उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी पिछले कुछ दिनों से जबरदस्त विवादों में घिरे हुए हैं। पहले भाई की नौकरी और उसके बाद जमीन को लेकर सतीश द्विवेदी की मुश्किलें काफी बढ़ी हुई हैं। उनके ऊपर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
भाई की हुई थी गरीब कोटे में नियुक्ति
इन सबकी शुरुआत तब हुई जब बेसिक शिक्षा मंत्री के भाई की सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी में नियुक्ति EWS कोटे में हुईं। ये कोटा गरीब लोगों के लिए होता हैं। किसी मंत्री के भाई की गरीब कोटे में नियुक्ति होगी, तो सवाल उठना लाजमी है। जैसे ही ये खबर सामने आई कि सतीश द्विवेदी के भाई अरुण द्विवेदी को सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी, कपिलवस्तु का असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त किया गया, तो इस पर बवाल मचना शुरू हो गया। सोशल मीडिया पर सतीश द्विवेदी पर आरोपों का सिलसिला शुरू हो गया।
अब जमीन खरीदने को लेकर विवादों में
विवाद बढ़ता देख अरुण द्विवेदी ने असिस्टेंट प्रोफेसर के पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन हंगामा यहां थमा नहीं। इसके बाद सतीश द्विवेदी जमीन को लेकर कई तरह के आरोपों के घेरे में आ गए। सतीश द्विवेदी पर आरोप लगे कि उन्होंने करोड़ों की जमीन को काफी कम दाम में अपने और अपने परिजनों के नाम कराया।
महंगी जमीन को कम दाम में खरीदने के लग रहे आरोप
सतीश द्विवेदी और उनकी मां के नाम जो जमीन हैं, उनकी रजिस्ट्री के पेपर सोशल मीडिया पर सामने आए। उन पर आरोप लगे कि सतीश द्विवेदी ने अपने और अपनी मां के नाम पर महंगी जमीन को कम दाम में खरीदा। ऐसा आरोप लगाया गया कि जिस जमीन की कीमत 65.45 लाख है, उसे 12 लाख में उन्होंने खरीदा। वहीं एक जमीन जिसकी कीमत सवा करोड़ तक बताई जा रही है, उसको बेसिक शिक्षा मंत्री ने केवल 20 लाख की कीमत पर खरीदा गया।
इन आरोपों को लेकर सतीश द्विवेदी लगातार विपक्ष के निशान पर थे। विवाद अब तक खत्म नहीं हुआ था कि इस बीच सतीश द्विवेदी की जमीन से जुड़ी कुछ और जानकारियां सामने आ गईं।
सोशल एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने सतीश द्विवेदी की जमीन से जुड़ी और जानकारी अपने सोशल मीडिया पर शेयर कीं। इसमें उन्होंने बेसिक शिक्षा मंत्री के नाम पर गोरखपुर में 4000 वर्ग फीट की जमीन के बारे में बताया। इसके अलावा सतीश के भाई अनिल द्विवेदी की एक जमीन के बारे में नूतन ठाकुर ने बताया, जिसकी कीमत 20 लाख 86 हजार है, लेकिन इसे 12 लाख में खरीदा गया है।
इन सब मामलों को लेकर सतीश द्विवेदी लगातार विवादों में घिरे हुए हैं। विपक्षी पार्टियां योगी सरकार पर हमलावर हो गई हैं और वो सतीश द्विवेदी को मंत्री पद से हटाने की मांग कर रही हैं। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी इन सभी ने सतीश द्विवेदी के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ हैं। हालांकि बेसिक शिक्षा मंत्री अपने ऊपर लगे आरोपों को लगातार नकारते आ रहे हैं। उनका कहना हैं कि उन्होंने कोई गड़बड़ नहीं की और हर जांच के लिए तैयार हैं।