देवभूमि उत्तराखंड के 51 मंदिरों को अब सरकारी नियंत्रण से बाहर कर दिया गया है। प्रदेश की बीजेपी सरकार के इस फैसले की चहुओर तारीफ हो रही है। मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से बाहर करने के लिए मुखर आवाज उठाने वाले बीजेपी सांसद सुब्रमण्यन स्वामी (Subramanian Swamy) ने भी उत्तराखंड की बीजेपी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने बीजेपी के पूर्व अध्यक्षों को लेकर बयान दिया और अमित शाह के बीजेपी अध्यक्ष बनने की पीरियड का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा है कि अब पार्टी में चीजें बदल गई है।
मैं पार्टी की खुलकर आलोचना करुंगा जब…
दरअसल, मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने के ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर लोग बीजेपी के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को बधाईयां देने लगे। एक ट्विटर यूजर ने स्वामी को टैग करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने अपनी गलती सुधार ली।
जिसपर सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने जवाब देते हुए कहा, ‘यहीं वजह है कि बीजेपी का भविष्य अन्य पार्टियों के मुकाबले बेहतर है। मैं पार्टी की तभी खुलकर आलोचना करुंगा जब वह स्थापित नीति से विचलित होगी।‘ उन्होंने कहा, जब गड़करी और राजनाथ अध्यक्ष थे तब हम फोरमों में बात कर सकते थे। लेकिन अमित शाह के अध्यक्ष बनने के बाद चीजें बदल गई है।
बोर्ड के गठन के फैसले की होगी समीक्षा
बता दें, सुब्रमण्यम स्वामी मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से बाहर निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं। पिछले साल उन्होंने उत्तराखंड में गठित हुए चारधाम देवस्थानम मैनेजमेंट बोर्ड के गठन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था।
अब उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने पूर्ववर्ती त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार के फैसले को पलटते हुए 51 मंदिरों को सरकार के नियंत्रण से बाहर करने का ऐलान किया है। साथ ही उन्होंने चारधाम देवस्थानम मैनेजमेंट बोर्ड के गठन के फैसले की समीक्षा करने की बात कही थी।