17 अप्रैल को देश में रामनवमी का त्योहार मनाया गया। एक तरफ जहां देशभर के मंदिरों में लोग सुबह 4 बजे से ही दर्शन के लिए पहुंचने लगे थे। हनुमान गढ़ी में भी बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। वहीं दूसरी तरफ रामनवमी के दिन देश में हिंसा और पथराव की घटनाएं सामने आई है। दरअसल, रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल में दो जगहों पर हिंसा हुई। मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा शहर में मस्जिद के पास जुलूस निकाले जाने के बाद दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। इसी बीच बम विस्फोट की भी सूचना मिली। वहीं मेदिनीपुर के इगरा में भी दो समुदायों के बीच झड़प हुई और आगजनी की गई। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंसा में अब तक 18 लोगों के घायल होने की खबर है। इसमें दो नाबालिग, एक महिला और कुछ पुलिस कर्मी भी शामिल हैं।
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बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने हिंसा के कुछ वीडियो शेयर किए हैं। उन्होंने लिखा, ‘ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल के लिए कलंक हैं. वह एक बार फिर रामनवमी जुलूस की सुरक्षा करने में विफल रही।’
दरअसल मुर्शिदाबाद के रेजीनगर में हिंदू श्रद्धालुओं को निशाना बनाया गया। इस क्षेत्र में हिंदू अल्पसंख्यक हैं। रेजीनगर में छत से पथराव कर रहे लोगों का एक वीडियो भी सामने आया है।
TMC और BJP का एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप
घटना पर टिप्पणी करते हुए, भाजपा के राज्य महासचिव जगन्नाथ चट्टोपाध्याय ने कहा, “कानून व्यवस्था बनाए रखना राज्य पुलिस का काम था। हम चुनाव आयोग से वहां के पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।”
वहीं, टीएमसी ने बीजेपी पर चुनाव से पहले तनाव पैदा करने का आरोप लगाया है। टीएमसी नेता शांतनु सेन ने कहा, ‘बीजेपी चुनाव से पहले दंगे कराने की कोशिश कर रही है। हम हिंसा की ऐसी घटनाओं की निंदा करते हैं, जो बीजेपी का काम है।’
हर साल बंगाल में होती है रामनवमी पर हिंसा
साल 2023 में, राम नवमी उत्सव कम से कम छह राज्यों – पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार और गुजरात में हिंसक हो गया।
आंकड़ों पर नजर डालें तो हर साल रामनवमी उत्सव के दौरान हिंसक झड़प की घटनाएं बढ़ी हैं। 2012 से 2015 के बीच पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश में कुछ झड़पें हुईं। इसके बाद 2017 से, पश्चिम बंगाल में रामनवमी समारोह के दौरान झड़पें देखी गई हैं। 2018 में देशभर में झड़प और दंगे की 17 घटनाएं दर्ज की गईं और 2022 में पांच राज्यों में भी हिंसा की घटनाएं सामने आईं। जिसमें पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, गुजरात, गोवा और नई दिल्ली का नाम शामिल है। 2023 में भी कई राज्यों से हिंसा और पथराव की घटनाएं सामने आई हैं.
अगर आप इस पैटर्न पर ध्यान देंगे तो पाएंगे कि हर साल रामनवमी पर बंगाल में हिंसक झड़प की घटनाएं होती हैं। हालांकि, ये बात केवल भगवान ही जानता है कि इसके लिए स्थानीय समुदाय जिम्मेदार है या सरकार।