पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में तमाम कोशिशों के बावजूद भारतीय जनता पार्टी को करारी शिकस्त मिली। वहीं, ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी पूर्ण बहुमत के साथ प्रदेश में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने में सफल रही। चुनाव में बीजेपी को मिली हार के बाद से ही पश्चिम बंगाल बीजेपी में बवाल मचा हुआ है।
पार्टी के कुछ नेता टीएमसी में शामिल हो गए है तो वहीं, कुछ विधायक कथित तौर पर टीएमसी में शामिल होने की कोशिशों में लगे हैं। इसी बीच पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने अपनी ही पार्टी के पार्षद को निशाने पर लिया है और जमकर क्लास लगाई है।
जानें क्या है मामला?
प्रदेश के खड़गपुर इलाके में जलजमाव की समस्या से जूझ रहे स्थानीय लोगों ने बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष दिलीप घोष से बीजेपी पार्षद के काम नहीं करने की शिकायत की। जिसे सुनकर दिलीप घोष ने अपना आपा खो दिया और लोगों को सलाह दी कि पार्षद के घर के सामने जाकर कचरा फेंके और शौच करें।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने लोगों से यह भी कहा कि वे बीजपी पार्षद को लैंप पोस्ट (पोल) से बांध दें। उनके इस बयान पर स्थानीय बीजेपी पार्षद ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि एक जनप्रतिनिधि के बारे में इस तरह की अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
नगरपालिका को पहले ही दिए जा चुके हैं पैसे
दरअसल, दिलीप घोष खड़गपुर के ग्रामीण इलाके में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने और एक बीमार बीजेपी कार्यकर्ता से मिलने गए थे। जहां उन्हें स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों ने उनकी गाड़ी रोककर जलजमाव की शिकायत की। जिसपर दिलीप घोष ने ऐसा बयान दिया।
उन्होंने स्थानीय लोगों से कहा कि उन्होंने विधायक व एमपी कोटे का पैसा पहले ही नगर पालिका को दिया था लेकिन अभी तक खर्च नहीं किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि नगरपालिका के खिलाफ प्रदर्शन व सड़क अवरोध करने पर मैं आपके साथ हूं। खड़गपुर दिलीप घोष का गढ़ माना जाता है। वह पहली बार साल 2016 में इसी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे।
पार्टी से नाराज चल रहे कई विधायक
बताते चले कि पश्चिम बंगाल चुनाव 2021 के बाद से बीजेपी नेताओं के बीच जमकर बयानबाजियां देखने को मिली है। कई नेताओं ने चुनाव में मिली हार के लिए बंगाल में चुनावी रैली करने गए बड़े नेताओं को भी जिम्मेदार ठहराया है। खबरों की मानें तो बीजेपी के 77 में 2 दर्जन से ज्यादा विधायक पार्टी से नाराज चल रहे हैं। ऐसे में आने वाले समय में स्थिति क्या होगी, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई है।