पश्चिम बंगाल की सियासत में इन दिनों बवाल मचा हुआ है। प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस और राज्य की प्रमुख विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बीच जमकर बयानबाजियां हो रही है। बीजेपी के कई नेता तमाम मुद्दों पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को निशाने पर लेते दिख रहे हैं।
इसी बीच पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रमुख दिलीप घोष ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सीएम ममता बनर्जी ने टीएमसी नेता की हत्या के बाद तुरंत कार्रवाई की जबकि राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा में 50 बीजेपी सदस्यों की हत्या पर कुछ नहीं किया।
दिलीप धोष ने बोला हमला
पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट करते हुए यह बात कही है। उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल की सरकार ने मंगलकोट में टीएमसी नेता की हत्या के मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है। वहीं दूसरी ओर चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से अब तक भाजपा के करीब 50 कार्यकर्ताओं की बेरहमी से हत्या कर दी गई है।‘
दिलीप घोष ने दावा किया कि चुनाव के बाद हुई हिंसा की घटनाओं को सरकार ने सिरे से नकार दिया। उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ित परिवारों के नुकसान पर कोई ध्यान नहीं दिया। वहीं, दिलीप घोष के आरोपों पर बीरभूम जिले के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी के किसी कार्यकर्ता की हत्या पार्टी की अंतर्कलह नहीं है।
राज्य सरकार ने किया SIT का गठन
बताते चले कि ममता सरकार ने पश्चिम बंगाल के पूर्वी वर्धमान जिले के मंगलकोट में टीएमसी नेता आशिम दास की हत्या पर सख्त एक्शन लिया है। इस मामले की जांच के लिए राज्य पुलिस ने 5 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। जिसके बाद से राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी की ओर से लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के चुनावी परिणाम के बाद राज्य के कई हिस्सों में हिंसा देखने को मिली। खबरों की मानें तो बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर तकरार देखने को मिली। कई बीजेपी कार्यकर्ता तो कुछ टीएमसी कार्यकर्ताओं की मौत की खबरें भी सामने आई थी।