देश में कोरोना की दूसरी लहर ने भयंकर तबाही मचाई। लोग अस्पताल में ऑक्सीजन, बेड्स, वेंटिलेटर समेत तमाम जरुरी चीजों के लिए बेवस नजर आए। ऑक्सीजन की कमी से काफी मौतें भी देखने को मिली। मीडिया में इस तरह की कई खबरें छपी और पब्लिश हुई। लेकिन पिछले दिनों केंद्र सरकार की ओर से कहा गया कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई। ऑक्सीजन की कमी से हुई है सैकड़ों मौते
केंद्र सरकार की ओर से स्पष्ट कहा गया कि राज्यों की ओर से ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौत का कोई आंकड़ा नहीं दिया गया। इसी बीच बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के गोपामाऊ से बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने इस मसले पर अपनी ही सरकार को निशाने पर लिया है।
जानें क्या है मामला?
बीते दिन रविवार को बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने एक यूजर के कमेंट पर रिएक्शन देते हुए कहा, ‘आप ने सच बोला है, मैं आप से सहमत हूं। ऑक्सीजन की कमी से सैकड़ों लोग तड़प तड़प कर मर गए। विधायक राजकुमार अग्रवाल सहित लाखों लोगों का दर्द किसी को नहीं दिखाई पड़ता हैं।‘ उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है, जो सच्चाई थी उसे लिख दिया है। सभी को इस मामले में लिखना चाहिए।
बीजेपी विधायक के इस बयान को लेकर हरदोई बीजेपी के जिलाध्यक्ष सौरभ मिश्रा का कहना है कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों की रिपोर्ट के आधार पर कहा है कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई। यदि विधायक जी को लगता है कि राज्य सरकारों की रिपोर्ट गलत है तो वे देश की सभी राज्य सरकारों के खिलाफ कोर्ट जाकर कानूनी कार्रवाई करें। ऐसा करने पर वह भी विधायक के साथ हैं।
सपा ने उठाए सवाल
बीजेपी विधायक के इस बयान को लेकर राज्य की प्रमुख विपक्षी समाजवादी पार्टी ने बीजेपी सरकार को निशाने पर ले लिया है। सपा के जिलाध्यक्ष जीतू वर्मा का कहना है कि ‘केंद्र सरकार का सदन में दिया गया यह बयान बहुत शर्मनाक है कि कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई। पोल इससे ही खुल जाती है कि स्वयं बीजेपी के नेता और विधायक केंद्र सरकार की नीयत पर सवाल उठा रहे हैं। संडीला के विधायक तो खुद कह रहे हैं कि मेरे पुत्र की मौत हुई है, जिसकी वजह ऑक्सीजन की कमी रही।‘