देश में महामारी कोरोना वायरस का प्रकोप एक बार फिर से अपने चरम पर पहुंच गया है। कोरोना वायरस लौटकर आया और पहले से भी ज्यादा भयंकर रूप लेकर। अगर हम बीते कुछ दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो ये पता चलेगा कि कोरोना की ये लहर कितनी खतरनाक है। अब देश में कोरोना के नए केस महज 24 घंटें में ही एक लाख के आंकड़े को पार करने लगे हैं, जो पिछले साल भी नहीं हुआ था। बुधवार को सभी पुराने रिकॉर्ड टूटे और कोरोना के 1.15 लाख से ज्यादा केस सामने आए।
कोरोना की इस भीषण लहर पर कंट्रोल का एक ऑप्शन वैक्सीनेशन दिख रहा है। कोरोना संक्रमण से छुटकारा पाने के लिए ये कोशिश की जा रही है कि देश में ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगा दी जाए। देश में 45 से ऊपर के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगने का काम 1 अप्रैल से शुरू हो चुका है।
महाराष्ट्र में बचा सिर्फ 3 दिन का स्टॉक
कोरोना के इस भीषण संकट के बीच वैक्सीन को लेकर संग्राम मच गया है। दरअसल, कई राज्य की सरकारों द्वारा ऐसा दावा किया जा रहा है कि उनके पास वैक्सीन की अब किल्लत होने लगी है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे की मानें तो राज्य में अब केवल तीन दिन का ही वैक्सीन का स्टॉक बचा हुआ है।
राजेश टोपे ने कहा कि फिलहाल वैक्सीन मिलने की रफ्तार काफी कम है। हम अभी रोजाना 4 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगा रहे हैं। अगर हमें ज्यादा वैक्सीन मिलती है, तो स्पीड को बढ़ाया भी जा सकता है।
आंध्र प्रदेश में भी वैक्सीन की कमी
केवल महाराष्ट्र सरकार ने ही नहीं इसके अलावा आंध्र प्रदेश की तरफ से भी वैक्सीन की कमी के मुद्दे को उठाया गया है। आंध्र की तरफ से केंद्र को चिट्ठी लिखकर तुरंत प्रभाव से एक करोड़ वैक्सीन की डोज की मांग की गई। आंध्र का कहना है कि अब उनके पास 4 लाख से भी कम वैक्सीन बची हुई है और रोजाना वो डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों का टीकाकरण कर रहे हैं।
हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की तरफ से ये भरोसा दिलाया गया है कि किसी को वैक्सीन की कमी नहीं होने दी जाएगी। सभी राज्यों को उनकी जरूरत के हिसाब से ही वैक्सीन मिलेगी।
वैक्सीनेशन को लेकर उम्र खत्म करने की भी मांग
सिर्फ वैक्सीनेशन की कमी ही नहीं, कई पार्टियां इस वक्त सभी उम्र के लोगों के टीकाकरण को मंजूरी देने की मांग भी केंद्र सरकार से कर रही हैं। महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र को चिट्ठी लिखकर 25 के ऊपर के सभी लोगों के टीकाकरण की मांग की। इसके अलावा राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी 18 के ऊपर के लोगों को वैक्सीन की मंजूरी देने को केंद्र से कहा। वहीं, दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) की तरफ से भी ऐसी ही मांग उठाई गई। यहीं नहीं कोरोना वैक्सीन की निर्यात को रोकने के लिए AAP ने तो बीजेपी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया।
महाराष्ट्र में 80 लाख लोगों का टीकाकरण
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के भयंकर यू-टर्न के चलते वैक्सीनेशन पर इस वक्त काफी फोकस किया जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को जल्द वैक्सीन लगाना ही इस वक्त सरकारों का फोकस है। अब तक के आंकड़ों की बात करें तो देश में 8 करोड़ 70 लाख से भी ज्यादा लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।
वहीं महाराष्ट्र इस मामले में सबसे आगे हैं। महाराष्ट्र में सबसे तेज टीकाकरण का काम चल रहा है। 16 जनवरी से लेकर अब तक 80 लाख लोगों को टीका लगाने वाला महाराष्ट्र पहला राज्य बना। गौरतलब है कि इस राज्य में ही कोरोना का कहर भी सबसे ज्यादा इस वक्त छाया हुआ है। यहां से रोजाना ही 50 हजार से भी ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।