उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi adityanath) की सरकार आने के बाद अगर किसी पर सबसे ज्यादा शिकंजा कसा, तो वो है यूपी के बाहुबली और भू माफिया। मगर अब यहीं बाहुबली सीएम योगी की 2022 विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बड़ा पुल बनने वाले है। दरअसल हाल ही में बसपा सुप्रीमो मायावती(Mayawati) ने बाहुबली मुख्तार अंसारी(Mukhtar ansari) से दूरी बना ली है, तो वहीं अतीक अहमद(Atik Ahmad) ने AIMIM का दामन थामा है।
योगी का एक्शन-
बाहुबलियों और भू माफियाओं के खिलाफ सीएम योगी का एक्शन उनकी सरकार आने के बाद से ही दिख रहा है। ऐसे में इन पर कसा शिकंजा अब सीएम योगी को फायदा देता हुआ साबित हो रहा है। मुख्तार अंसारी हो या फिर अतीक अहमद, इन सबका अपने-अपने इलाके में काफी रौब रहा है। लोगों में इनका खौफ है, जिसका नतीजा ये है कि कोई चाह कर भी इनके खिलाफ खड़े होने की हिम्मत नहीं करता था। मगर सीएम योगी ने इनके अवैध संपति को जब्त करने या फिर इन पर बुल्डोजर चलवाने का काम तेजी से किया। जिसमें कई बाहुबली और भू माफिया शामिल है।
मुख्तार अंसारी(Mukhtar Ansari)-
मुख्तार अंसारी बसपा से मऊ विधानसभा क्षेत्र के पिछले 25 सालों से विधायक थे। सीएम योगी ने अंसारी के इस एकछत्र राज को खत्म कर दिया। अंसारी की करीब 200 करोड़ रूपये की संपत्ति को जब्त कर लिया गया या फिर उस पर बुल्डोजर चलवा दिया गया। अंसारी पर इस एक्शन का नतीजा ये है कि मऊ की जनता सीएम योगी के इस एक्शन के काफी खुश है और इसलिए ये उम्मीद है कि इस क्षेत्र से बीजेपी का वोट बैंक बनेगा।
अतीक अहमद(Atik Ahmad)-
अतीक अहमद यूपी का माफिया है, जिसका पूर्वांचल में काफी खौफ था, लेकिन अभी वो सलाखों के पीछे है। अतीक अहमद फूलपुर से सांसद रह चुके है, औऱ अभी हाल ही में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता ने AIMIM जॉइन किया है। 2007 में मदरसे के गर्ल्स हॉस्टल से उठाई गई दो लड़कियों के साथ गैंग रेप की घटना के बाद अतीक अहमद अपने ही लोगों की आंखो में खटकने लगे और फिर कभी सत्ता में नहीं आये। मगर योगी सरकार में अतीक अहमद की दबंगई पर भी शिकंजा कसा। करीब 100 करोड़ रूपय की संपत्ति को जब्त कर लिया गया। अतीक अहमद इस वक्त गुजरात की जेल में बंद है और सीएम योगी ने अतीक अहमद का राज यूपी से लगभग खत्म कर दिया है।
राजा भैया(Raja Bhiaya)-
अयोध्या से जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कुंडा के रघुराज प्रताप सिंह(Raghuraj Pratap Singh) राजा भैया हमेशा से ही बीजेपी के समर्थक रहे है। राजा भैया पूरी तरह से सीएम योगी को सपोर्ट करते है। इसका नतीजा ये हुआ था कि बाहुबली होते हुए भी राजा भैया के खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं हुई। राजा भैया ने किसानों के मुद्दे पर भी बीजेपी को सपोर्ट करते हुए कहा कि जो आंदोलन कर रहे है वो किसान है ही नहीं, बल्कि किसान तो खेतों में पसीना बहा रहा है। राजा भैया बीजेपी को सपोर्ट करते है और वो फिर से सीएम योगी को ही सीएम के रूप में देखना चाहते है।
गायत्री प्रसाद प्रजापति(Gaytri Prasad prajapati)-
गायत्री प्रसाद प्रजापति सपा के पूर्व विधायक है और फिलहाल गैंगरेप और अवैध संपत्ति रखने के मामले में जेल में है। गायत्री प्रसाद प्रजापति जेल से ही अमेठी से चुनाव लड़ने वाले है और इसकी तैयारी के लिए प्रजापति के बेटे अनुराग प्रजापति ने सक्रियता बढ़ा दी है। प्रजापति फिर से सपा से चुनाव लड़ सकते है। हालांकि 2017 में जब सरकार बदली तो गायत्री प्रजापति का रसूक थोड़ा कम हो गया और वो लाख कोशिशों के बाद भी जेल से बाहर न आ सके। फिलहाल अब देखना ये है कि क्या योगी राज में प्रजापति जेल से बाहर आ पायेंगे।
ये वो लोग है जिनका जेल जाना और सपोर्ट करना दोनों ही सीएम योगी को फिर से यूपी की सत्ता की कुर्सी पर बिठा सकता है।