की एक डोज भी नहीं लगवाई है। देश में वैक्सीनेशन का काम जनवरी महीने से ही चल रहा है, ऐसे में ममता बनर्जी के वैक्सीन नहीं लेने को लेकर विपक्षी पार्टियों की ओर से लगातार सवाल उठ रहे हैं।
हालांकि, पश्चिम बंगाल में वैक्सीनेशन का काम जारी है। पीएम के साथ एक बैठक में ममता बनर्जी ने वैक्सीन को लेकर अपनी बात रखी थी। उन्होंने सवाल किया था क्या वैक्सीन के कोई दुष्प्रभाव हो सकता है? इसे भी साफ किया जाए।
वहीं, दूसरी ओर बताया जा रहा है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी अभी तक कोरोना की वैक्सीन नहीं ली है। विपक्षी पार्टियों की ओर से भी इस मामले को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। बता दें,केसीआर बीते 19 अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उससे पहले भी उन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई थी।
पश्चिम बंगाल में 14 हजार से ज्यादा मौतें
बता दें, पश्चिम बंगाल में मौजूदा समय में एक्टिव मामलों की संख्या 1 लाख 23 हजार 377 पहुंच गई है। राज्य में अभी तक 11 लाख 79 हजार 999 लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। तो वहीं संक्रमण के कारण अभी तक 14 हजार 827 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, तेलंगाना में एक्टिव मामलों की संख्या 38 हजार 632 पहुंच गई है। और संक्रमण से अभी तक 3189 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश सरकार वैक्सीनेशन पर पूरा जोर देर रही है और संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए भी लगातार सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं।